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पुलिस के खिलाफ सडक पर किसानो का हल्ला-बोल

भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं की घेराबंदी पर कचहरी गेट पर हुआ भारी हंगामा, पुलिस के साथ हुई प्रकाश चौक पर धक्कामुक्की, बैरियर तोडे

पुलिस के खिलाफ सडक पर किसानो का हल्ला-बोल
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मुजफ्फरनगर। पुलिस पर किसानों और किसान संगठन के कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए आज भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के पदाधिकारियों के साथ किसानों ने आवाज बुलंद करते हुए सड़का पर हल्ला बोल प्रदर्शन किया। यूनियन ने रतनपुरी पुलिस द्वारा एक मामले में भाकियू के युवा नेता को जेल भेजने, उसके परिजनों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के मामले में आक्रोश जाहिर करते हुए मुखर प्रदर्शन किया। एसएसपी कार्यालय का घेराव करने जाते यूनियन कार्यकर्ताओं और किसानों की पुलिस अफसरों व कर्मचारियों के साथ सीधी टक्कर हुई। किसानों ने पुलिस की घेराबंदी के खिलाफ ताकत दिखाई और बैरियर तोड़ते हुए आगे बढ़े। पुलिस के रवैये के खिलाफ किसान अम्बेडकर स्मारक के सामने कचहरी गेट पर ही धरने पर बैठ गये।





बता दें कि जनपद मुजफ्फरनगर के थाना रतनपुरी में एक प्लाट को लेकर चल रहे विवाद में भाकियू युवा नेता कपिल सोम, उसके भाई और अन्य परिजनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए पुलिस ने उनको जेल भेज दिया था। उस दिन भी भाकियू कार्यकर्ताओं ने रतनपुरी थाने पहुंचकर घेराव किया और भारी हंगामा किया था, लेकिन पुलिस प्रशासन दबाव में नहीं आया और कपिल सोम पर कार्यवाही हुई। इसी से नाराज होकर शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा ने एसएसपी कार्यालय का घेराव करते हुए अनिश्चितकालीन धरना देने की घोषणा कर दी थी। सोमवार को यूनियन प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत के आह्नान पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता भारी संख्या में एसएसपी कार्यालय को घेरने पहुंचे थे। सवेरे वह महावीर चौक स्थित कार्यालय पर एकत्र हुए और यहां से नारेबाजी करते हुए





अलग अलग गुट ट्रैक्टर ट्राली लेकर निकले तो उनको महावीर चौक पर ही पुलिस अफसरों ने बल और पैरा मिलिट्री फोर्स के सहारे रोकने का प्रयास किया। पहला टकराव यहीं पर हुआ तो किसान पुलिस को धकियाकर आगे बढ़ गये। प्रकाश चौक पर किसानों और उनके वाहनों को पुलिस ने जबरन रोक लिया। यहां की गयी बैरिकेडिंग को यूनियन कार्यकर्ताओं ने तोड़ दिया। काफी देर हंगामा रहा। सर्विस क्लब गेट से उनको अंदर नहीं जाने दिया गया तो वह अम्बेडकर स्मारक पर पहुंचे। यहां तो पूरी किलेबंदी की गई थी। जैसे ही भारतीय किसान यूनियन कार्यकर्ताओं का काफिला महावीर चौक स्थित भारतीय किसान यूनियन के जिला कार्यालय से शुरू होकर एसएसपी ऑफिस पहुंच रहा था जैसे ही भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता और किसान प्रकाश चौक पर पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें जबरन रोक लिया, तो यूनियन कार्यकर्ताओं ने पुलिस द्वारा लगाई गई बेरी केटिंग को हटा दिया। मगर उसके बाद मगर पुलिस फोर्स अधिक होने के कारण पुलिस ने यूनियन कार्यकर्ताओं को जबरदस्ती से प्रकाश चौक पर ही रोक लिया जिसके बाद भारतीय किसान यूनियन कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी और हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद अम्बेडकर स्मारक के सामने भी यूनियन और पुलिस का टकराव हुआ।




यहा बेरिकेडिंग हटाने के लिए धक्कामुक्की भी काम नहीं आई तो जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा ने वहीं पर धरना शुरू कर दिया। इस दौरान भाकियू के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष मांगेराम त्यागी ने पुलिस पर तानाशाह होने का आरोप लगाते हुए कहा कि किसान डरने वाला नहीं है, हम एसएसपी कार्यालय पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना चाहते थे, लेकिन प्रशासन के रवैये से आज किसानों को सड़क पर बैठने के लिए विवश होना पड़ रहा है। यहां किसानों के धरने के कारण हो रही परेशानी पुलिस और प्रशासन के निकम्मेपन का नतीजा है। महावीर चौक से कचहरी तक पैरा मिलिट्री फोर्स तैनात रहा। गेट पर दोनों एसपी यूनियन से भिड़ने की संभावना को लेकर मोर्चा संभाले रहे। कहचरी में भी व्यवस्था बाधित रहीं। वहीं किसानों के सड़कों पर उतर आने के कारण शहर पूरी तरह से जाम हो गया था। महावीर चौक, प्रकाश चौक, रेलवे रोड, टाउनहाल रोड के साथ ही शहर के अन्य मार्गों पर घंटों जाम रहा।




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