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अब 20 मार्च को दिल्ली कूच का आह्नान

भारतीय किसान यूनियन की महापंचायत में केन्द्र और यूपी सरकारों पर बरसे टिकैत बंधु

अब 20 मार्च को दिल्ली कूच का आह्नान
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मुजफ्फरनगर। भारतीय किसान यूनियन ;भाकियूद्ध की महापंचायत के आयोजन में किसानों का सैलाब उमड़ने के कारण शहर में यातायात से लेकर अन्य तमाम व्यवस्था चैपट होकर रह गई। यातायात को संभालने और किसानों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पूरा पुलिस और प्रशासनिक अमला आज सवेरे से ही जुटा रहा, लेकिन भीड़ तंत्र हावी हो जाने के बाद तमाम व्यवस्थाएं आज रामभरोसे ही नजर आई। इसके साथ ही महापंचायत के मंच पर टिकैत बंधुओं ने केंद्र और प्रदेश के साथ ही दूसरे राज्यों में सरकारों के द्वारा किसानों की अनदेखी करने पर सरकारों को खुले मंच से चेताने के साथ साथ किसानों से आंदोलन की रस्सी को मजबूती के साथ पकड़ने का आह्नान करते हुए 20 मार्च को दिल्ली कूच का भी आह्नान किया। इस महापंचायत में किसानों के स्थानीय, प्रांतीय और राष्ट्रीय स्तरीय मुद्दों को उठाया गया। भाकियू नेतृत्व ने यह भी साफ कर दिया कि जीआईसी ग्राउंड पर लगाया गया किसानों के आंदोलन का तम्बू तब तक उखाड़ा नहीं जायेगा, जब तक की सरकार किसानों की मांगों को पूरा करते हुए उनको लागू कराने का काम नहीं करती है। इस दौरान किसानों और किसान नेताओं पर दर्ज फर्जी मुकदमों को लेकर भी भाकियू नेताओं ने सरकार और प्रशासन पर जमकर भड़ास निकाली।


यूपी में गन्ना मूल्य घोषित करने, बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान, आवारा पशुओं का इंतजाम, मुआवजा, मुकदमे वापसी और एमएसपी गारंटी कानून सहित किसानों के विभिन्न मुद्दों को लेकर भारतीय किसान यूनियन के द्वारा 28 जनवरी से जीआईसी मैदान पर आंदोलन किया जा रहा है। आंदोलन के आज 14वें दिन भाकियू ने यहां पर किसानों के मुद्दों पर सरकार को चेताने के लिए किसान मजदूर महापंचायत का आयोजन किया। सवेरे से ही आसपास के जनपदों और दूसरे राज्यों से यहां पर किसान भारी संख्या में अपने अपने ट्रैक्टर और ट्रालियों के साथ पहुंचने शुरू हो गये थे, जिससे शहर में यातायात सहित अन्य तमाम व्यवस्था ठप हो गयी थी। आज इस महापंचायत में भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चै. नरेश टिकैत और राष्ट्रीय प्रवक्ता चै. राकेश टिकैत के साथ ही यूनियन के तमाम पदाधिकारी और संयुक्त किसान मोर्चा के नेता तथा खापों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। हरियाणा से आए किसान नेता जोगिंदर सिंह ने बताया कि 20 मार्च को दिल्ली में पूरे देश के किसानों की महापंचायत होगी। राकेश टिकैत जहां सवेरे से ही जीआईसी मैदान पर डटे रहे, तो वहीं नरेश टिकैत सिसौली से किसानों की भीड़ के साथ दोपहर बाद मंच पर आये। उनको पगड़ी पहनाकर स्वागत किया गया। इस दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि गन्ना बकाया भुगतान पर सरकार को बात करनी चाहिए। भैंसाना मिल के द्वारा भुगतान करने पर उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था ठीक नहीं है। देरी से इंसाफ के मायने नहीं रह जाते हैं। उन्होंने विद्युत मीटर का विरोध करते हुए कहा कि फ्री बिजली के लिए मीटर लगाने की जरूरत कहां पर है और अगर मीटर लगाये जा रहे हैं तो क्या फ्री बिजली मिल पायेगी। हमें सरकार की नीयत ठीक नहीं लगती है।

किसान महापंचायत में मुख्य रूप से हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष रतन मान, संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य जगतार बाजवा, हरियाणा से आए किसान नेता जोगिंदर सिंह नैन, भाकिूय के राष्ट्रीय महासचिव यु(वीर सिंह, प्रदेशाध्यक्ष राजपाल सिंह, अनिल कसाना नोएडा, ओमपाल सिंह, सुभाष चैधरी, धर्मवीर सिंह दिल्ली के अलावा कई खापों के प्रतिनिधि भी शामिल रहे। महापंचायत की अध्यक्षता गठवाला खाप के बाबा श्याम सिंह मलिक ने की।

