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दो परिवारों की उजड़ गई दुनिया-इकलौते चिराग को हादसा लील गया

दो परिवारों की उजड़ गई दुनिया-इकलौते चिराग को हादसा लील गया
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मुजफ्फरनगर। इस हादसे में दो परिवारों की तो दुनिया ही उजाड़ दी है। हादसे में मारे गये चार दोस्तों में से दो युवक अपने परिवार की इकलौती संतान थे। आज हादसे की खबर पर इन युवकों के परिवारों में कोहराम की स्थिति बनी रही।

गांव मौहल्लाहेडा गुडगांव निवासी राजकुमार ने बताया कि उनको आज सवेरे करीब 6 बजे पुलिस ने फोन करते हुए हादसे के बारे में बताया तो पैरों तले की जमीन ही निकल गयी। उन्होंने कहा कि हादसे में मारे गये साहिल और प्रिन्स अपने परिवार में इकलौती संतान थे। उनके परिवार वालों को हादसे की खबर देने की भी उनकी हिम्मत नहीं हुई। वह काफी देर तक बेसुध रहे। फिर हिम्मत जुटाकर परिवार के लोगों को बताया गया। परिवार में कोहराम मचा हुआ है। राजकुमार ने बताया कि हम जल्द से जल्द बच्चों के शवों को घर ले जाना चाहते है। सीएमओ से भी मिले हैं, ताकि शवों को पोस्टमार्टम जल्दी हो सके। उन्होंने कहा कि मनीष भी अपने घर में लाडला था। सभी दोस्त आपस में काफी घुले मिले थे और पडौसी ही थे।


प्रिन्स के पिता को मुजफ्फरनगर आकर पता चला-बेटा दुनिया छोड़ गया

मुजफ्फरनगर। हाईवे पर हुआ सड़क हादसा मानवीय संवेदनाओं को भी झकझोर गया। इस हादसे में काल का शिकार बने छात्र प्रिन्स चौहान के घर हादसे की खबर नहीं पहुंची थी। उनके पिता को मुजफ्फरनगर आकर ही पता चला कि उनकी पूरी दुनिया ही उजड़ गयी है। प्रिन्स के पिता सत्यप्रकाश चौहान ने बताया कि सवेरे उनको जब मुजफ्फरनगर चलने के लिए पडौसी राजकुमार ने कहा कि तो वह भौचक्क रह गये। वह मंगलवार को सवेरे अपने पालतू डोगी के साथ दिनचर्या के अनुसार मोर्निंग वॉक पर थे। इसी बीच घर से बुलाया आया कि जल्दी चलो बुलाया गया है। वहां पता चला कि मुजफ्फरनगर चलना है। पडौसी ने कहा कि उसके किसी रिश्तेदार की तबियत ज्यादा खराब है, उनको साथ चलना है। सत्यप्रकाश ने कहा कि मानवीय दृष्टिकोण से वह चलने को तैयार हो गये। यहां आने पर पता चला कि हादसे में उनका इकलौता बेटा प्रिन्स इस दुनिया को छोड़कर चला गया है। वह थाने में काफी रोये और प्रिन्स के बारे में ही बातें करते रहे। उन्होंने कहा कि अब दुनिया में उनके लिए कुछ नहीं रह गया है।



परिजनों में गम के साथ गुस्सा भी-हाईवे के तीव्र मोड़ से हुआ हादसा

मुजफ्फरनगर। हादसे में मारे गये चारों दोस्तों के परिजनों में गम के साथ गुस्सा भी नजर आया। इस हादसे का शिकार हुए युवक मनीष के चाचा राजकुमार ने बताया कि उनको घायल रोहित ने बताया है कि कार को नियंत्रित स्पीड में चलाया जा रहा था, लेकिन अचानक ही हाईवे पर तीव्र मोड आ जाने के कारण कार अनियंत्रित हो गयी और सीधे सड़क किनारे पेड़ से टकरा गयी। राजकुमार ने कहा कि सड़क के निर्माण में दोष होने के कारण यह हादसा हुआ है। इतने तीव्र मोड पर कोई इंडीकेटर या मार्गसूचक रिफलेक्टर लगाया जाना था। ताकि दूर से ही मोड का आभास कार चालक को हो जाये। उन्होंने कहा कि मनीष परिवार में बड़ा था और उसकी एक बहन तथा एक छोटा भाई है। मनीष इण्टरमीडिएट का छात्र था। परिवान को उससे काफी आशा थी। मनीष की मौत के कारण परिवार में सदमा है।


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