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हरिद्वार कुंभ में अब बेरोकटोक होगी एंट्री, कोरोना रिपोर्ट लाने की पाबंदी खत्म

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि 12 सालों के बाद होने वाला महाकुंभ श्रद्धा और भावनाओं से जुड़ा है। जिसमें देश दुनिया के करोड़ों श्रद्धालुओं की गंगा के प्रति आस्था रहती है।

हरिद्वार कुंभ में अब बेरोकटोक होगी एंट्री, कोरोना रिपोर्ट लाने की पाबंदी खत्म
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देहरादून। देश की राजधानी दिल्ली सहित पंजाब और महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या भयावह होती जा रही है। ऐसे में प्रभावित राज्यों में लाकडाउन की स्थिति फिर लौटी है, दिल्ली के नजदीक होन के बावजूद भी उत्तराखंड में कोरोना का भय नहीं माना जा रहा है। कुम्भ 2021 की अंतिम तैयारियों में जुटी सरकार ने अब लोगों को बढ़ी राहत देते हुए हरिद्वार कुम्भ में बिना रोक टोक के एंट्री देने का निर्णय करते हुए कोरोना निगेटिव रिपोर्ट लाने की पाबंदी को भी हटा दिया है।

अब हरिद्वार कुंभ में आने के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य नहीं होगी। लेकिन कोविड-19 नियमों का सख्ती से पालन करना होगा। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए सरकार के इस महत्वपूर्ण निर्णय की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि देवस्थानम बोर्ड और गैरसैंण को मंडल बनाने के फैसले पर भी विचार किया जाएगा।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि 12 सालों के बाद होने वाला महाकुंभ श्रद्धा और भावनाओं से जुड़ा है। जिसमें देश दुनिया के करोड़ों श्रद्धालुओं की गंगा के प्रति आस्था रहती है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कुंभ के लिए पर्याप्त बसों का इंतजाम किया जाए। वहीं, कुंभ क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत व साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए।

शनिवार को सीएम आवास स्थित कार्यालय में मुख्यमंत्री ने उच्च अधिकारियों के साथ कुंभ मेले की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कुंभ स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के सुखद संदेश लेकर जाएं। यह सबका दायित्व है। इसके लिए सभी अधिकारी आपसी समन्वय व समय सीमा के साथ व्यवस्थाओं को पूरा करें। सीएम ने निर्देश दिए कि कुंभ क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत के साथ ही सड़कों पर पड़ी निर्माण सामग्री को तुरंत हटाया जाए। कुंभ मेला क्षेत्र को स्वच्छ व सुंदर बनाने के लिए सफाई निरीक्षकों और कार्मिकों की तैनाती की जाए। मेले में आने वाले शंकराचार्यों व अखाड़ों को भूमि उपलब्ध कराने के साथ उन क्षेत्रों में आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए।

उन्होंने कुंभ मेले की व्यवस्थाओं के लिए अतिरिक्त अधिकारियों की तैनाती शीघ्र करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मेले के लिए अतिरिक्त व्यवस्थाओं का प्रस्ताव दो दिन के भीतर शासन को उपलब्ध कराने को कहा है। बैठक में मुख्य सचिव ओम प्रकाश, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, प्रमुख सचिव आनंद वर्द्धन, आरके सुधांशु, सचिव अमित नेगी, शैलेश बगोली, नितेश झा, राधिका झा, दिलीप जावलकर, सौजन्या, आयुक्त गढ़वाल रविनाथ रमन, सूचना महानिदेशक डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट के अलावा वीडियो कांफ्रेंसिंग से हरिद्वार, देहरादून, टिहरी व पौड़ी जिला के डीएम जुड़े थे।

मेलाधिकारी दीपक रावत ने बताया कि कुंभ मेले की व्यवस्थाओं के लिए 661 करोड़ के 203 निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। इनमें अधिकतर स्थायी कार्य पूरे हो चुके। जबकि अस्थायी निर्माण कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। उन्होंने कुंभ के कार्यों की जानकारी दी। जबकि आईजी मेला संजय गुंज्याल ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रस्तुतीकरण दिया। 11 मार्च को महाशविरात्रि स्नान पर्व पर अव्यवस्था के कारण सवाल उठने के बाद अब 12 अप्रैल के शाही स्नान पर्व पर कुंभ और जिला पुलिस व्यवस्थाओं में सुधार करेगी। हरिद्वार पहुंचे डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि कुछ जगहों पर तैनात पुलिसबल ने ठीक से ड्यूटी नहीं की। शनिवार को मेला नियंत्रण कक्ष सभागार में पुलिस अधिकारियों की डी ब्रीफिंग में पहुंचे पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि महाशिवरात्रि के दौरान ओवरऑल व्यवस्थाएं अच्छी रही। उन्होंने महाशिवरात्रि स्नान पर्व पर ड्यूटी करने वाले जोनल, सेक्टर और थाना प्रभारियों से अनुभव पूछे।

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