मर्म चिकित्सा सेवा से शिवभक्तों को मिली राहत, डॉ. अंकुर 'मानव' बने कांवड़ सेवा शिविर का विशेष आकर्षण
खतौली। श्रावण मास के पावन अवसर पर जीटी रोड स्थित नवीन दूरभाष केंद्र, खतौली में आयोजित कांवड़ सेवा शिविर में इस बार वैकल्पिक चिकित्सा सेवा का विशेष आकर्षण देखने को मिला। वरिष्ठ समाजसेवी, लेखक एवं मर्म चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. अंकुर प्रकाश गुप्ता 'मानव' द्वारा दी जा रही मर्म चिकित्सा से शिवभक्तों को असाधारण राहत मिली।
डॉ. अंकुर मानव ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान शिवभक्त लम्बी दूरी तक पैदल चलते हैं और कांधे पर जल से भरे कांवड़ का भार उठाते हैं, जिससे कंधे, पीठ व पैरों में तेज दर्द व थकान की शिकायत आम हो जाती है। ऐसे में मर्म चिकित्सा, जो कि आयुर्वेद पर आधारित एक प्राचीन वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति है, से श्रद्धालुओं को तुरन्त राहत प्रदान की गई।
इस सेवा के दौरान जिन भक्तों को एलोपैथिक दवाओं से भी राहत नहीं मिल पा रही थी, उन्होंने मर्म चिकित्सा से तुरंत आराम पाया। यह उपचार पूरी तरह से प्राकृतिक, निःशुल्क एवं दुष्प्रभाव रहित रहा, जिससे न केवल शिविर की लोकप्रियता में वृद्धि हुई, बल्कि श्रद्धालुओं में चिकित्सा के प्रति जागरूकता भी बढ़ी।
डॉ. मानव की सेवा से अभिभूत होकर श्रद्धालुओं ने “हर हर महादेव” के जयकारों के साथ उनका आभार व्यक्त किया और इसे भोलेनाथ की कृपा बताया।डॉ. अंकुर गुप्ता ने कहा कि यह सेवा शिविर केवल एक चिकित्सीय प्रयास नहीं बल्कि समाज सेवा, स्वास्थ्य जागरूकता और मानवीय संवेदनाओं का संगम है। यह आयोजन यह सिद्ध करता है कि सेवा, समर्पण और परंपरा को जब विज्ञान से जोड़ा जाए, तो उसका प्रभाव दूरगामी और प्रेरणादायक होता है।इस मर्म चिकित्सा सेवा ने कांवड़ यात्रा में थके शिवभक्तों को संजीवनी प्रदान की और शिविर को एक नई पहचान दिलाई।