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नासिर-जुनैद हत्याकांड को लेकर आसपा ने किया प्रदर्शन

हरियाणा की भाजपा सरकार पर लगाये हत्यारोपियों को बचाने के आरोप, राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन

मुजफ्फरनगर। राजस्थान के दो भाईयों नासिर और जुनैद को अपहरण कर लाने के बाद हरियाणा राज्य में बुलेरों कार में जिन्दा जला दिये जाने की घटना को लेकर आज आजाद समाज पार्टी ;काशीरामद्ध के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट में जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया। आसपा नेताओं ने भाजपा की हरियाणा सरकार और राजस्थान सरकार पर जातिगत और धार्मिक स्तर पर लोगों के साथ भेदभाव करने और हत्यारोपियों को बचाने के लिए काम करने के आरोप लगाते हुए आक्रोश जताया है। वहीं सरकार की नीतियों को जनविरोधी बताते हुए इस मामले में निष्पक्ष जांच और कार्यवाही के लिए राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। आजाद समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष जगदीश पाल के नेतृत्व में कार्यकर्ता गुरूवार को हरियाणा की खट्टर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जुलूस के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे और दो भाईयों नासिर व जुनैद की निर्मम हत्या पर आक्रोश प्रकट करते हुए डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया। इस दौरान राष्ट्रपति के नाम सौंपे गये ज्ञापन में आसपा नेताओं ने कहा कि राजस्थान के जनपद भरतपुर के गांव घाटमिका पहाडी में 16 फरवरी 2023 को अपहरण करने के बाद कथित गौरक्षकों के द्वारा नासिर और जुनैद की निर्मम पिटाई की गई और गाड़ी में डालकर उनको हरियाणा के भिवानी इलाके के एक गांव में जिंदा जलाकर मार डालने की घटना में शामिल लोगों की अभी तक भी गिरफ्तारी नहीं होना सरकार की मंशा पर सवाल उठाता है। आसपा जिलाध्यक्ष जगदीश पाल ने कहा कि 18 फरवरी को आरोपियों की गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिये जाने की मांग पार्टी ने की थी, लेकिन आज तक भी कोई कार्यवाही नहीं की गयी है। उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्थान और हरियाणा सरकारों ने इस मामले में कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया है। आरोप है कि इस मामले में नेताओं और पुलिस प्रशासन के अफसरों की मिलीभगत के कारण ही आरोपी बच रहे हैं। चुनावी लाभ लेने के लिए यह साम्प्रदायिक कांड खेलने की साजिश के आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान प्रदेश में दलितों, मुस्लिमों और आदिवासियों के खिलाफ घटनाएं रूक नहीं रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार जाति और धर्म के आधार पर पीड़ितों के साथ भी भदेभाव बरत रही है। उदयपुर के कन्हैया हत्याकांड में खुद मुख्यमंत्री पीड़ित परिवार से मिले और 50 लाख की सहायता तथा सरकारी नौकरी परिवार को दी, लेकिन नासिर जुनैद की हत्या के बाद पीड़ित परिवार को कोई मदद नहीं दी गयी है, इसके साथ ही इससे पहले इन्द्र मेघवाल, जितेन्द्र मेघवाल, ओमप्रकाश रेंगर और कार्तिक भील के मामलों में सरकार का रवैया ऐसे ही भेदभाव पूर्ण रहा। आसपा ने राष्ट्रपति से मांग की है कि नासिर जुनैद हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने के साथ ही उदयपुर कन्हैया हत्याकांड की भांति पीड़ित परिवार को सरकारी मुआवजा और नौकरी, दोनों क्षेत्रों के लापरवाह अफसरों के खिलाफ कार्यवाही और इस घटना में शामिल सभी आरोपियों की गिरफ्तारी तत्काल कराये जाने की मांग की है। प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष जगदीश पाल के अलावा भीम आर्मी भारत एकता मिशन के जिला संयोजक रजत निठारिया, प्रीतम सिंह, गौरव तेजयान, लोकेश गौतम, फरमान चैधरी, प्रवीन कुमार, सौरभ कुमार, अमित कसारिया, कृष्णपाल, कपिल शामिल रहे।

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