नए हिट एंड रन कानून के खिलाफ क्रांतिसेना ने जताया रोष
कलेक्ट्रेट पहुंचकर डीएम कार्यालय पर किया प्रदर्शन, चक्का जाम में चालकों को दिया समर्थन, पीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
मुजफ्फरनगर। नए हिट एंड रन कानून को वापस लेने की मांग करते हुए मंगलवार को क्रांति सेना के कार्यकर्ताओं ने डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा और इस नए कानून में चालकों के लिए किये गए सख्त सजा व जुर्माने के प्राविधान को लेकर रोष प्रकट किया।
क्रांति सेना द्वारा सरकार द्वारा लागू किए गए हिट एंड रन कानून को वापस लेने के लिए एक ज्ञापन प्रधानमंत्री भारत सरकार के नाम जिला अधिकारी के माध्यम से प्रेषित किया गया। आज क्रांति सेना के पदाधिकारी व कार्यकर्ता क्रांतिसेना राष्ट्रीय कार्यालय प्रकाश चैक से एकत्रित होकर प्रदेश उपाध्यक्ष डा. योगेंद्र शर्मा व सहारनपुर मंडल अध्यक्ष शरद कपूर के संयुक्त नेतृत्व में कलेक्ट्रेट कंपाउंड में जुलूस के रूप में पहुंचे और वहां पहुंचकर हिट एंड रन कानून के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए जोरदार नारेबाजी की। केंद्र सरकार से इस काले कानून को वापस लेने की मांग करते हुए पदाधिकारियों ने कहा कि यह कानून वाहन चालकों के हित में नहीं है। इस कानून के बन जाने से वाहन चालकों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा, क्योंकि कोई भी वाहन चालक दुर्घटना जानबूझकर नहीं करता, अगर वह दुर्घटना के वक्त वहां रुक कर पीड़ित का कुशलक्षेम जानना चाहता है तो उसे वहां एकत्रित भीड़ द्वारा प्रताड़ित भी किया जा सकता है, क्योंकि इस समय सर्दी का मौसम है और सड़कों पर कोहरा भी छाया रहता है जिससे चालकों को वाहन चलाने में बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और ऐसे में दुर्घटना होने की आशंका बढी रहती है। क्रांतिसेना ने इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे चालकों का समर्थन भी किया और कानून को वापस लेने की मांग की गई।
प्रदर्शन में मुख्य रूप से शक्ति सिंह, आलोक अग्रवाल, मुकेश त्यागी, देवेंद्र चैहान, राजेश कश्यप, सुनील सैनी, नरेंद्र ठाकुर, मंगतराम, ललित रोहिल्ला, संजय गोयल, संजीव वर्मा, बृजपाल बोपाडा, रूपराम कश्यप, अर्जुन मलिक, शशि कुमार, शैलेंद्र विश्वकर्मा, पुष्पेंद्र सैनी, अमित ठाकुर, हरेंद्र शर्मा, सचिन जोगी, शंकी शर्मा, राजेश अरोड़ा, राकेश काला, दीपक, भोला, मनोज चैधरी, सनी वर्मा, विकास चैहान, नितिन पवार, राजेंद्र तायल, नरेंद्र शर्मा, गजेंद्र कुमार आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।