कोरोना की रोकथाम के लिए टैबलेट पर रिसर्च शुरू

जिन्हें भी इंजेक्शन से परेशानी है वो टैबलेट के जरिए टीका ले सकते हैं। हालांकि प्रोफेसर गिल्बर्ट ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ इस तरह के वैक्सीन को बनने में थोड़ा समय लग सकता है क्योंकि सुरक्षा और असर से जुड़े परीक्षण करने होंगे।

Update: 2021-02-25 09:58 GMT

नई दिल्ली। कोरोना वायरस की वैक्सीन से घबराने वालों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें इंजेक्शन की जगह टैबलेट दिया जा सकेगा। आॅक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक इस पर काम कर रहे हैं।

ब्रिटिश अखबार डेली मेल में प्रकाशित खबर के अनुसार आॅक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन की चीफ डेवलपर सारा गिल्बर्ट ने बताया कि उन्होंने अपनी टीम के साथ इंजेक्शन फ्री टीके पर काम शुरू कर दिया है। रिसर्च के बारे में हाउस आॅफ काॅमन्स साइंस एंड टेक्नोलाॅजी कमेटी को बताते हुए प्रोफेसर गिल्बर्ट ने कहा, नेजल स्प्रे के जरिए कई फ्लू वैक्सीन दी जाती हैं और हम इसी की तरह काम करने वाला कोरोना वैक्सीन तैयार करने में जुटे। उन्होंने बताया कि जिन्हें भी इंजेक्शन से परेशानी है वो टैबलेट के जरिए टीका ले सकते हैं। हालांकि प्रोफेसर गिल्बर्ट ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ इस तरह के वैक्सीन को बनने में थोड़ा समय लग सकता है क्योंकि सुरक्षा और असर से जुड़े परीक्षण करने होंगे। खबर के मुताबिक, टैबलेट का क्लिनिकल अमेरिका में शुरू किया जा चुका है, जबकि ब्रिटेन में नेजल स्प्रे का ट्रायल चल रहा है।

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