थाने से बेच दी 1400 पेटी शराब, एसओ सहित दो सस्पेंड
पंचायत चुनाव के लिए जमा कराये जा रे शस्त्रों का सत्यापन करने पहुंचे अफसरों को उस समय झटका लगा, जब जांच में उन्होंने थाने में पकड़ी गयी शराब मात्रा के अनुपात में काम पायी।
एटा। थानों में किस हद तक खेल खेलकर भ्रष्टाचार को जन्म दिया जा रहा है, इसकी एक बानगी जनपद के एक थाने में देखने को मिली। यहां पर पंचायत चुनाव के लिए जमा कराये जा रे शस्त्रों का सत्यापन करने पहुंचे अफसरों को उस समय झटका लगा, जब जांच में उन्होंने थाने में पकड़ी गयी शराब मात्रा के अनुपात में काम पायी। थाने से ही इस शराब को बेचा जा रहा था। शराब की बिक्री होने का दोषी मानते हुए थानेदार और मुंशी पर गाज गिरी है। इसके साथ ही डीएम ने सभी थानों में पकड़ी गयी शराब की जांच कराने के आदेश दे दिये हैं, वहीं शासन ने इस मामले की जांच एक आईपीएस अफसर को सौंप दी है। इससे जिले के पुलिस विभाग में हड़कम्प मचा हुआ है।
एक साल में कोतवाली देहात थाने में रखी 1400 पेटी शराब पुलिसवालों ने ही बेच दी। केवल आठ मुकदमों की जांच के दौरान हुई तलाशी में यह शराब कम मिली है। करीब 10 घंटे चली जांच के बाद थाना प्रभारी और थाने के मुंशी हैड कांस्टेबल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के साथ ही उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। शासन ने इसे गंभीरता से लिया है और इस मामले की जांच अलीगढ़ में तैनात आईपीएस विकास कुमार को दी गई है। इस कार्रवाई से जिले भर में हड़कंप है।
डीएम डॉ. विभा चहल को सूचना मिली कि पंचायत चुनाव के लिए थाने पर जो शस्त्र जमा कराए जा रहे हैं, उनकी संख्या सही नहीं है। जो आंकड़ा बताया जा रहा है, वास्तव में उसमें काफी अंतर है। इसके सत्यापन के लिए डीएम ने आदेशजारी किये तो एडीएम वित्त एवं राजस्व केशव कुमार, एएसपी क्राइम राहुल कुमार थाने पर जांच करने के लिए पहुंच गए। दोनों अधिकारियों को जांच के दौरान जमा कराए गए शस्त्रों की संख्या बताई गई संख्या से 400 कम मिली। इससे शिकायत सही पाये जाने पर यहां पर अफसरों के कान और खड़े हो गये। जांच पड़ताल में व्यस्त दोनों अफसरों को पता चला कि थाने पर पकड़ी गई शराब भी बेच दी गई है। इसके बाद दोनों अफसरों ने थाने पर अब तक बरामद हुई शराब के मुकदमों की जांच की गई। सिर्फ आठ मामलों की जांच ही की गई थी कि अफसरों को करीब 1400 पेटी शराब थाने से गायब मिली। थाने पर मौजूद कर्मचारियों से इसकी जानकारी की गई, तो संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इसके बाद ये जानकारी उच्चाधिकारियों तक पहुंचाई गई।
ये जानकारी मिलते ही रात में ही मंडलायुक्त गौरव दयाल, आईजी अलीगढ पीयूष मोर्डिया सहित तमाम अधिकारी भी थाने पर पहुंच गए। आला अफसरों के आने पर भी थाना प्रभारी मौके पर नहीं मिले। फोन किया गया तो पता चला कि वह फोर्स के साथ दिल्ली में दबिश देने गए हुए हैं। थाना प्रभारी से फोन पर इस संबंध में जानकारी मांगी और उन्हें थाने पर बुलाया गया तो वो सुबह तक उपलब्ध नहीं हो सके। इस पर आला अफसरों ने कोतवाली देहात के एसएसआई एनडी तिवारी की तहरीर पर एसओ इंद्रेश भदौरिया और मुंशी हैड कांस्टेबल विशाल सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी गई।
डीएम डा. विभा चहल ने बताया कि थाना कोतवाली देहात में जांच के बाद कार्रवाई की गई है। जिले भर के लोगों को मैसेज देना है कि जो गलत कार्य करेगा उसको बख्शा नहीं जायेगा। किसी भी प्रकार का कोई गलत काम बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके लिए अधिकारियों की टीम लगा दी गई है। सुनील कुमार सिंह, एसएसपी एटा बताते हैं कि थाना कोतवाली देहात में जांच के दौरान शराब गायब मिली है। इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर दोनों को सस्पेंड कर दिया गया है। अन्य थानों में भी चेकिंग कराई जाएगी। अगर कहीं पर भी कोई कमी मिली तो वहां पर रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। इस मामले में आईपीएस अफसर को जांच दी गयी है। इसमें जनपद में और भी गड़बड़ी सामने आ सकती है।