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गिरनार गौरव आचार्य निर्मल सागर ने किया देवलोक गमन

गिरनार गौरव आचार्य निर्मल सागर ने किया देवलोक गमन
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गिरनार जी। दो दिन के बाद ही जैन समाज के एक और परम पथ प्रदर्शक आचार्य श्री 108 निर्मल सागर जी ने आज तड़के परम समाधि ले ली।

प्रशांतमूर्ति परम पूज्य आचार्य श्री 108 शांति सागरजी महाराज (द्गाणी) परंपरा के चतुर्थ पट्टाचार्य गिरनार गौरव, तीर्थरक्षा शिरोमणि श्रुतदिवाकर परम पूज्य दिगंबर जैनाचार्य श्री 108 निर्मलसागरजी महाराजजी का देवलोकगमन आज 17 नवम्बर , मंगलवार को सुबह के ब्रह्म मुहूर्त में प्रात:काल 4:07 बजे सिध्धक्षेत्र की भावयात्रा एवम् णमोकार महामंत्र का स्मरण करते हुए एवम् आत्मध्यान में लीन होकर उत्कृष्ट समाधि मरण को प्राप्त हुए।

अंतिम यात्रा आज 17.11.2020, मंगलवार सुबह 10 बजे हो रही है।

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