undefined

रोनी हरजीपुर में श्मशान निर्माण को लेकर विवाद

ग्राम प्रधान ने लगा दिया जिला पंचायत के काम पर अपने नाम का शिलापट, भाकियू नेता की शिकायत पर कार्यवाही, जिला पंचायत एएमए ने अफसरों को फटकारा, ग्राम प्रधान पर अपने नाम का शिलापट उतारा

रोनी हरजीपुर में श्मशान निर्माण को लेकर विवाद
X

मुजफ्फरनगर। जिला पंचायत के द्वारा कराये जा रहे विकास कार्यों को लेकर नाम की लड़ाई लगातार जारी है। विपक्षी जिला पंचायत सदस्य हमेशा ही अपने वार्डों में विकास कार्य नहीं कराये जाने और जो कार्य हो रहे हैं, उनको दूसरे के प्रस्तावों पर स्वीकृत कराने का आरोप लगाते हुए हंगामा करते रहे हैं। इसी को लेकर आज एक और विवाद सामने आया है। इसमें जिला पंचायत की ग्रांट से श्मशान घाट के शैड निर्माण के बाद गांव के प्रधान द्वारा अपने नाम का शिलापट लगा दिये जाने पर भाकियू नेता और जिला पंचायत सदस्य के पति ने हंगामा करते हुए अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज कराकर शिकायत की, जिसके बाद जिला पंचायत के सम्बंधित अफसरों की क्लास लगी तो इस विकास कार्ये को कथित रूप से अपने नाम करने के आरोपी ग्राम प्रधान ने विवाद का कारण बने शिलापट को दीवार से उतरवा लिया है।

प्राप्त समाचार के अनुसार चरथावल विकास खण्ड क्षेत्र के गांव रोनी हरजीपुर निवासी भारतीय किसान यूनियन ;भाकियूद्ध के युवा मंडल अध्यक्ष सहारनपुर मंडल विकास शर्मा की पत्नी कृष्णामति उर्फ मीनू जिला पंचायत के वार्ड 14 से सदस्य निर्वाचित है। विकास शर्मा का कहना है कि उनके प्रयासों से गांव में जिला पंचायत को राज्य सरकार से प्राप्त पंचम राज्य वित्त आयोग/15वां वित्त आयोग से प्राप्त टाईड/अनटाईड ग्रांट से गांव रोनी हरजीपुर में रूपवाली श्मशान घाट के शैड का निर्माण कार्य स्वीकृत किया गया था। उन्होंने बताया कि इस निर्माण कार्य में जिला पंचायत ने अपनी निधि से करीब ढाई लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया है। निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद श्मशान घाट के शैड की दीवार पर ग्राम प्रधान रोनी हरजीपुर ठाकुर विनोद पुण्डीर फौजी ने अपने नाम का शिलापट लगवा दिया है। इसमें निर्माण कार्य के लिए ग्राम प्रधान ने खुद को प्रयासकर्ता के रूप में उल्लेखित किया है। जबकि जिला पंचायत सदस्या कृष्णामति का नाम शिलापट पर अंकित नहीं किया गया है। इसकी जानकारी मिलने पर शुक्रवार को भाकियू नेता विकास शर्मा ने जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी जितेन्द्र कुमार से शिकायत करते हुए कड़ी नाराजगी जताई और ग्राम प्रधान के साथ जिला पंचायत के क्षेत्रीय अफसरों की मिलीभगत के आरोप भी लगाये तथा शिलापट पर क्षेत्र की सदस्या का नाम अंकित कराने के लिए मांग की।


सूत्रों के अनुसार जिला पंचायत के एएमए ने क्षेत्रीय अवर अभियंता को इसके लिए फटकार लगायी और तत्काल ही ग्राम प्रधान द्वारा अपने नाम का लगाया गया शिलापट हटवाने के निर्देश दिये। शनिवार को सवेरे जिला पंचायत के अफसरों ने पहुंचकर ग्राम प्रधान को मौके पर बुलवाया और शिकायत तथा विवाद की जानकारी देते हुए शिलापट लगाने पर जवाब मांगा तो ग्राम प्रधान ठाकुर विनोद पुण्डीर ने अपने नाम का शिलापट हटवा लिया। जिला पंचायत के एएमए जितेन्द्र कुमार ने बताया कि मौके पर नया शिलापट लगवाने के निर्देश दिये गये हैं। अब कोई विवाद नहीं है, शिकायत का निस्तारण कराकर दोनों पक्षों को सहमत किया गया है।

Next Story