सांसद रामजी लाल के समर्थन में सड़क पर उतरे सपाई
राष्ट्रीय महासचिव सांसद हरेन्द्र मलिक और विधायक पंकज मलिक के साथ किया प्रदर्शन;
मुजफ्फरनगर। सपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सदस्य रामजी लाल सुमन के काफिले पर अलीगढ़ में हुए हमले को लेकर प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत गुरूवार को सपा कार्यकर्ताओं ने डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदेश के साथ ही देशभर में पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा तथा हमलों को लेकर सपा नेताओं ने भारी रोष प्रकट करते हुए राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर पीडीए समाज की सुरक्षा की मांग की।
जिलाध्यक्ष जिया चौधरी के नेतृत्व में निकला जुलूस
सपा के शीर्ष नेतृत्व के आदेश पर गुरूवार को सपा कार्यकर्ता सड़कों पर प्रदर्शन के लिए उतरे नजर आये। सपा कार्यालय पर एकत्र हुए पार्टी कार्यकर्ता जनसैलाब के रूप में प्रदेश सरकार और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जिलाध्यक्ष जिया चौधरी के नेतृत्व में जुलूस लेकर निकले और डीएम कार्यालय पर पहुंचे।सपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं सांसद हरेन्द्र मलिक, विधायक पंकज मलिक और जिलाध्यक्ष जिया चौधरी के नेतृत्व में सपाईयों ने कलेक्ट्रेट स्थित डीएम कार्यालय पर पहुंचकर धरना दिया और सांसद रामजी लाल सुमन को लगातार जान से मारने की धमकी, उनके आवास और काफिले पर हमले की घटना के साथ ही पीडीए समाज के लोगों पर प्रदेश में बढ़ते उत्पीडन के आरोप लगाते हुए कानून व्यवस्था को लचर बताकर आक्रोश जताया।
सांसद हरेन्द्र मलिक ने कहा-उत्तर प्रदेश में अराजकता की घटना आम हो चुकी है
सांसद हरेन्द्र मलिक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आए दिन जनता के उत्पीड़न, हत्या, लूट, महिलाआंे के साथ दुर्व्यहार और अराजकता की घटना आम हो चुकी है। कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। अपराधियों के हौसले बढ़ गये हैं। भाजपा सरकार कानून का शासन स्थापित करने में पूरी तरह से विफल हो गयी है। विधायक पंकज मलिक सहित अन्य नेताओं ने पीडीए समाज के लोगों पर हो रहे हमलों और हिंसा को लेकर कड़ा रोष प्रकट करते हुए कहा कि इससे सरकार के प्रति विश्वास घट रहा है। सरकार को सर्व समाज की सुरक्षा के लिए काम करना चाहिए।
प्रदर्शन के उपरांत सपा नेताओं ने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप को सौंपा। इसमें कहा गया कि बीते कई सप्ताह से सपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं सासंद रामजी लाल सुमन को करनी सेना द्वारा निरन्तर जान से मारने की धमकी दी जा रही है तथा उनके आवास पर हमला भी किया गया है। 27 अप्रैल 2025 को बुलन्दशहर जाते समय अलीगढ़ में उनके काफिले पर करनी सेना ने हमला किया, जिससे कुछ वाहन क्षतिग्रत हुये और लोगों को गंभीर चोटंे भी आयी। इस घटना के बाद भी अराजक तत्वों पर शासन-प्रशासन ने कोई कार्यवाही नहीं की जिससे यह स्पष्ट है कि उन्हें सरकार का खुला संरक्षण प्राप्त है। इससे उत्तर प्रदेश सरकार की दलित विरोधी मानसिकता उजागर होती है। ऐसे लोगों को डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा निर्मित संविधान में कोई आस्था नहीं है और पीडीए के अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे अखिलेश यादव के खिलाफ ये लोग घटिया मानसिकता जाहिर कर रहे हैं। उन्होंने सांसद रामजी लाल सुमन पर हमले के दोषियों के खिलाफ ठोस कार्यवाही कराने की मांग की है।
धरने का संचालन जिला महासचिव चौधरी विकिल गोल्डी अहलावत ने किया। धरने पर महानगर अध्यक्ष पुष्पेंद्र त्यागी बॉबी, राष्ट्रीय सचिव राजकुमार यादव, प्रदेश सचिव विनय पाल, चौधरी इलम सिंह गुर्जर और ब्रजराज सैनी के अलावा पूर्व जिला अध्यक्ष श्यामलाल बच्ची सैनी, सत्येंद्र सैनी, सोमपाल सिंह कोरी, धर्मेंद्र सिंह पवार, आमिर कासिम एडवोकेट, पवन बंसल, सैयद अली अब्बास काजमी, साजिद हसन, जसवीर वाल्मीकि, डॉ. अविनाश कपिल, सादिक चौहान, अकरम खान, सत्यवीर त्यागी, सत्यदेव शर्मा, हिमानी सिंह, राशिद मलिक, सभासद सत्तार मंसूरी, हसीब राणा, नौशाद कुरेशी, शहजाद चीकू सहित सैंकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।