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एम.जी. पब्लिक स्कूल के छात्र श्रेयांक ने छू लिया आसमां

देश की प्रतिष्ठित स्कॉलरशिप योजना प्रधानमंत्री रिसर्च फैलोशिप में हुआ श्रेयांक का चयन

एम.जी. पब्लिक स्कूल के छात्र श्रेयांक ने छू लिया आसमां
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मुजफ्फरनगर। एम.जी. पब्लिक स्कूल से वर्ष 2015 बैच के पासआउट छात्र श्रेयांक गोयल का चयन देश की प्रतिष्ठित स्कॉलरशिप योजना प्रधानमंत्री रिसर्च फैलोशिप ;पीएमआरएफद्ध में होने से हर्ष का वातावरण बना है। श्रेयांक गोयल ने यह उपलब्धि हासिल कर जिले के साथ ही अपने माता पिता और स्कूल को भी गौरवान्वित किया।

एम.जी. पब्लिक स्कूल की प्रिंसीपल श्रीमति मोनिका गर्ग ने जानकारी देते हुए बताया कि स्कूल के पूर्व छात्र और विद्यालय की साइंस टीचर दीपाली गोयल के सुपुत्र श्रेयांक गोयल का चयन भारत सरकार द्वारा देश की प्रतिष्ठित स्कॉलरशिप योजना प्रधानमंत्री रिसर्च फैलोशिप के लिए गया है। श्रेयांक गोयल होनहार प्रतिभाशाली विद्यार्थी रहे हैं। उनकी इस सफलता पर शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने बताया कि श्रेयांक वर्तमान में कैमिकल इंजीनियरिंग में आईआई कानपुर से पीएचडी कर रहे हैं और इसी अनुसंधान के लिए श्रेयांक का चयन पीएमआरएफ में किया गया है। उनके पिता सन्दीप गोयल जनपद की एक स्टील कम्पनी में प्रशासनिक अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। श्रेयांक ने वर्ष 2020 में बीआईटी झांसी से कैमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया और इसी दौरान उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान ;आईआईटीद्ध रुड़की में कैमिकल इंजीनियरिंग विभाग के वरिष्ठ प्रोफेसर डा. सीबी मजूमदार के अधीन अपनी इंटर्नशिप जारी रखी। बीटेक पूर्ण होने के बाद श्रेयांक ने गेट परीक्षा उत्तीर्ण कर आईआईटी कानपुर में एमएस रिसर्च में प्रवेश लिया, इसी बीच उनका कैमिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी के लिए चयन हुआ। इसके बाद श्रेयांक ने अपने गाइड प्रोफेसर डीपिन एस. पिल्लै के मार्गदर्शन में पीएमआरएफ के लिए आवेदन किया था। इसमें श्रेयांक का चयन हुआ है, इस उपलब्धि को हासिल कर श्रेयांक ने जनपद का नाम रोशन किया है।

प्रिंसीपल श्रीमति मोनिका गर्ग ने बताया कि देश में अनुसंधान में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली प्रतिभाओं को आकर्षित करने और देश की प्रतिभा को देश में ही राष्ट्रहित के लिए योगदान को प्रोत्साहित करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री रिसर्च फैलोशिप योजना वर्ष 2018-19 में शुरू की गई। पीएमआरएफ में चयनित उम्मीदवारों को पांच वर्षों के लिए 45 लाख रुपये की स्कॉलरशिप दिये जाने की व्यवस्था है। इस स्कॉलरशिप के लिए उम्मीदवारों का चयन एक कठोर प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है। आवेदन करने वाले उम्मीदवारों के प्रदर्शन की उयुक्त रूप से समीक्षा के लिए राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन होता है। यह योजना देश की सबसे प्रतिष्ठित स्कॉलरशिप है और इसके पीछे सरकार का उद्देश्य यही है कि देश की प्रतिभाओं का योगदान देश के विकास के लिए देने को प्रेरित किया जा सके। इसमें श्रेयांक के चयन को उन्होंने असाधारण उपलब्धि बताते हुए सफल भविष्य के लिए शुभकानाएं दी। स्कूल मैनेजमेंट कमेटी के चेयरमैन, एमजी ट्रस्ट के पदाधिकारी एवं सदस्यों ने श्रेयांक की बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की। इस सफलता के लिए श्रेयांक ने अपने माता पिता और गुरूजनों को श्रेय देते हुए इन्हीं के आशीर्वाद से में यह उपलब्धि हासिल कर पाया।

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