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विक्की त्यागी की हत्या के समय बालिग था सागर

सनसनीखेज हत्याकांड के सात साल बाद आया किशोर न्याय बोर्ड का फैसला, हत्यारोपी बालिग करार, 2015 में कोर्ट परिसर में गोलियों से भूनकर सिख वेशधारी युवक ने की थी विक्की की हत्या

विक्की त्यागी की हत्या के समय बालिग था सागर
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मुजफ्फरनगर। विक्की त्यागी हत्याकांड में आरोप झेल रहे सागर मलिक निवासी गांव बहावड़ी के बालिग और नाबालिग होने के मामले में हत्याकांड के सात साल बाद किशोर न्याय बोर्ड ने सुनवाई पूरी कर अपना फैसला सुनाया है। इसमें बोर्ड ने साफ कर दिया है कि विक्की त्यागी की हत्या के समय हत्यारोपी सागर मलिक नाबालिग नहीं था। बोर्ड ने अपने फैसले में सागर को बालिग करार देकर इस मामले को नया मोड़ देने का काम किया है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार कुख्यात विक्की त्यागी को 16 फरवरी 2015 के दिन जेल से लाकर एक मामले में कड़ी सुरक्षा के बीच एडीजे-10 के न्यायालय में पेश किया गया था। इसी बीच करीब ढाई बजे कोर्ट परिसर में ही अधिवक्ता बनकर आए एक सिख वेशधारी युवक ने विक्की त्यागी पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थी, जिसके बाद उसने मौजूद पुलिस को पिस्टल सौंपकर आत्मसमर्पण कर दिया था। गोलियां लगने से विक्की त्यागी की मौके पर ही मौत हो गई थी। उक्त मामले में विक्की त्यागी की मां सुप्रभा ने सिख वेशधारी अधिवक्ता का रूप बनाकर आए सागर मलिक सहित कई अन्य के विरु( हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। विक्की त्यागी हत्याकांड के मामले में मौके से अरेस्ट हुए सागर की आयु को लेकर पेंच फंस गया था। सागर के परिजनों ने दावा किया था कि विक्की त्यागी हत्याकांड के समय सागर नाबालिग था। गिरफ्तारी के बाद सागर को नैनी जेल भेज दिया गया था। जबकि परिजनों के प्रार्थना पत्र पर उसके बालिग न होने के मामले में सुनवाई किशोर न्याय बोर्ड में चल रही थी। किशोर न्याय बोर्ड के आदेश पर कुछ माह पहले तत्कालीन न्यायिक मजिस्ट्रेट ने सागर की मेडिकल रिपोर्ट तलब की थी। किशोर न्याय बोर्ड की ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट विभा धामा ने सुनवाई पूरी कर सागर मलिक उर्फ सागर बहावड़ी के मामले में फैसला सुनाते हुए विक्की त्यागी हत्याकांड के समय उसे बालिग करार दिया। इसके साथ ही इस मुकदमों को नया मोड़ मिला है।

बता दें कि शामली जनपद के बहावड़ी गांव निवासी सागर मलिक को विक्की त्यागी की हत्या से पहले भी 11 जुलाई 2013 को कचहरी परिसर में की गई बहावड़ी के पूर्व प्रधान देवेन्द्र की हत्या में आरोपी बनाया गया था। उस समय सागर की आयु मात्र 16 वर्ष थी। मृतक पूर्व प्रधान पर सागर के पिता यशपाल और उसके मामा सुरेश पाल की हत्या का आरोप था। सागर अपने ममेरे भाई अजय के साथ मिलकर पूर्व प्रधान देवेन्द्र को मार डाला था। विक्की त्यागी हत्याकांड के बाद सीबीसीआइडी जांच में सामने आया था कि हत्याकांड के लिए सागर मलिक से 50 लाख रुपये की डील हुई थी। यह डील 4 अप्रैल 2022 को थानाभवन क्षेत्र में एके-47 के साथ दबोचे गए अनिल बालियान उर्फ पिंटू माजरा ने कराई थी।

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