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डिलीवरी के दौरान काटा नवजात का गला, जच्चा और बच्चा की मौत

रात में ही महिला का प्रसव कराया जाने लगा। इस दौरान बच्चा के शरीर का नीचे का भाग बाहर आ गया। सिर बाहर नहीं आने के कारण नवजात का गला काटकर धर से अलग कर दिया गया।

डिलीवरी के दौरान काटा नवजात का गला, जच्चा और बच्चा की मौत
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खगड़िया। जिले में डिलीवरी आॅपरेशन के दौरान डाॅक्टर ने लापरवाही के चलते नवजात का गला काट डाला। घटना में जच्चा और बच्चे की आॅपरेशन के दौरान ही मौत हो गई।

जानकारी के मुताबिक जिले के महेशखुंट के एक निजी क्लीनिक में मंगलवार को उक्त घटना के बाद परिजनों ने प्रसव के दौरान डाॅक्टर द्वारा लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा करते हुए एनएच 107 को जाम कर दिया। सूचना पर मौके पर पहुंचे प्रशासनिक और पुलिस टीम ने कार्रवाई का आश्वासन देते हुए महेशखूंट स्थित टाटा इमरजेंसी हाॅस्पीटल को सील कर दिया गया। वहीं पीड़ित के आवेदन पर थाना में एफआईआर दज्र्र किया गया है।

पसराहा थानाक्षेत्र के महदीपुर निवासी अमित कुमार की पत्नी चांदनी देवी को 11 जनवरी को रेफरल अस्पताल गोगरी प्रसव कराने के लिए गया था लेकिन बच्चा उल्टा होने के कारण वहां पर तैनात एएनएम ने बेहतर इलाज के लिए महेशखूंट के टाटा इमरजेंसी हाॅस्पीटल में प्रसव कराने के लिए भेज दिया गया। उसके बाद अस्पताल आने के साथ ही डाक्टर ने सर्जरी कर प्रसव कराने की बात कही और आॅपरेशन के एवज में एक लाख रुपये की मांग की। इसके बाद सुबह महिला के प्रसव कराने की बात कही। इस बीच पीड़ा बढ़ने पर रात में ही महिला का प्रसव कराया जाने लगा। इस दौरान बच्चा के शरीर का नीचे का भाग बाहर आ गया। सिर बाहर नहीं आने के कारण नवजात का गला काटकर धर से अलग कर दिया गया। बाद में महिला के पेट का आॅपरेशन कर बच्चे का कटा सिर निकाला गया। आॅपरेशन के कुछ देर के बाद ही महिला की भी मौत हो गई। हालांकि इस बीच डाॅक्टरों ने चालाकी दिखाते हुए प्रसूता की हालत गंभीर होने की बात कह रेफर कर दिया। वे लोग मरीज को लेकर बेगूसराय के लिए रवाना हो गए। इसी दौरान रास्ते में देखा कि चांदनी की मौत हो गई है। परिजनों ने शव को वापस लेकर महेशखूंट स्थित टाटा इमरजेन्सी हाॅस्पीटल पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। इधर घटना की सूचना मिलने के बाद गोगरी एसडीओ सुभाषचंद्र मंडल, सीओ रविन्द्रनाथ पुलिस बल पहुंचकर आक्रोशित परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया। इधर अस्पताल संचालक डाॅ प्रियरंजन ने कहा कि मरीज को रेफर कर दिया गया था। रेफर करने के बाद घटना हुई। आरोप बेबुनियाद है। टाटा इमरजेंसी हाॅस्पीटल को सील कर दिया गया है। वहीं पीड़ित के आवेदन पर थाने में एफआईआर दर्ज किया गया है।

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