नायडू बोले निलंबन से मैं भी दुखी हूं, रामगोपाल यादव ने कहा-मैं मांगता हूं सांसदों की गलती के लिए माफी

रामगोपाल यादव ने कहा कि विपक्ष के लोगों से गलती हुई है और जो बड़े होते हैं, उनका दिल बड़ा होना चाहिए। उन्हें माफ करना चाहिए।

Update: 2020-09-22 06:38 GMT

नई दिल्ली। कृषि विधेयक के विरोध्के बीच राज्यसभा से निलंबित आठ सांसदों का मामला तूल पकड़ चुका है। मंगलवार को राज्यसभा में हंगामे के बीच समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव ने सांसदों का निलंबन रद्द करने की मांग की। रामगोपाल यादव ने कहा कि, विपक्ष के लोगों से गलती हुई है और जो बड़े होते हैं, उनका दिल बड़ा होना चाहिए। उन्हें माफ करना चाहिए। उनका निलंबन रद्द किया जाए। मैं सभी सांसदों की तरफ से माफी मांगता हूं।

सदन में हंगामा करने और उपसभापति हरिवंश से बदसलूकी के लिए आठ संसदों को सस्पेंड कर दिया गया था। जिसके बाद सांसदों ने रातभर गांधी प्रतिमा के सामने बैठकर धरना दिया। इसको लेकर राज्सभा में मंगलवार (22 सितंबर) को भी हंगामा जारी है। सभापति नायडू ने हंगामे पर नाराजगी जताते हुए कहा, मैं भी सांसदों के निलंबन को लेकर खुश नहीं हूं। लेकिन उनके आचरण को लेकर कार्रवाई की गई है। हमारे मन में किसी भी सदस्य के खिलाफ कुछ भी गलत नहीं है।

राज्यसभा के सभापति एम.वेंकैया नायडू ने कहा, आप लोगों को जरा आज का अखबार उठाकर देखना चाहिए। उन सासंदों (सस्पेंड) ने मीडिया से बात में न सिर्फ अपनी हरकत को जस्टिफाई किया है बल्कि कहा कि इसमें गलत क्या था। एम.वेंकैया नायडू ने कहा, किसी भी मुद्दे पर डिविजन मांगना आपका संवैधानिक अधिकार है लेकिन वेल में आने के बजाय आप सीट से भी ये काम किया जा सकता था। अगर आपको लगता है कि उपसभापति ने आपकी पूरी बात नहीं सुनी तो आप मेरे पास भी आ सकते हैं, लेकिन इस तरह की हरकत सदस्यों को बिल्कुल शोभा नहीं देती। 

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