काऊ सेंक्चुरी में वृक्षारोपण के साथ वाटिका की स्थापना
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस की पूर्व संध्या पर तुगलकपुर कम्हेडा में हुआ आयोजन;
मुजफ्फरनगर। जनपद मुजफ्फरनगर के गांव तुगलकपुर कम्हेडा स्थित काऊ सेंक्चुरी परिसर में शनिवार को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि ‘बलिदान दिवस’ की पूर्व संध्या पर एक विशेष वृक्षारोपण एवं वाटिका स्थापना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समाजसेवा एवं पर्यावरण संरक्षण की भावना से प्रेरित सैकड़ों लोग एकत्रित हुए और सभी को मां के नाम एक पेड़ लगाकर उसका संरक्षण करने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार ने भाग लिया। उनके साथ पूर्व केन्द्रीय मंत्री और काऊ सेंक्चूरी की स्थापना कराने वाले डॉ. संजीव बालियान, पूर्व विधायक प्रमोद ऊँटवाल, उत्तर प्रदेश महिला आयोग की सदस्या सपना कश्यप, जिला पंचायत सदस्य रजत कुमार तथा काऊ सेंक्चुरी ट्रस्ट के अध्यक्ष कुश पुरी सहित ट्रस्ट के अन्य पदाधिकारी व स्थानीय गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति रही।
कार्यक्रम में सभी के द्वारा काऊ सेंक्चुरी परिसर में विभिन्न प्रकार के औषधीय, छायादार और फलदार वृक्षों का रोपण किया गया। इसके अतिरिक्त एक सुसज्जित वाटिका की नींव रखी गई, जिसमें पर्यावरणीय जागरूकता को बढ़ावा देने वाले बोर्ड एवं शिक्षाप्रद संदेशों की व्यवस्था की जाएगी। मंत्री अनिल कुमार ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचार आज भी हमें देशसेवा, आत्मनिर्भरता और राष्ट्रहित में कार्य करने की प्रेरणा देते हैं। आज का यह वृक्षारोपण कार्यक्रम उनके विचारों को धरातल पर उतारने की एक छोटी सी परंतु महत्वपूर्ण पहल है।
पूर्व विधायक प्रमोद ऊँटवाल ने कहा कि वृक्षारोपण केवल पर्यावरणीय पहल नहीं, बल्कि यह भविष्य की पीढ़ियों के लिए एक सकारात्मक निवेश है। आयोग सदस्या सपना कश्यप ने महिलाओं की सक्रिय भूमिका पर बल देते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों में महिलाओं की भागीदारी समाज में एक नई चेतना जगाती है। कार्यक्रम के अंत में ट्रस्ट अध्यक्ष कुश पुरी ने सभी आगंतुकों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि काऊ सेंक्चुरी न केवल गोवंश की सेवा का केंद्र है, बल्कि यह क्षेत्रवासियों के सहयोग से सामाजिक सरोकारों का केंद्र भी बनता जा रहा है। इस अवसर पर स्थानीय नागरिकों में विशेष उत्साह देखने को मिला और उन्होंने ऐसे आयोजनों को समय-समय पर दोहराने की आवश्यकता पर बल दिया।