MUZAFFARNAGAR-गोल मार्किट में प्याऊ निर्माण को लेकर तकरार, निर्माण रूका

तुलसी पार्क के पास एक प्याऊ होने के बावजूद पालिका प्रशासन बनवा रहा प्याऊ, कई परिवारों पर रोजगार बंद होने का संकट, गोल मार्किट का बरामदा कब्जाने वाले एक तथाकथित नेता के दबाव में हो रहा काम, गरीब ठेले वालों ने चेयरपर्सन से लगाई मदद की गुहार

Update: 2024-05-10 10:00 GMT

मुजफ्फरनगर। शहर के हृदय स्थल शिव चौक के पास स्थित तुलसी पार्क पर ठेले लगाकर रोजी रोटी का जुगाड़ करते हुए मजदूरी करने वाले कई परिवारों पर नगरपालिका परिषद् के एक फैसले से रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। गोल मार्किट में पालिका के किरायेदार व्यापारी के द्वारा अपनी दुकान के सामने बरामदे में खुद अतिक्रमण करने के बावजूद अतिक्रमण का हवाला देते हुए पालिका प्रशासन को गुमराह करते हुए कई परिवारों को उजाड़ने की तैयारी की जा रही है। कई सभासद भी इस तथाकथित कब्जाधारी नेता की हरकतों का विरोध गुपचुप तरीके से कर रहे, लेकिन पालिका के अधिकारी इसके दबाव में इतने विवश नजर आ रहे हैं कि वो तुलसी पार्क के पास प्याऊ होने के बावजूद भी एक नया प्याऊ बनाकर केवल दो तीन ठेले वालों को उजाड़ने की तैयारी कर चुके हैं। विवाद के कारण कई माह से यहां पर प्याऊ का निर्माण नहीं करने वाले ठेकेदार को पालिका अफसरों ने नोटिस की कार्यवाही करने की चेतावनी दी तो वो शुक्रवार सुबह लेबर और निर्माण सामग्री लेकर मौके पर पहुंच गया। गरीब ठेले वालों ने चेयरपर्सन तक बात पहुंचाई तो उन्होंने फिलहाल दो तीन दिनों तक काम रुकवा दिया है।

नगरपालिका परिषद् की चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने शहर में पेयजलापूर्ति को सुधारने के लिए पूर्व में लगे 75 शीतल आरओ वाटर कूलर को दुरुस्त करवाने का अभियान छेड़ने के साथ ही 15 नए आरओ वाटर कूलर स्थापित कराये। इसके साथ ही उनके द्वारा गर्मी में बाजारों में आने वाले लोगों के लिए प्याऊ भी लगवाये जा रहे हैं। लेकिन कुछ लोग उनको भ्रमित करते हुए ऐसे काम भी करा रहे हैं, जिनकी न तो आवश्यकता है और न ही वो जनहित में हैं, क्योंकि ऐसे ही एक काम के कारण कई परिवारों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। दरअसल, पालिका की गोल मार्किट में अपनी दुकान करने वाले एक तथाकथित नेता ने खुद पूरा बरामदा अवैध तरीके से कब्जा रखा है, लेकिन पालिका प्रशासन को अतिक्रमण हटवाने के लिए प्याऊ का निर्माण कराने के लिए भ्रमित कर रहे हैं।


