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मुजफ्फरनगर....जैन अतिथि भवन में क्रमिक अनशन जारी

तीर्थांटन को पर्यटन बनाने की सरकार की नीति का समाज ने किया विरोध

मुजफ्फरनगर....जैन अतिथि भवन में क्रमिक अनशन जारी
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मुजफ्फरनगर। झारखंड के गिरीडीह में स्थित पारसनाथ पर्वतराज श्री सम्मेद शिखर जी तीर्थ के धार्मिक स्वरूप को बचाने के लिए विश्व जैन संगठन के तत्वाधान में देशभर में चलाये जा रहे आंदोलन की कड़ी में सकल जैन समाज मुजफ्फरनगर के आह्नान पर आज समाज का क्रमिक अनशन दूसरे दिन भी जारी रहा। केन्द्र और झारखंड सरकारों की नीति के खिलाफ यहां समाज के लोगों ने जुटकर एकजुटता दिखाने के साथ ही आक्रोश प्रकट किया और श्री सम्मेद शिखरजी को पर्यटन नीति से बाहर करने और फैसला बदलने की मांग दोहराई।

बता दें कि झारखंड सरकार की सिफारिश पर केन्द्र सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के खिलाफ श्री सम्मेद शिखर जी को पर्यटन क्षेत्र घोषित किया है। इस फैसले के साथ ही इसे धार्मिक पवित्रता को भंग करने का कदम बताते हुए देशभर में जैन समाज ने केन्द्र सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ रखा है। दो जनवरी को सकल जैन समाज के आह्नान पर जैन अतिथि भवन प्रेमपुरी में क्रमिक अनशन शुरू किया गया। आज मंगलवार को दूसरे दिन भी जैन समाज के लोगों ने यहां क्रमिक अनशन करते हुए केन्द्र सरकार के खिलाफ आक्रोश को जाहिर किया। लोगों ने इस बात का भी विरोध किया कि जैन समाज के सर्वोच्च तीर्थ होने पर वहां तीर्थांटन को बढ़ावा देने के बजाये इस पवित्र स्थान को पर्यटन स्थल बनाकर इसकी पवित्रता को नष्ट करने का रास्ता खोला जा रहा है।


आज यहां विवेक जैन विक्की, दिनेश जैन, नितिन जैन, मुकेश जैन और नितिन जैन मोन्टू क्रमिक अनशन पर बैठे। उनके समर्थन में यहां महिला और पुरुषों ने भारी संख्या में उपस्थिति दर्ज कराते हुए नारेबाजी की और सरकार से अपना फैसला बदलने के साथ ही पारसनाथ पवर्तराज को मांस मदिरा बिक्री मुक्त क्षेत्र घोषित करने की मांग को दोहराया। इस दौरान मुख्य रूप से रोहित जैन अप्पू, महिपाल जैन, कुलदीप जैन, कंवर सेन जैन, संजीव जैन, राजीव जैन, अमूल जैन, सचिन कुमार जैन और अनिल जैन सहित सैंकड़ों लोग मौजूद रहे। नितिन जैन ने बताया कि 10 जनवरी तक यह क्रमिक अनशन आंदोलन लगातार जारी रखा जायेगा। इसमें 12-12 घंटे के अंतराल पर दिन और रात में जैन समाज के लोग अनशन कर रहे हैं। बीती रात करीब 22 लोगों ने क्रमिक अनशन किया। लगातार लोगों में इस आंदोलन के लिए गंभीरता दिखाई दे रही है। इसमें पुरुषों के साथ ही महिलाएं भी अपनी भागीदारी कर रही हैं।

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