सीएम त्रिवेन्द्र ने कहा-रामपुर तिराहा गोलीकांड एक काला धब्बा

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रामपुर तिराहा कांड के शहीदों को श्रद्धाजलि देने के बाद कहा-25 दलों की गठबंधन सरकार में अटल जी ने देश को दिये थे तीन अलग राज्य, मुलायम सिंह बर्बरता पर अटल जी ने लगाया था मरहम, आज देश की तरक्की में उत्तराखंड का बड़ा योगदान। शहीदों का हर सपना साकार करने के प्रयासों में जुटी है भाजपा सरकार।;

Update: 2020-10-02 10:06 GMT

मुजफ्फरनगर। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य आंदोलन के लिए उत्तराखंड के लोगों ने बड़ी कीमत चुकाई है। सपा सरकार में मुलायम सिंह यादव ने अहिंसा के पुजारी महात्मा गांधी की जयंती की पूर्व संध्या पर निहत्थे और निर्दोष लोगों के साथ बर्बरतापूर्ण अमानवीय और वीभत्स अत्याचार कराया, यह अत्याचार एक काला धब्बा बनकर आज भी याद किया जाता है। उन्होंने राज्य आंदोलन के शहीदों को नमन करते हुए कहा कि भाजपा सरकार उनके सपनों का राज्य बनाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि छोटे राज्य देश की खुशहाली में बड़ा योगदान दे रहे हैं, ये पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की दूरदर्शिता का ही परिणाम है।


शुक्रवार को रामपुर तिराहा कांड की 26वीं बरसी पर शहीद स्मारक पर आयोजित श्रद्धाजलि सभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि 2 अक्टूबर के दिन को देश में अहिंसा के बल पर देश को आजादी दिलाने वो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और खाद्यान्न के लिए देश को आत्मनिर्भर बनाते हुए जवान और किसान की ताकत बढ़ाने का काम करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जन्मोत्सव के रूप में याद किया जाता है, लेकिन उत्तराखंड और यूपी के लोगों को यह दिन बर्बर हिंसा के रूप में याद आता है। इस दिन अलग राज्य की मांग करने के लिए दिल्ली प्रदर्शन में जाते पहाड़ के लोगों पर, उनकी मां और बहनों पर रामपुर तिराहा पर पुलिस ने राज्य के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के इशारे पर बर्बर अत्याचार किया। यहां कई लोग शहीद हुए।

उत्तराखंड के इतिहास में यह दिन काला धब्बा है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही रामपुर तिराहा के आसपास के गांवों के लोगों के भाईचारे के लिए भी हम इस दिन को याद करते हैं। यहां के लोगों ने अमानवीय बर्बरता की उस रात मां बहनों की मदद के लिए भरपूर योगदान दिया। हमारी सरकार ऐसे लोगों की )णी रहेगी। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उत्तराखंड बड़े संघर्ष के बाद बना। उस दौर में पहाड़ के घरों में लोगों ने खाना पीना तक छोड़कर राज्य आंदोलन को आगे बढ़ाया। वहां की मीडिया का भी इसमें बड़ा योगदान रहा। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि मुलायम सिंह यादव ने जिस राज्य को रोकने के लिए निर्दोष मां, बहन और बेटियों के साथ बर्बरता कराई। युवाओं और बुजुर्गों पर गोलियां चलवाई, उस राज्य की अहमियत को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने समझा था।


उन्होंने 25 दलों के गठबंधन की सरकार के दौरान देश को तीन अलग राज्य देने का काम किया था। जिनमें उत्तराखंड भी शामिल है। यह उनकी ही दूरदर्शिता थी, जिसमें आज ये तीनों छोटे राज्य विकास के साथ ही हर मोर्चे पर देश की तरक्की में बड़ा योगदान दे रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि जिस समय उत्तराखंड राज्य को अलग राज्य का दर्जा देने की बात चल रही थी तो राजनीतिक स्तर पर इसका विरोध हुआ और इसको केन्द्र शासित प्रदेश बनाने की बात ने जोर पकड़ लिया था, लेकिन पौने 600 किलोमीटर की अंतर्राष्ट्रीय सीमा रखने वाले उत्तराखंड के अलग राज्य को देश की राष्ट्रीय व सामरिक सुरक्षा की दृष्टि से तत्कालीन गृह मंत्री लालकृष्ण आडवाणी ने महत्वपूर्ण माना था और अटल जी की दृढ़ता के कारण ही यह राज्य अलग राज्य बन सका। आज उत्तराखंड के अलग राज्य होने के कारण ही हम चीन को मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं।

हमारी सरकार ने चीन की सीमाओं तक सड़क बनाकर वहां सैनिकों के आवागमन को सुलभ बनाने का काम किया है, जो देश की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है। आज लोग भी इसके अलग राज्य के अस्तित्व की महत्ता को समझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य आंदोलन में शहीद हुए लोगों को हम नमन करते हैं। राज्य उनको नहीं भुला पायेगा। हमारी सरकार इन शहीदों के हर सपने को साकार करने का काम कर रही है। बता दें कि अलग राज्य निर्माण के लिए आंदोलन में भाग लेने के लिए दिल्ली जाते समय 2 अक्टूबर 1994 की रात्रि में रामपुर तिराहे पर उत्तराखंड के लोगों पर पुलिस ने गोलियां चला दी थी। यहां पर कई लोगों की मौत हो गयी थी। इस गोलीकांड के बाद पूरे पहाड़ क्षेत्र में हालात बेकाबू हो गये थे।

इससे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत देहरादून से हेलीकाॅप्टर द्वारा मुजफ्फरनगर पुलिस लाइन के हैलीपेड पर पहुंचे। यहां से डीएम सेल्वा कुमारी जे. और एसएसपी अभिषेक यादव की अगुवाई में उनका काफिला रामपुर तिराहा स्थित शहीद स्मारक पर पहुंचे। मुख्यमंत्री ने अन्य नेताओं और विधायकों के साथ शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र अर्पित करते हुए शहीदों को नमन किया। इसके बाद श्रद्धाजलि सभा में शामिल हुए। यहां पर उन्होंने महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री के चित्र पर उनकी जयंती के लिए पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धाजलि दी।

मुख्य रूप से उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष विधायक हरबंश कपूर, भाजपा उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष विधायक बंशीधर भगत, रुड़की के विधायक प्रदीप बत्रा, पुरकाजी के विधायक प्रमोद उटवाल, गौसेवा आयोग उत्तराखंड के उपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह अथवाल, मेयर गौरव गोयल, भाजपा जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला, रमेश खुराना, वैभव त्यागी, सचिन त्यागी, सचिन सिंघल, सुषमा पुण्डीर, महावीर प्रसाद शर्मा आदि मौजूद रहे।

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