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जानिए दीप सिद्धू ने लाल किला मामले को लेकर दी क्या सफाई!

पुलिस पूरे नेटवर्क पर से पर्दा उठाने के लिए इन तीनों ही आरोपियों से जुड़े सभी लिंक को तलाश रही है। काॅल डिटेल रिकाॅर्ड (सीडीआर) में इन आरोपियों से जुड़े जिन भी करीबी लोगों के मोबाइल नंबर मिले, उसकी तकनीकी जांच भी शुरू हो गई है।

जानिए दीप सिद्धू ने लाल किला मामले को लेकर दी क्या सफाई!
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नई दिल्ली। लाल किला हिंसा मामले में जांच के जारी रहते पुलिस गिरफ्तार किए गए गरफ्तार किए गए तीन इनामी आरोपियों दीप सिद्धू, इकबाल व सुखदेव का आमना-सामना कराने की तैयारी में है। बताया जाता है कि पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू ने पुलिस को बताया है कि वह उसे डर था कि उसे मार दिया जाएगा, क्योंकि किसान नेताओं ने हिंसा का सारा दोष उसी पर मढ़ा है, इसलिए वह छिप रहा था।

लाल किला मामले की जांच को लेकर जुटी दिल्ली पुलिस दरअसल इस हिंसा को एक बड़ी साजिश मानते हुए पूरे नेटवर्क पर से पर्दा उठाने के लिए इन तीनों ही आरोपियों से जुड़े सभी लिंक को तलाश रही है। काॅल डिटेल रिकाॅर्ड (सीडीआर) में इन आरोपियों से जुड़े जिन भी करीबी लोगों के मोबाइल नंबर मिले, उसकी तकनीकी जांच भी शुरू हो गई है। साथ ही उसकी लोकेशन का भी पता लगाया जा रहा है। वहीं डंप डाटा का एनालिसिस कर घटनास्थल पर एक्टिव इन आरोपियों के नंबर पर बात करने वाले करीबियों की तलाश के अलावा कुछ संदिग्ध नंबरों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। ताकि यह साफ हो सके कि इनलोगों को कहीं पीछे से निर्देश तो नहीं मिल रहे थे। मामले की जांच में जुटी पुलिस को शक है कि उपद्रवियों को किसी तरह की फंडिंग भी गई है। इसलिए पुलिस इन आरोपियों से पूछताछ कर यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि क्या इन्हें किसी तरह की फंडिंग हुई थी? या फिर किसी और को फंडिंग किए जाने के बारे में इन्हें कोई जानकारी है। इस पहलू की भी जांच की जा रही है। साथ ही आरोपियों खासतौर से दीप सिद्धू और इकबाल सिंह से पूछताछ कर यह पता लगाया जा रहा है कि उनके समर्थक कौन हैं?

दिल्ली पुलिस दीप सिद्धू, इकबाल सिंह व सुखदेव सिंह से पूछताछ कर यह पता लगाने में जुटी है कि वह 26 जनवरी के बाद से फरार होने के बाद कहां-कहां छिपे थे? फरारी के दौरान उन्हें ठिकाना मुहैया कराने वाले कौन थे? इसके अलावा इनके पूरे नेटवर्क में कौन-कौन से लोग शामिल हैं? वे इस वक्त कहां है? इन सब सवालों के जवाब अलावा फोन, लैपटाॅप व साक्ष्य से जुड़े कुछ अन्य सामान जहां भी छिपा कर रखें हैं या फिर नष्ट करने की नीयत से फेके गए हैं, उसकी बरामदगी के लिए पूछताछ कर रही है। सिद्धू ने यह भी कहा है कि लाल किला और आईटीओ के लिए निकला ट्रैक्टर मार्च स्वतः स्फूर्त नहीं था। उसने कहा कि गणतंत्र दिवस की रैली से 15 दिन पहले पंजाब में और सिंघु सीमा पर किसान नेता किसानों को बता रहे थे कि वे नई दिल्ली, संसद, इंडिया गेट और लाल किले के लिए अपनी ट्रैक्टर रैली निकालेंगे। पुलिस ने कहा कि दीप सिद्धू द्वारा लगाए गए आरोपों और किए गए खुलासों का सत्यापन किया जाएगा।

अधिकारियों ने कहा कि दीप सिद्धू ने कहा कि उसका कोई बुरा इरादा नहीं था और जैसे सभी वहां जा रहे थे तो वह भी चला गया था। सिद्धू ने शुरू में 25 जनवरी को सिंघू बाॅर्डर पर अपनी मौजूदगी से इनकार किया लेकिन जब उसे पुलिस ने सबूत दिखाया तो उसने माना कि वह किसान प्रदर्शन स्थल पर था लेकिन वह वहां से थोड़ी दूरी पर सोया था। दीप ने दावा किया कि जब वह 26 जनवरी को जगा तो उसके मोबाइल फोन पर लोगों के लालकिले की ओर बढ़ने के बारे में तीन मिस्ड काॅल और संदेश थे,तो वह भी अपने तीन दोस्तों के साथ वहां पहुंच गया। उसने कहा कि वह पूर्वान्ह्र 11 बजे अपने दोस्तों के साथ गाड़ी से सिंघू बार्डर से चला और एक बजे लाल किला पहुंचा। उसने कहा कि हिंसा फैलने के बाद वह उसी गाड़ी से लौट आया। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने बुधवार को सिद्धू से उसके ठिकानों और 26 जनवरी को लालकिले की घटना के बारे में पूछताछ की।

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