भाकियू नेता राकेश टिकैत का नया वीडियो संदेश, जानिए क्यों सरकार पर भड़के

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि 20 साल बाद जीएम सरसों के परीक्षण की मंजूरी बिना वैज्ञानिक अध्ययन किसान व मानव जाति की लिए बड़ा खतरा है।

Update: 2022-10-31 10:20 GMT

मुजफ्फरनगर। केन्द्र सरकार के द्वारा जीईएसी की सिफारिशों पर जीएम सरसों के परीक्षण की मंजूरी दिये जाने को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कृषि कानूनों से भी बड़ा काला फैसला बताते हुए इसका विरोध और आंदोलन करने की चेतावनी दी है।

राकेश टिकैत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स ट्विटर और फेसबुक पर अपना वीडियो संदेश जारी करते हुए केन्द्र सरकार के फैसलों पर आपत्ति जताते हुए किसानों को इसके खिलाफ बड़े आंदोलन के लिए तैयारी रहने का आह्नान किया है।

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि 20 साल बाद जीएम सरसों के परीक्षण की मंजूरी बिना वैज्ञानिक अध्ययन किसान व मानव जाति की लिए बड़ा खतरा है। केन्द्र सरकार द्वारा दी गयी बीटी काटन के उत्पादन की अनुमति भी बासुदेव संसदीय कमेटी की सिफारिशों को दरकिनार करना है। उन्होंने कहा कि हमें जीईएसी का फैसला अस्वीकार्य है। बीकेयू इसका पुरजोर विरोध करेगी।

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