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आईपीएस अभिषेक यादव-एक गुडवर्क से सुलझी दो हत्याओं की गुत्थी

मुजफ्फरनगर पुलिस के लिए 27 सितम्बर का दिन काफी सुखद भरा रहा है। शिक्षा माफिया हिस्ट्रीशीटर इमलाख की 25 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई पर शासन से इनाम मिला तो वहीं आईपीएस अभिषेक के नेतृत्व में मुजफ्फरनगर पुलिस एक गुडवर्क से दो हत्याओं का खुलासा करने में सफल रही। इन दो हत्याओं में फरार तीन मुख्य आरोपियों पर मुजफ्फरनगर पुलिस की ओर से 25-25 हजार का ईनाम घोषित कर दिया गया है।

आईपीएस अभिषेक यादव-एक गुडवर्क से सुलझी दो हत्याओं की गुत्थी
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मुजफ्फरनगर। मोरना के अनुज हत्याकांड के दबाव का बोझ मुजफ्फरनगर पुलिस ने अपने सिर से उतारते हुए एक हत्यारोपी सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इस एक गुडवर्क ने दो हत्याओं का पर्दाफाश करने का काम किया। दवा व्यापारी अनुज कर्णवाल की हत्या जहां मुजफ्फरनगर प्रशासन के साथ ही राज्य सरकार के लिए भी एक नया सिरदर्द बन गई थी। वहीं मेरठ के कपसाड़ में हुए एक युवक के कत्ल को लेकर पुलिस के सामने बनी चुनौती को भी मुजफ्फरनगर पुलिस के एक गुडवर्क ने पूरा करने का काम किया। इस एक सफलता को 'एक पथ दो काज' के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि मोरना और कपसाड़ हत्याकांड के तीन मुख्य आरोपी फरार है, लेकिन मुजफ्फरनगर पुलिस ने इन पर 25-25 हजार रुपये का ईनाम घोषित कर दिया है। मेरठ पुलिस पहले ही इनको ईनामिया बदमाश घोषित कर चुकी है।

मुजफ्फरनगर के एसएसपी अभिषेक यादव के सामने मोरना मर्डर केस जिले के कार्यकाल की रोहित सांडू प्रकरण के बाद दूसरी बड़ी चुनौती बनकर सामने आया था। 17 सितम्बर की शाम हुई इस घटना के बाद जनपद में जो राजनीति शुरू हुई, उसने सरकार को भी हिला दिया था। घटना के दूसरे दिन ही एसएसपी अभिषेक यादव ने बयान जारी कर अनुज मर्डर केस में बदमाशों की शिनाख्त होने की जानकारी देते हुए यह विश्वास जताया था कि जल्द ही हत्यारोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे, लेकिन उनको समय देने के बजाय विपक्षी राजनीतिक दलों, सामाजिक और व्यापारिक संगठनों के साथ ही सत्ता पक्ष के लोगों ने उनकी कार्यशैली को लेकर सवाल उठाने शुरू कर दिये।

ऐसे में जब अनुज के परिवार ने मोरना से बदमाशों की दहशत में पलायन किया तो फिर से एसएसपी अभिषेक यादव सहित मुजफ्फरनगर पुलिस पर इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए जनविश्वास बहाल करने का भारी दबाव बनाया। मोरना में अनुज की हत्या के 10 दिन बाद रविवार को मुजफ्फरनगर पुलिस 'टेंशन फ्री' नजर आयी। एसएसपी अभिषेक यादव के मार्गदर्शन में अनुज हत्याकांड का खुलासा तो पुलिस कर ही चुकी थी, इसके साथ ही मेरठ पुलिस के लिए सिरदर्द बना कुलदीप मर्डर केस भी सुलझ चुका था। मुजफ्फरनगर पुलिस के अनुसार 27 सितम्बर रविवार को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने अभियुक्त आशीष उर्फ टिंकू उपरोक्त को गिरफ्तार किया।

आशीष की गिरफ्तारी के इस एक गुडवर्क ने ही मोरना के अनुज और मेरठ के सरधरना थाना क्षेत्र के गांव कपसाड़ के कुलदीप मर्डर केस की गुत्थियों को सुलझा दिया। मोरना निवासी बदमाश अजीत का 01 लडकी से प्रेम प्रसंग चल रहा था, जिससे कुलदीप निवासी कपसाड थाना सरधना जनपद मेरठ भी सम्पर्क में आने का प्रयास करने लगा। यह बात अजीत को पता लगी तो अजीत ने कुलदीप को फोन करके कई बार धमकाया, लेकित कुलदीप नही माना तब 30 अगस्त 2020 को अभियुक्त अजीत, राहुल, कपिल तथा आशीष कस्बा मोरना से दौराला मेरठ गए, जहाँ अजित ने फोन करके कुलदीप को मिलने के लिए बुलाया। आशीष ने पुलिस को बताया कि विवाद होने पर कुलदीप को गोली मार दी।

इस मामले में दौराला पुलिस ने कई बार इन बदमाशों की तलाश में मोरना और भोपा थाना क्षेत्र के जंगल व खादर में दबिश दी, लेकिन यह हाथ नहीं लग पा रहे थे। मुजफ्फरनगर पुलिस ने भी दौराला पुलिस का पूरा सहयोग किया, लेकिन मुजफ्फरनगर के पुलिस अफसरों को यह पता नहीं था कि जिन बदमाशों की तलाश के लिए वह दौराला पुलिस की मदद कर रहे हैं, वही बदमाश उसके लिए कितना बड़ी चुनौती पेश कर सकते हैं। इस खुलासे ने फिर से आईपीएस अभिषेक यादव की सुरागरसी और एक कप्तान के रूप में लीडरशिप को साबित किया है।

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