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सरकार किसानों के धैर्य की परीक्षा न लें, अब यूपी में होगी आरपारः राकेश टिकैत

सरकार किसानों के धैर्य की परीक्षा न लें, अब यूपी में होगी आरपारः राकेश टिकैत
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मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन ने किसान आंदोलन के बीच ही अब उत्तर प्रदेश में किसानों की समस्याओं को लेकर आरपार की लड़ाई लड़ने का ऐलान करते हुए सरकार की मुश्किल को बढ़ाने का काम किया है। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत ने किसानों ने लखनऊ घेराव का आह्नान करते हुए किसान आंदोलन में मारे गये किसानों को मुआवजा और परिवार को नौकरी की माग सरकार से की है।

भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत ने दिल्ली बाॅर्डर पर किसानों के बीच रहकर किसान आंदोलन को गति देने का काम किया है। उन्होंने दिल्ली बाॅर्डर से ही नये आंदोलन का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि किसानों का बलिदान व्यर्थ नही जाएगा,सरकार धैर्य की परीक्षा न ले। उत्तर प्रदेश सरकार जल्द से जल्द गन्ने का मूल्य घोषित करें अन्यथा लखनऊ में बड़ा आंदोलन किया जायेगा। भाकियू के मीडिया प्रभारी धर्मेन्द्र मलिक ने बताया कि आज भारतीय किसान यूनियन के रास्ट्रीय प्रवक्ता चै राकेश टिकैत ने कश्मीर सिंह की आत्महत्या पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार किसानों के धैर्य की परीक्षा न ले। आंदोलन में 47 किसानों की जान जा चुकी है। एक सरकार है कि उसको शर्म आती नही। सरकार 4 जनवरी की बैठक में न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर कानून बनाये व तीनो बिल वापस ले अन्यथा अब आंदोलन को तेज किया जाएगा।

हमारी उत्तर प्रदेश सरकार को चेतावनी है कि अब गन्ना पर्ची पर मूल्य 000 लिखने से काम नही चलेगा।सरकार एक सप्ताह में गन्ना मूल्य करे।

कोई उत्पाद ऐसा नही जिसका बिकने के बाद मूल्य तय हो। उत्तर प्रदेश में गन्ना किसानों की लूट हो रही है।

अब गन्ना किसानों पर जुल्म बर्दाश्त नही होगा। आज भी 4 हजार करोड़ गन्ना किसानों का बकाया है। सरकार मिल मालिकों के पक्ष में खड़ी है।

गन्ना किसानों पर जुल्म की इंतहा हो चुकी है। उत्तर प्रदेश सरकार धान व गन्ना किसानों का समाधान करें अन्यथा 10 जनवरी के बाद लखनऊ विधानसभा पर भी किसान अनिश्चितकालीन घेराव करेंगे। अब करो या मरो के साथ किसान आन्दोलन को आगे चलाएगी।

सरकार गाजीपुर बोर्डर पर किसान शहीद गलतान सिंह बागपत व कश्मीर सिंह रामपुर के परिवार को 10 लाख रुपए की आर्थिक मदद व 1 आश्रित को तुरंत नौकरी दे।

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