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अब्दुल्ला आजम केस में गवाह पीसीएस गजेन्द्र कुमार को मिला मुजफ्फरनगर

जनपद कन्नौज में तैनाती के दौरान सरकारी भूमि पर प्लाटिंग करने में कार्यवाही कर पाई थी सुर्खियां, अब मुजफ्फरनगर जनपद में एडीएम वित्त की संभालेंगे कुर्सी।

अब्दुल्ला आजम केस में गवाह पीसीएस गजेन्द्र कुमार को मिला मुजफ्फरनगर
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मुजफ्फरनगर। शासन के द्वारा देर रात आठ वरिष्ठ पीसीएस अफसरों का तबादला करते हुए नई तैनाती दी गयी है। इसमें जिले के अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अरविन्द कुमार मिश्र का भी तबादला किया गया है। उनके स्थान पर कन्नौज में तीन साल से ज्यादा की लंबी और यादगार पारी खेलने वाले साल 2012 बैच के पीसीएस गजेन्द्र कुमार को यहां पर तैनात किया गया है।

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मुजफ्फरनगर जनपद के एडीएम वित्त अरविन्द कुमार मिश्र को प्रमोशन देते हुए जनपद फर्रुखाबाद में मुख्य विकास अधिकारी बनाया गया है। उनके स्थान पर यहां पर कन्नौज जनपद में एडीएम वित्त के पद पर कार्यरत पीसीएस अफसर गजेन्द्र कुमार को भेजा गया है। पीसीएस गजेन्द्र कुमार यूपी की राजनीतिक सरगर्मियों की सुर्खियों में रहे सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां के पुत्र और रामपुर की स्वार सीट से विधायक रहे अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाण पत्र केस में मुख्य गवाह रहे हैं। भाजपा नेता आकाश सक्सेना एडवोकेट द्वारा दर्ज कराये गये मुकदमे में घटना के समय गजेन्द्र कुमार को स्वार तहसील के एसडीएम के पद पर कार्यरत थे। अक्टूबर 2022 में गजेन्द्र कुमार द्वारा एमपी एमएलए विशेष कोर्ट में दूसरे गवाह जनपद ललितपुर के मुख्य अग्निशमन अधिकारी मतलूब हसन के साथ गवाही दे चुके हैं। इसके साथ ही कन्नौज में तैनाती के दौरान पीसीएस गजेन्द्र कुमार ने फर्रुखाबाद रोड पर सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा कर वहां प्लाटिंग शुरू कर दिये जाने के मामले में गंभीर कार्यवाही कराकर भी सुर्खियां पाई थी। उनको योगी सरकार में एक ईमानदार और दबंग छवि वाला अधिकारी माना जाता है।

सूत्रों के अनुसार गजेन्द्र कुमार मूल रूप से जनपद मेरठ के निवासी हैं। इस कारण वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के राजनीतिक, सामाजिक और दूसरे सभी मिजाज से पूरी तरह से वाकिफ हैं। साल 2012 में वो पीसीएम अफसर के रूप में सेवा में आये और 7 सितम्बर 2012 को उनको जनपद गौंडा में प्रशिक्षु डिप्टी कलैक्टर के रूप में पहली तैनाती मिली थी। जुलाई 2013 तक वो यहां पर तैनात रहे। इसके बाद शासन ने उनको वाराणसी में डिप्टी कलैक्टर बनाकर भेजा था। वहां पर वह अक्टूबर 2014 तक कार्यरत रहे। यहां से उनको मैनपुरी और इसके बाद रामपुर तथा सीएम योगी आदित्यनाथ की कर्मस्थली के रूप में पहचान रखने वाले जनपद गोरखपुर में डिप्टी कलैक्टर के रूप में कार्य करने का अवसर मिला।

फरवरी 2019 में उनको गोरखपुर से हटाकर प्रमोशन दिया और गजेन्द्र कुमार जनपद हरदोई में नगर मजिस्ट्रेट के पद पर तैनात किये गये। जनवरी 2020 में उनको शासन ने फिर से प्रमोट किया और इस बार उनको कन्नौज में एडीएम वित्त एवं राजस्व के पद पर तैनात किया गया। यहां पर गजेन्द्र कुमार ने करीब तीन साल दो माह का लंबा और सफल कार्यकाल पूर्ण किया है। पीसीएस गजेन्द्र कुमार सेवाकाल में सौभाग्यशाली अफसर भी है, जिनको देश के प्रमुख राजनेताओं की कर्मस्थली वाले यूपी के मुख्य जनपदों कार्य करने का अवसर मिला। इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी, सपा के संस्थापक और पूर्व रक्षा मंत्री स्व. मुलायम सिंह यादव के राजनीतिक क्षेत्र जनपद मैनपुरी, सीएम सिटी के रूप में विख्यात जनपद गोरखपुर, सपा के वरिष्ठ नेता और देश की राजनीतिक सुर्खियों में सिरमौर बने सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां की जन्म और राजनीतिक कर्मस्थली जनपद रामपुर शामिल हैं। अब वो देश और प्रदेश की राजनीति में प्रमुख स्थान के साथ ही ऐतिहासिक भागीदारी रखने वाले जनपद मुजफ्फरनगर में नई पारी खेलने के लिए तैयार हैं।

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