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बैंक खाते में न्यूनतम बैलेंस न होने पर लगेगा जुरमाना

बैंक खाते में न्यूनतम बैलेंस न होने पर लगेगा जुरमाना
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नई दिल्ली। अधिकांश बैंक अपने ग्राहकों को खाते न्युनतम धन राशि रखने की साला देते है। अगर आप उस धनराशि को नहीं रख पते हो तो बैंक जुरमाना लगता है। बैंक का न्युनतम धनराशि 1000 रुपया से लेके 10000 रुपया तक। है। और बैंको जुरमाना भी अलग अलग है। न्यूयनितम धनराशि खाते के प्रकार भी निर्भर करती है। हालांकि 1 अगस्त 2020 से कोटक महिंद्रा और एक्सिस बैंक जैसे बैंको ने अपने न्युनतम धनराशि के गैर-रखरखाव के लिए अपने शुल्कों में बदलाव किया है। यदि ग्राहक अपने कहते में न्युनतम धनराशि नहीं रख पता तो उसको जुरमाना देना पड़ेगा।

हालांकि बैंको में मूल बचत बैंक जमा (बीएसबीडी) खाता की सुविधा भी है। जो की आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए है। जिसमे न्युनतम धनराशि शून्य है। यदि आप वेतनभोगी व्यक्ति हैं, तो उस स्थिति में आपके पास शायद ही पहले से ही एक शून्य शेष बचत खाता हो, क्योंकि ऐसे खातों की सुविधा आमतौर पर जॉब के साथ ही मिलती है। एक शून्य-शेष और नियमित बचत खाते के कार्यों में कोई अंतर नहीं है, बीएसडीएस खाते द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं सीमित हो सकती हैं और बैंक से बैंक में भिन्न हो सकती हैं। SBI जैसे बैंक भी बीएसबीडी खाता की सुविधा देते है। हालांकि एक व्यक्ति बचत खता व बीएसबीडी में से कोई एक ही खता रख सकता है। वो दोनों खाते साथ में नही रख सकता।

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