अफगानिस्तान में अपना घर बार छोड़ 180 सिख परिवार शरण लेने भारत आए

गुरुद्वारे पर हमला किया गया और सिख परिवारों का उत्पीडन किया गया। इसके चलते सिखों को अफगानिस्तान में अपने जमीन और घर बार छोड़कर भारत में शरण के लिए आनेपर मजबूर होना पड़ रहा है।

Update: 2020-09-04 06:17 GMT

नई दिल्ली। पाकिस्तान ही नहीं अफगानिस्तान में भी धार्मिक आधार पर लोगों से ज्यादतियां की जा रही हैं। इसी से परेशान होकर वहां जुल्म का शिकार हुए 180 सिख परिवारों का एक जत्था अपने घर बार छोडकर दिल्ली पहुंचा है। उन्होंने बताया वहां गुरुद्वारे पर हमला किया गया और सिख परिवारों का उत्पीडन किया गया। इसके चलते सिखों को अफगानिस्तान में अपने जमीन और घर बार छोड़कर भारत में शरण के लिए आनेपर मजबूर होना पड़ रहा है।

यह जानकारी देते हुए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि 180 सिख परिवारों का एक जत्था अफगानिस्तान से गुरुवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचा। इस साल मार्च में अफगानिस्तान में एक गुरुद्वारे पर हमले और धार्मिक आधार उत्पीडन के मामलों के बाद वहां से सिख और हिंदू परिवारों को 'पलायन' के लिए मजबून होना पड़ा है। इस तरह से अभी तक 450 से अधिक परिवार दिल्ली आ चुके हैंैै। ऐसे लोगों के उनके ठहरने की व्यवस्था दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा गुरुद्वारों में की जा रही है। अपने घर बार छोडकर अपनी आस्था के साथ गुरुग्रंथ साहिब लेकर यह लोग यहां पहुंचे हैं। मनजिंदर सिंह ने केंद्र सरकार और गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल को इन परिवारों के लिए दीर्घकालिक वीजा की सुविधा दिलाने के लिए उनका आभार जताया।

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