रालोद नेता और शिक्षकों के बीच हुए विवाद को लेकर मंत्री ने समर्थकों को किया शांत, कहा-इस विवाद में हमारा कोई लेना-देना नहीं
मुजफ्फरनगर। सरदार पटेल की जयंती पर रालोद नेताओं और एक इंटर कॉलेज के शिक्षकों के बीच हुई खींचतान, गाली गलौच, धक्का मुक्की और हाथापाई की नौबत वाले हाई वोल्टेज ड्रामाई सीन में सियासत का कोई दखल नहीं होने के बाद भी सियासी गरमाहट बनी नजर आ रही है। इस प्रकरण में शिक्षकों ने आरोप लगाया कि रालोद नेता और उसके चालक ने मंत्री का नाम लेकर गाली गलौच की, इसी से पनपे आक्रोश में मंत्री आवास पर देर रात तक एकत्र समर्थकों को शांत करने के लिए मंत्री खुद उनके बीच पहुंचे। मंत्री कपिल देव ने स्पष्ट करते हुए कहा कि किसी की इतनी हिम्मत नहीं है कि हमारे साथ कोई बदतमीजी कर सके। यह विवाद रालोद नेताओं और शिक्षकों के बीच तब हुआ, जब वो कार्यक्रम से निकल चुके थे।
शुक्रवार की देर रात गांधीनगर स्थित अपने आवास पर पहुंचे मंत्री कपिल देव वहां डटे समर्थकों के बीच पहुंचे। बताया कि वो हापुड़ में प्रभारी मंत्री होने के कारण वहां गंगा स्नान मेले का शुभारंभ करने पहुंचे थे, वहीं से लौटे हैं। समर्थकों को बताया कि सरकूलर रोड पर सीसीआर इंटर कॉलेज में पटेल जयंती पर आयोजित कला प्रतियोगिता में गया था। मैं केवल पांच मिनट वहां रूका और इसके बाद मंडी में कार्यक्रम के लिए निकल गया। मेरे जाने के बाद ही इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य और शिक्षकों का रालोद नेताओं के साथ कोई विवाद हुआ, जिसमें तीखी कहासुनी होने की सूचना उनको वायरल वीडियो के माध्यम से मिली।
इसके बाद रालोद जिलाध्यक्ष संदीप मलिक का मेरे पास फोन आया और उन्होंने बताया कि शिक्षक ये आरोप लगा रहे हैं कि आपके नाम पर गाली दी गई है। हमारे नाम की चर्चा वहां पर नहीं हुई, क्योंकि मेरी गाड़ी के पास ही मेरा चालक मौजूद था। चालक ने भी बताया कि आपके बारे में कोई भी बात वहां नहीं हुई। अशोक बालियान ने भी मीडिया में अपना बयान दिया कि उनके द्वारा कोई भी अपशब्द नहीं कहा गया, लेकिन इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य ने मीडिया में दिये अपने बयान में ही ये आरोप लगाये हैं। मंत्री ने कहा कि शिक्षकों और रालोद नेताओं के बीच गाड़ी हटाने को लेकर आपसी विवाद हुआ। उन्होंने समर्थकों और कार्यकर्ताओं में पनपे आक्रोश को लेकर कहा कि यह होना स्वाभाविक है, लेकिन मेरे नाम पर कोई अभद्रता नहीं हुई। उन्होंने कहा कि इतनी हिम्मत किसी की नहीं है कि मेरे नाम पर गाली गलौच करे या अभद्रता करे। मैं ही नहीं भाजपा के किसी भी कार्यकर्ता के सम्मान के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता है। उन्होंने सभी का आभार जताया और अपने आवास पर स्वागत किया।
विवाद के पीछे सपा समर्थित शिक्षकों की साजिश, मीडिया पर भी दोष
मुजफ्फरनगर। रालोद नेताओं ने इस विवाद को भाजपा रालोद गठबंधन के खिलाफ सपा समर्थित शिक्षकों की एक साजिश करार देते हुए मीडिया पर भी दोषरोपण किया है। रालोद जिलाध्यक्ष संदीप मलिक कह चुके हैं कि मीडिया की भूमिका निष्पक्ष नहीं रही और एक पक्षीय विवाद बनाकर वीडियो को वायरल कर दिया गया। वहीं रालोद नेता सुधीर भारतीय जो खुद इस विवाद में हाथापाई करते हुए वीडियो में नजर आ रहे हैं, ने इस विवाद को लेकर अपनी फेसबुक आईडी पर एक पोस्ट की, जिसमें दावा किया गया है कि गन्ना मूल्य बेहतर हो जाने के कारण ही सपा समर्थकों ने साजिश के साथ यह भ्रम फैलाया है।
सुधीर भारतीय ने अपनी पोस्ट में कहा है कि अशोक बालियान जी प्रदेश सचिव की गाड़ी पार्किंग विवाद को समाजवादी पार्टी से जुड़े शिक्षक और पदाधिकारी अपने गलती के बचाव हेतु मंत्री जी का सहारा लेकर झूठा एजेंडा चला रहे है जबकि मंत्री जी न तो वहां थे और न ही उनसे संबंधित कोई बात वहां हुई! एक पत्रकार ने प्राचार्य के झूठे आरोपों को हवा दी और हां मैं मौके पर बाद में पहुंचा लेकिन यहां एक बात ओर बता दूं पहले भी पार्टी कार्यालय प्रभारी लुकमान राणा से भी प्राचार्य महोदय कई बार अभद्रता कर चुके है ! अब हम रालोद कार्यालय तो यहां से शिफ्ट तो कर नही देंगे,प्राचार्य महोदय से पहले भी काफी विद्वान लोग इस पद पर रह चुके है और कभी ऐसा नहीं हुआ!
एक सवाल ओर आज भाजपा मंत्री का झूठा सहारा लेने वाले 2024 के चुनाव में खुलेआम कहां थे? वैसे भी कुछ पत्रकार एकतरफा पक्ष चला रहे है दूसरा पक्ष अशोक बालियान जी से भी पूछ लेते! एजेंडा चला रहे है एकतरफा……कम से कम शिक्षक के नाम पर गरीब ड्राइवर को गाली गलौज करने वाले किस पार्टी से जुड़े है ये तो देख लेते! गन्ने के रेट का इतना दर्द??






