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हिमालयी क्षेत्रों में बर्फीले तूफान के बाद और बढे़गी ठंड

गत दिवस सुबह चार बजे से बर्फीला तूफान शुरू हुआ। पांच घंटे से ज्यादा पंचाचूली, राजरम्भा, हसलिंग, नागनी धुरा, छिपलाकेदार, मिलम, नंदा देवी सहित समुद्र तल से 3000 मीटर की ऊंचाई वाले इलाकों में तेज हवाएं चलती रहीं।

हिमालयी क्षेत्रों में बर्फीले तूफान के बाद और बढे़गी ठंड
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देहरादून। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पिछले चार दिनों से लगातार बर्फबारी के बाद बर्फीला तूफान से ठंड और बढने के आसार हैं। यह तूफान पांच घंटे से अधिक समय तक रहा। इससे कहीं नुकसान की सूचना नहीं है। तूफान के बाद अब और ठंड पड़ने का अनुमान है।

प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि गत दिवस सुबह चार बजे से बर्फीला तूफान शुरू हुआ। पांच घंटे से ज्यादा पंचाचूली, राजरम्भा, हसलिंग, नागनी धुरा, छिपलाकेदार, मिलम, नंदा देवी सहित समुद्र तल से 3000 मीटर की ऊंचाई वाले इलाकों में तेज हवाएं चलती रहीं। इस बर्फीले तूफान की गति सुबह 9 बजे के बाद ही हल्की हुई। भारत चीन सीमा की अग्रिम चैकियों में भी इसका प्रभाव रहा। स्थानीय भाषा में इस तूफान को हूर कहा जाता है। इस तूफान के साथ ताजा गिरी बर्फ के कण भी उड़ते हैं। इसी कारण इसके बाद ठंड तेजी से बढ़ती है।

सूत्रों के अनुसार उच्च हिमालयी क्षेत्रों में उठे बर्फीले तूफान का असर माइग्रेशन गांवों में भी देखा गया। सेना व आईटीबीपी तथा लास्पा में बीआरओ के चेक पोस्टों में भी बर्फीला तूफान महसूस किया गया। वर्ष 2018 में तीन बार उच्च हिमालयी क्षेत्र में बर्फीला तूफान आया। तब इन सभी गांवों में कई घरों की छतें उड़ गई थी।

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