हनी ट्रैप में फंसे बड़े नेता, नौकरशाह व मीडिया टाइकून

Update: 2021-02-22 17:52 GMT

मुंबई। क्राइम ब्रांच चीफ मिलिंद भारंबे ने सोमवार को बताया कि उनकी टीम ने एक ऐसे गिरोह के तीन लोगों को पकड़ा है, जिन्होंने नेताओं के अलावा नौकरशाहों, मीडिया में टॉप की पोस्ट पर बैठे कुछ लोगों और बॉलिवुड में भी कई लोगों से सेक्सटॉर्शन किया था। भारंबे के अनुसार, आरोपियों को पकड़ने के लिए उन्होंने यूपी, हरियाणा और राजस्थान की पुलिस की मदद ली, क्योंकि यह आरोपी इन राज्यों से ताल्लुक रखते हैं।

खास बात यह है कि इस केस में शिकायत मुंबई में किसी बड़ी हस्ती ने की- यूपी, हरियाणा और राजस्थान में किसी ने नहीं की। क्राइम ब्रांच सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तारी के बाद आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि नौकरशाहों में इन्होंने कुछ आईएएस, आईपीएस जैसे ब्यूरोक्रैट्स को भी अपने टार्गेट पर लिया था। इस रैकेट ने पूरे देश भर में सेक्सटॉर्शन किया था।

आरोपियों की मोडस ऑपरेंडी बहुत ही यूनिक थी। इन लोगों ने अलग-अलग लड़कियों के नाम के सोशल मीडिया अकाउंट्स बनाए थे। सबसे ज्यादा 171 फर्जी फेसबुक अकाउंट पूजा शर्मा के नाम के बने थे। इसके बाद नेहा शर्मा के नाम से। आरोपी पहले फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया अकाउंट्स में सोशल रेकी करते थे कि किसे टार्गेट किया जा सकता है। इसके बाद वह पूजा व नेहा शर्मा या अन्य नाम से फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट भेजते थे। यदि सामने वाले ने रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली, तो धीरे-धीरे फेसबुक मैसेंजर में उससे चैटिंग शुरू करते थे।

दोस्ती होने के बाद बहाने से सामने वाले से उसका मोबाइल नंबर ले लेते थे। फिर उससे वॉट्सऐप चैटिंग करते थे और फिर शनिवार की शाम जिसे टार्गेट करना होता था, उसे वीडियो कॉल की जाती थी। लेकिन इस कॉल में कॉल करने वाला अपना चेहरा नहीं दिखाता था, बल्कि कुछ सेकंड के अंदर एक पॉर्न फिल्म का लिंक भेज देता था। काफी लोग लिंक ओपन करने के बाद पॉर्न फिल्म देखते भी थे, कुछ अशोभनीय हरकतें भी करते थे। आरोपी उसकी पूरी वीडियो रिकॉर्डिंग कर लेते थे। फिर इस रिकॉर्डिंग को मॉर्फ करते थे और फिर सामने वाले को उस मॉर्फ वीडियो का लिंक भेजते थे।

चैटिंग में कहते थे कि हम इसे यूट्यूब चैनल व अन्य सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर अपलोड कर रहे हैं। यदि बदनामी से बचना है, तो हम एक अकाउंट बता रहे हैं, उसमें रकम भेज दो। सामने वाला यदि डर गया और उसने रकम बताए अकाउंट में ट्रांसफर कर दी, तो फिर उसे बार-बार ब्लैकमेल करते थे और रकम मांगते रहते थे। ऐसे ही एक परेशान हाई प्रोफाइल व्यक्ति ने साइबर सेल की डीसीपी रश्मि कंरीदकर से इस बारे में शिकायत की। उसी के बाद हुई जांच में इस हनीट्रैप रैकेट का भंडाफोड़ हुआ।

साइबर सेल की जांच में 58 ऐसे बैंक खातों का पता चला है, जहां सेक्सार्टशन की इस रकम को ट्रांसफर किया गया था। खास बात यह है कि 'पूजा शर्मा' या 'नेहा शर्मा' सामने वाले से कभी कॉल नहीं करती थीं, सिर्फ चैटिंग करती थीं। आरोपियों को पता था कि कॉल करने पर वे लोग आवाज से पकड़ लिए जाएंगे कि वे महिला नहीं, पुरुष हैं। वह सेक्सटॉर्शन भी कॉल से नहीं, चैटिंग से करते थे।

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