पालिका सूत्रों के अनुसार जनवरी की बोर्ड बैठक में तुलसी पार्क के पास एक प्याऊ निर्माण का प्रस्ताव पारित किया गया था। इसमें तीन बार टैण्डर कराने पड़े, क्योंकि यहां पर विवाद की स्थिति को देखते हुए कोई भी टैण्डर लेने के लिए तैयार नहीं हुआ। तीसरी बार सिंगल टैण्डर ठेकेदार सुनील कुमार के नाम स्वीकृत हुआ। एग्रीमेंट मिलने के बाद ठेकेदार ने प्याऊ का निर्माण शुरू कराने के लिए कदम उठाया तो गोल मार्किट में दो गुटों में बंटे व्यापारियों ने विरोध किया, तो काम रोक दिया गया। पिछले कुछ दिनों से तथाकथित नेता और पालिका के किरायेदार व्यापारी ने पालिका प्रशासन पर फिर से दबाव बनाना शुरू किया। पालिका के निर्माण विभाग के एई अखंड प्रताप सिंह ने चेरयपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के बाहर होने के बावजूद ठेकेदार को नोटिस और जमानत राशि जब्त करने की चेतावनी देते हुए प्याऊ का निर्माण जल्द कराने के लिए दबाव बनाया तो शुक्रवार को सुबह लेबर को लेकर ठेकेदार सुनील कुमार निर्माण सामग्री लेकर गोल मार्किट पहुंच गये। यहां गरीब ठेले वालों ने हल्का विरोध करते हुए रोजी रोटी का संकट खड़ा होने का हवाला दिया। इसी बीच तथाकथित नेता भी वहां रौब जमाने पहुंच गया।

इसी बीच ठेकेदार ने विरोध को देखते हुए काम शुरू नहीं किया तो ये नेता ठेकेदार को भी धमकाने लगा। पालिका के अधिकारियों को फोन किया। उन्होंने बताया कि चेयरपर्सन ने जिले में लौटने तक काम रोकने के लिए कहा है, वो आने के बाद ही दोनों पक्षों से बात कर इस मामले में समाधान निकालने का प्रयास करेंगी। यह सुनकर तथाकथित नेता भड़क गया और ठेकेदार को धमकी दे डाली कि प्याऊ का निर्माण रोकने की हिम्मत तो चेयरपर्सन में भी नहीं है। इसका निर्माण पालिका को करना ही पड़ेगा और यहां से ठेले वालों को हटवाकर ही दम लूंगा। लोगों का कहना है कि इस तथाकथित नेता ने ही पालिका की सम्पत्ति तुलसी पार्क पर भी अवैध कब्जा किया हुआ है। इसकी शिकायत के बाद भी उस पर पालिका द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जाती है। पालिका सूत्रों ने बताया कि चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के लौटने पर ही अब इस मामले में कार्यवाही होगी। गरीब ठेले वालों का कहना है कि वो भी चेयरपर्सन से मिलकर अपनी बात रखेंगे। यहां प्याऊ बना तो उनका रोजगार का साधन ही छिन जायेगा और परिवार भुखमरी की कगार पर आ जायेगा। उन्होंने कहा कि पूरी गोल मार्किट और शहर के दूसरे बाजारों में अतिक्रमण की भरमार है। गोल मार्किट का पूरा बरामदा कब्जाया गया है, ऐसे में क्या केवल अतिक्रमण उनके एक या दो ठेलों से ही हो रहा है। प्याऊ गोल मार्किट में पहले से ही बना हुआ है। इसकी आवश्यकता भी नहीं है। यदि यहां पानी पीने की व्यवस्था करने का सवाल है तो ये ठेले वाले प्रतिदिन अपने खर्च पर उसको वहन करने के लिए भी तैयार हैं, ऐसे में पालिका प्रशासन को मानवीय दृष्टिकोण अपनाकर उनके साथ न्याय करना चाहिए।

ईओ को निर्माण विभाग ने नहीं दी विवाद की जानकारी

मुजफ्फरनगर। पालिका के अधिकारियों ने गोल मार्किट में प्याऊ निर्माण को लेकर चल रहे विवाद को लेकर अधिशासी अधिकारी डॉ. प्रज्ञा सिंह को कोई भी जानकारी नहीं दी है। ईओ प्रज्ञा सिंह ने बताया कि उनको इस मामले में कोई भी जानकारी नहीं है। प्याऊ के निर्माण के लिए क्या विवाद है और क्यों ये बनाया जा रहा है। इस सम्बंध में उनको मीडिया के माध्यम से ही जानकारी मिली है। वो निर्माण विभाग के एई से इस सम्बंध में रिपोर्ट तलब कर रही हैं। यदि वहां पर पहले से प्याऊ बना हुआ है तो एक ही स्थान या मार्किट में दो प्याऊ बनाये जाने की बात उनकी समझ से परे है। वो मामले को समझने के बाद ही कोई कदम उठा पायेंगी। 

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