मेरठ में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का भंडाफोड़, 8 पकड़े
सुभारती मेडिकल काॅलेज में पुलिस ने खरीददार बनकर किया बडा खुलासा। नर्सिंग स्टाफ के दो लोगों ने पुलिस को बेचा रेमडेसिविर इंजेक्शन, शक होने पर भागे। पुलिस को रोकने पर काॅलेज के छह बाउंसर भी गिरफ्तार किये गये हैं।

मेरठ। सुभारती मेडिकल काॅलेज में पुलिस ने खरीददार बनकर किया बडा खुलासा। नर्सिंग स्टाफ के दो लोगों ने पुलिस को बेचा रेमडेसिविर इंजेक्शन, शक होने पर भागे। पुलिस को रोकने पर काॅलेज के छह बाउंसर भी गिरफ्तार किये गये हैं।
जनपद मेरठ में विगत कुछ दिनो से पुलिस को सूचना मिल रही थी कि जनपद के कई मेडिकल कालेज, प्राइवेट चिकित्सालयो द्वारा कर्मचारियो द्वारा मिलीभगत करके मरीजों के नाम के आए रेमडेसिविर इंजेक्शन ब्लैक करके बेच जा रहा है। इस सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी द्वारा सर्विलांस सैल की टीम एवं थाना देहली गेट व थाना जानी पर पुलिस टीम का गठन करके पुलिस अधीक्षक देहात के निर्देशन में इनके विरूद्ध अभियान चलाया गया। पिछले सात दिनो से सुभारती कालेज से रमेडेसिविर इंजेक्शन खरीदने की बात पुलिस एवं अस्पताल कर्मचारियो की बात चल रही थी, जिसमें पुलिस कर्मचारियो द्वारा आबिद नाम के व्यक्ति से 32000 रूपये में सौदेबाजी हो रही थी जो 25000 रूपये पर तय हो गयी थी।
पुलिस ने बताया कि इस सूचना पर पुलिस टीम द्वारा समय करीब 9.50 बजे रात्रि सुभारती हॉस्पिटल पहुंचे तो सुभारती मेडिकल कालेज के कोविड वार्डध्नर्सिग कर्मचारी द्वारा सुभारती कालेज के मुख्य गेट पर इंजेक्शन देने के लिए बुलाया गया, जिन्होने 25000 रूपये नगद लेकर एक रेमडेसिविर इंजेक्शन प्राइवेट कपड़ो में तैनात पुलिस कर्मचारियो को बेच दिया। जब और इंजेक्शन की मांग की गयी तो उपरोक्त कर्मचारियो द्वारा तीन इंजेक्शन अगले दिन देने का विश्वास दिलाया गया। पुलिस के अनुसार इस सौदेबाजी के दौरान सुभारती मेडिकल कालेज के उक्त कर्मचारियो को कुछ शक हुआ तो वे वहां से भागकर आईसीयू में जाकर छिप गये, किन्तु पुलिस टीम द्वारा उनको वहां से पकड़ लिया गया। इस बीच वहां मौजूद सुभारती कालेज के गार्ड व बाउंसरो द्वारा पुलिस को घेरने की कोशिश की और गेट बंद कर दिया गया, किन्तु इस दौरान थाना देहली गेट, जानी व सर्विलांस सैल टीम द्वारा सरकारी कार्य में बाधा डालने पर मौके से 6 बांउसर/गार्ड को भी गिरफ्तार किया गया, जिसके सम्बन्ध में थाना जानी पर अभियोग पंजीकृत किया गया है। अभियुक्तों के पास से 25000 रूपये नगद व एक इंजेक्शन रेमडेसिविर की बरामदगी हुई है।
अभियुक्तों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि बरामद किया गया रेमडेसिवर इंजेक्शन 22 अपै्रल 2021 को कविनगर जनपद गाजियाबाद के निवासी शोभित जैन पुत्र विजय जैन को अलाट किया गया था। लेकिन कल शोभित जैन की मृत्यु हो जाने के बाद उन्होंने यह इंजेक्शन 25000 रूपये में बेचना तय कर दिया था। ज्ञात हुआ कि कुछ कर्मचारियांे द्वारा इस तरह से उक्त जीवनदायी इंजेक्शन मरीजों के ना लगाकर धन कमान के लालच में ज्यादा पैसों देने वाले मरीजो व उसके परिजनो को बेच देते हैं जबकि उक्त इंजेक्शन का एमआरपी 2450 रुपए लिखा है।
इस मामले में गिरफ्तार अभियुक्तों में अंकित शर्मा पुत्र अमरेश कुमार निवासी ग्राम मल्लाहपुर थाना रोहटा जनपद मेरठ (नर्सिंग स्टाफ), आबिद खान पुत्र जुल्फिकार निवासी ग्राम सिसौला कला थाना जानी जनपद मेरठ (नर्सिंग स्टाफ), रहीश पुत्र इस्लामुद्दीन निवासी ग्राम लखवाया थाना कंकरखेडा जनपद मेरठ (गार्ड/बांउसर), गौरव कुमार पुत्र महीपाल निवासी ग्राम चरला थाना फलावदा जनपद मेरठ (गार्ड/बांउसर), अमित कुमार पुत्र जगवीर निवासी ग्राम बहादुरपुर थाना परतापुर मेरठ (गार्ड/बांउसर), रोहित कुमार पुत्र सतवीर सिंह निवासी ग्राम हजूराबाद गढी थाना सिधावली अहीर जनपद बागपत (गार्ड/बांउसर), महेन्द्र सिंह पुत्र रतन सिंह निवासी ग्राम चीलक थाना शिकारपुर जनपद बुलन्दशहर (गार्ड/बांउसर) और अनिल कुमार पुत्र रामप्रकाश निवासी ग्राम उलेढा थाना गुलावठी जनपद बुलन्दशहर (गार्डध्बांउसर) शािमल हैं।