टाइम मैगजीन ने किसान आंदोलन को बनाया कवर स्टोरी
कवर पेज पर कुछ महिलाएं सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन कर रही हैं। इस दौरान एक महिला की गोद में बच्चा भी दिख रहा है और एक- दो अन्य बच्चे भी हैं।
नई दिल्ली। टाइम मैगजीन ने कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन को अपनी कवर स्टोरी बनाते हुए इसमें शामिल रहीं प्रमुख महिलाओं को टाइम मैगजीन ने अपना कवर पेज डेडिकेट किया है।
इस बार टाइम मैगजीन ने अपना इंटरनेशल कवर भारत की उन महिलाओं को समर्पित किया है, जो दिल्ली की सीमाओं पर किसान आंदोलनों प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही हैं और तीनों कृषि कानूनों की वापसी की मांग कर रही हैं। मैगजीन के नए इंटरनेशनल कवर पर एक टैगलाइन में लिखा है- मुझे डराया-धमकाया नहीं जा सकता और मुझे खरीदा नहीं जा सकता। भारत के किसान आंदोलनों का नेतृत्व करने वालीं महिलाएं। मैगजीन के कवर पेज पर किसान आंदोलन में शामिल कुछ महिला किसानों की तस्वीर है, जिनके साथ कुछ छोटे-छोटे बच्चों को भी दिखाया गया है।
कवर पेज पर कुछ महिलाएं सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन कर रही हैं। इस दौरान एक महिला की गोद में बच्चा भी दिख रहा है और एक- दो अन्य बच्चे भी हैं। तस्वीर में बुजुर्ग महिलाएं भी हैं। मैगजीन ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा है, टाइम का नया इंटरनेशनल कवर। मैगजीन ने अपने आर्टिकल में लिखा गया है कि कैसे ये किसान महिलाएं सरकार के कहने के बाद भी पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के हजारों किसानों का नेतृत्व करने के लिए मोर्चा संभाले हुए हैं।