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केंद्र और किसानों के बीच 8वें दौर की वार्ता शुरू

केन्द्र सरकार इन कानूनों को जहां कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही है, वहीं प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और वे बड़े काॅरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।

केंद्र और किसानों के बीच 8वें दौर की वार्ता शुरू
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नई दिल्ली। विज्ञान भवन में किसानों और केंद्र सरकार के बीच आठवें दौर की वार्ता शुरू हो गई है। बैठक में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और सोमप्रकाश मौजूद हैं।

केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन आज 44वें दिन भी जारी है। इस दौरान आज आठवें दौर की वार्ता हो रही है। कानूनों को रद्द कराने पर अड़े किसान इस मुद्दे पर सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर चुके हैं। इसके लिए किसानों ने आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी दी है। केन्द्र सरकार इन कानूनों को जहां कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही है, वहीं प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और वे बड़े काॅरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।

केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और पीयूष गोयल किसान नेताओं के साथ बातचीत करने के लिए विज्ञान भवन पहुंचे। केंद्र सरकार के साथ होने वाली 8वें दौर की वार्ता के लिए किसान नेता विज्ञान भवन पहुंचे। बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद रहेंगे।

बातचीत से पहले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आज कहा कि मुझे उम्मीद है कि वार्ता सकारात्मक माहौल में होगी और इसका समाधान निकलेगा। चर्चा के दौरान, हर पक्ष को एक समाधान तक पहुंचने के लिए कदम उठाने होंगे। दूसरी ओर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हम इस आशा के साथ बातचीत के लिए जा रहे हैं कि आज समाधान होगा। अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा कि मंत्री ने कल स्पष्ट रूप से कहा था कि कृषि कानूनों को रद्द करना उन्हें मंजूर नहीं है। मुझे नहीं पता कि आज चर्चा के दौरान क्या होगा। वैसे भी, हम अच्छे की उम्मीद करते हैं और सबसे खराब तैयारी करते हैं।

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