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मुजफ्फरनगर मे नौकरी लगवाने के नाम पर पांच लाख की ठगी

मुजफ्फरनगर मे नौकरी लगवाने के नाम पर पांच लाख की ठगी
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मुजफ्फरनगर। नौकरी के झांसे मे लोगो को फंसाकर बडी ठगी का मामला यदा-कदा सामने आता रहता हैं। हाल ही मे नौकरी के नाम पर लिए गए पैसो के विवाद मे पडौसी जनपद शामली मे पिता और पुत्र की गोली मारकर हत्या कर दिये जाने की घटना ने सब को हिलाकर रख दिया था। अब नौकरी के नाम पर ठगी का एक ऐसा ही प्रकरण मुजफ्फनगर मे भी सामने आया है। चार साल पहले एक युवक को सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर झांसे मे लिया गया और उससे पांच लाख रूपये ऐंठने के बाद उसको चक्कर कटवाए गए। जब नौकरी की उम्मीद खत्म हुई तो पीडित ने अपने पैस वापस मांगे। इस पर जातिसूचक शब्दो के सहारे न केवल उसको अपमानित किया गया, बल्कि पीडित को हत्या की धमकी भी दी गई। पीडित ने कानूनी कार्यावाही के लिए पुलिस की चौकट पर जाकर फरियाद सुनाई, जो अनसूनी कर दी गई। एसएसपी को भी न्याय के लिए शिकायत की, लेकिन वहां से भी निराशा ही हाथ लगी। अब आरोपियो के खिलाफ कोर्ट ने परिवाद दर्ज करने का आदेश जारी करते हुए पीडित को न्याय का भरोसा जगाया है। ग्राम सचिव की पोस्ट पर सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर एक युवक को उसके परिजनो के साथ ही पडौसी ने अपने झांसे मे ले लिया और उससे नौकरी दिलाने के नाम पर पांच लाख रूपये वसूलने के बाद ठगी कर ली गई। पीडित का आरोप है कि जब नौकरी ने लगने पर रूपये वापस मांगे तो जातिसूचक शब्दो का प्रयोग करते हुए मारपीट की गई।

इस मामले की शिकायत के बाद भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज नही किया। जिसके बाद पीडित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और पीडित की बात सुनकर कोर्ट ने आरोपियो पर परिवाद दर्ज करने के आदेश दिये है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक शहर कोतवाली क्षेत्र के गांव सुजडू के मौहल्ले खालसा पटटी निवासी संदीप कुमार ने बताया कि उसकी सास प्रेमलता के पडोस मे रहने वाले मनोज ने अपनी पत्नी अन्नू के साथ मिलकर नौकरी के नाम पर उसकी सास से बात की। मनोज ने उसकी सास से मिलकर बताया था कि उसकी अधिकारीयो से अच्छी जान पहचान है, तथा ग्राम सचिव के पद पर सरकार ने नौकरी निकाली है। मनोज ने यह भरोसा दिया था कि अपनी जान पहचान के आधार पर थोडा बहुत ले देकर संदीप की सरकारी नौकरी लगवा सकता है। 22 नवंबर 2018 को मनोज ने नौकरी लगवाने के का झांसा देकर उसकी सास के माध्यम से उससे 5 लाख रूपये ऊपर देने के नाम पर ले लिये और मनोज ने यह आश्वश्त किया था कि 25 दिसंबर 2018 तक ज्वाइनिंग लैटर मिल जाएगा, लेकिन ऐसा नही हुआ। संदीप ने बताया कि ग्राम सचिव की नौकरी निकलने के बाद दुसरे लोगो की नौकरी भी लग गई तथा भर्ती की प्रक्रिया भी पुरी हो गई, परंतु इसके बाद भी नोकरी के लिए संदीप को कोई कागज नही मिला। भर्ती पुरी होेने के कुछ माह बाद जब संदीप ने मनोज से रूपये वापस मांगे तो वह टालता रहा।

संदीप ने बताया कि जब वह अपनी सास को लेकर मनोज के घर पर अपने 5 लाख रूपये वापस मांगने गया तो मनोज की पत्नी ने अभ्रदता शुरू कर दी। संदीप का आरोप है कि मनोज ने जातिसूचक शब्दो से अपमानित करते हुए उसके साथ मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी गई। इसके बाद घटना की तहरीर शहर कोतवाली मे दी गई, लेकिन पुलिस की तरफ से कोई कार्यावाही नही की गई। एसएसपी को भी डाक के माध्यम से इस संबध मे प्रार्थना पत्र दिया गया परंतु कोई कार्यावाही नही हुई। संदीप ने अधिवक्ता के माध्यम से विशेष एससी/एसटी एक्ट कोर्ट मे प्रार्थना पत्र लगाया। जिसकी सुनवाई करते हुए कोर्ट ने इस मामले मे परिवाद दर्ज करने के आदेश दिये है। पीडित संदीप कुमार का कहना है की आरोपी उसको लगातार धमका रहा है। जिससे वह भयभीत है और यदि उसके साथ कोई भी अनहोनी होती है तो इसकी जिम्मेदारी पुरी तरह से मनोज की होगी। संदीप ने कहा कि वह तीन वर्षो से गहरे मानसिक तनाव मे है। उसका परिवार भी परेशान चल रहा है। संदीप ने कहा की उसको कोर्ट से न्याय की उम्मीद है।


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