ससुराल के बाहर धरने पर बैठी श्रुति वर्मा को पुलिस ने दिलाया बेटा

तीन साल पहले हुई थी सर्राफा बाजार निवासी शुभांकर से लव मैरिज, दो साल से चल रहा विवाद;

Update: 2025-06-19 10:59 GMT

मुजफ्फरनगर। पति और उसके परिजनों पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए अपनी ससुराल के दरवाजे पर धरने पर बैठी विवाहिता को पुलिस ने ससुराल वालों से उसका दो साल का बेटा दिला दिया है। विवाहिता ने इसके लिए पुलिस का आभार जताया और अपने परिजनों के साथ बेटे को लेकर घर चली गई।


बुधवार को शहर के मौहल्ला कायस्थवाडा निवासी विवाहिता श्रुति वर्मा अपने परिजनों के साथ शहर के ही मौहल्ला मंडी कोहना सर्राफा बाजार स्थित अपनी ससुराल पहुंची थी और वहीं धरने पर बैठ गई। श्रुति वर्मा का आरोप है कि उसके पति और ससुराल वालों ने उसको घर में घुसने नहीं दिया और दरवाजा बंद कर लिया। श्रुति ने बताया कि अपै्रल 2022 में उसकी शादी मंडी कोहना निवासी विजय वर्मा के पुत्र शुभांकर के साथ हुई थी।


शादी के बाद उसको एक बच्चा पैदा हुआ, लेकिन ससुराल वाले और पति आये दिन उसका शोषण करते हुए प्रताड़ित करते थे, जिसके चलते वो अपने मायके चली गई थी। इसके बाद उसको ससुराल में घुसने नहीं दिया और पुलिस में शिकायत के बाद भी आरोपियों पर कोई कार्यवाही नहीं की गई। उसका पुत्र भी पति ने अपने पास रख लिया था। गुरूवार को शहर कोतवाली और महिला थाना पुलिस ने क्रांतिसेना के पदाधिकारियों पूनम चौधरी और अलका शर्मा सहित अन्य लोगों की मदद से श्रुति वर्मा और उसके पति शुभांकर के साथ वार्ता की और श्रुति को उसका दो साल का बेटा सुपुर्द करा दिया। 

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