पति की जान बचाने के लिए पकडे सीएमओ के पैर तो मिली जेल भेजने की धमकी
नोएडा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के राज्य में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कोई कमी नहीं होने और प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों को संबंधित जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी आवश्यकता के हिसाब से उपलब्ध कराने के दावों के बीच गौतमबुद्धनगर जिले में यह आदेश हवाहवाई साबित हो रहे हैं। यहां तक कि एक महिला अपने पति के लिए इंजेक्शन मांगते हुए गिड़गिड़ाती रही। उल्टे उसे जेल भेजने की धमकी सीएमओ ने दी।
बताया गया है कि नोएडा के सेक्टर 39 स्थित सीएमओ कार्यालय में मंगलवार की दोपहर तीन महिलाएं अस्पताल में भर्ती अपने मरीजों के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए भटक रही थीं। जब सीएमओ पहुंचे तो महिलाएं रोते हुए उनके पैरों पर गिर पड़ीं। लेकिन सीएमओ उनकी रिपोर्ट लेकर आश्वासन देते हुए आगे बढ़ गए। शाम को इंजेक्शन देने से मना कर दिया।
महिलाओं ने आरोप लगाया कि सीएमओ ने पहले तो सभी को इंजेक्शन मिलने की बात कही। जब इंजेक्शन लेने के लिए महिलाओं ने दोबारा आने की बात कही तो वो बोले कि दोबारा आए तो जेल में डलवा देंगे।
मंगलवार को यह महिला और सात-आठ अन्य लोग रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए सेक्टर 39 स्थित सीएमओ दफ्तर पहुंचे थे। काफी इंतजार के बाद जब सीएमओ दीपक ओहरी आए तो महिलाएं हाथ जोड़कर उनसे इंजेक्शन के लिए मिन्नतें करने लगीं। इस दौरान दो महिलाओं ने सीएमओ के पैर भी पकड़े। लेकिन सीएमओ को तरस नहीं आया। महिलाओं का कहना है कि निजी अस्पताल तीमारदारों को पर्चे पर इंजेक्शन लाने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। कविता ने बताया कि उनके पति इंदर गुप्ता सेक्टर 27 कैलाश हॉस्पिटल में भर्ती हैं। जीवन की जंग लड़ रहे हैं। वे कोरोना से पीड़ित हैं। उनकी उम्र 48 वर्ष है। सीएमओ के पैर पकड़ पति के जीवन की भीख मांगी है।