राजपाल सिंह बोले-नलकूपों पर नहीं लगने देंगे मीटरः भाकियू के प्रदेश अध्यक्ष राजपाल सिंह ने कहा कि नलकूपों पर मीटर नहीं लगने देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की समस्याओं का समाधान करने में अब तक नाकाम साबित हुई है। पंचायत में भविष्य के आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी। शीर्ष नेतृत्व किसानों की लड़ाई लड़ने के लिए खाप चैधरियों और संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के साथ रणनीति तैयार करेगा। वहीं हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष रतन मान ने कहा कि खेती छोड़ो आंदोलन चलाना होगा। संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य जगतार बाजवा ने कहा कि किसान शक्ति को एकजुट करना होगा। मजबूती से मोर्चे पर डटना होगा।


खाप के हवाले रहा किसानों का मंच, राजनेताओं को जगह नहींः भाकियू की महापंचायत के आयोजन को आज पूरी तरह से गैर राजनीतिक रखा गया है। लगातार विपक्ष के साथ मिलकर आंदोलन करने के आरोपों का सामना कर रहे भाकियू नेताओं ने इस बार पहले ही संकेत दे दिये थे कि मंच पर राजनेताओं को एंट्री नहीं मिलेगी। आज भाकियू की किसान मजदूर महापंचायत का मंच पूरी तरह से खापों के हवाले किया गया था। यहां पर इस आंदोलन को समर्थन देने के लिए शुक्रवार को महापंचायत के दौरान भी विपक्ष के नेता और विधायक पहुंचे, लेकिन भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने इन नेताओं का मंच के नीचे ही स्वागत किया और इनके साथ मंच से उतरकर नीचे ही बैठे और इन सभी राजनेताओं को भी मंच के सामने ही नीचे कुर्सियों पर बैठाया गया। यहां पर आज समर्थन देने के लिए रालोद विधानमंडल दल के नेता बुढ़ाना विधायक राजपाल बालियान, पुरकाजी विधायक अनिल कुमार, मीरापुर के विधायक ओर युवा रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंदन सिंह चैहान, पूर्व सांसद एवं वरिष्ठ रालोद नेता राजपाल सैनी, रालोद जिलाध्यक्ष संदीप मलिक, पूर्व मंत्री धर्मवीर बालियान, चै. योगराज सिंह आदि राजनीतिक दलों से जुड़े व्यक्ति और जनप्रतिनिधि भी पहुुंचे थे। यहां पर शामली और थानाभवन विधायक तो कुछ ही देर रूके और फिर रुख्सत हो गये। वहीं दूसरे नेता भी कुछेक देर ठहकर मंच को प्रणाम कर वहां से रवाना हो गये।

महावीर चैक के आसपास का बाजार बंद, मीनाक्षी चैक पर धरनाः भाकियू की इस महापंचायत को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट रहा तो किसी भी अनहोनी से बचने के लिए लोग और व्यापारी भी सतर्क नजर आये। सवेरे से ही किसानों का सैलाब यहां पर ट्रैक्टर ट्रालियों के काफिले के रूप में उमड़ने लगा था। किसानों की भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए पहले ही प्रशासन ने सरकूलर रोड, आर्य समाज रोड और मेरठ रोड आदि के शिक्षण संस्थानों को एक दिन के लिए बंद करा दिया था। शुक्रवार को चैधरी छोटू राम इंटर कालेज, एमजी पब्लिक स्कूल, केंद्रीय विद्यालय, डायट, राजकीय इंटर कालेज, डीएवी इंटर कालेज, इस्लामिया इंटर कालेज, नवाब अजमत अली खां इंटर कालेज और मेरठ रोड मीनाक्षी चैक स्थित जैन इंटर कालेज में अवकाश रहा। इसके साथ ही एसडी पब्लिक स्कूल की तीनों विंगों में भी अवकाश रहा। इसी को देखते हुए महावीर चैक, आर्य समाज रोड का पूरा बाजार ही बंद रहा। यहां आसपास के मार्किट के दुकानों को बंद रखा गया है। इसके साथ ही आज यहां महापंचायत में शामिल होने जा रहे किसानों ने मीनाक्षी चैक पहुंचने पर अपने वाहनों से उतरकर सड़क पर ही बीचोंबीच धरने पर बैठ गये और यातायात जाम कर दिया। इसी जानकारी मिलने पर एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय और एडीएम प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह मीनाक्षी चैक पहुंचे और उन्होंने यहां पर धरना दे रहे किसानों को समझा बुझाकर उठाया और उनको महापंचायत के लिए जीआईसी मैदान की ओर रवाना किया।

बस पाने को बाईपास तक भटकते रहे यात्री, जाम से भी हुई परेशानीः किसान महापंचायत के दौरान शहर में आने वाले और यहां से यात्रा के लिए बसों की तलाश में बाईपास तक भटकने के लिए विवश होना पड़ा। ऐसे में बसों तक पहंुचने के लिए लोगों को भारी भरकम जाम से भी जूझना पड़ा। बता दें कि किसानों की इस महापंचायत को देखते हुए प्रशासन ने यात्रियों के लिए शहर के बाॅर्डर पर चार अस्थाई बस अड्डे बनाये थे। इसके साथ ही जाम से लोगों को बचाने के लिए यातायात पुलिस ने रूट डायवर्ट किया था। बिजनौर, जानसठ एवं मीरापुर को जाने वाले यात्रियों को जानसठ पुल बाईपास, भोपा की ओर जाने वाले लोगों को भोपा पुल बाईपास, सहारनपुर और हरिद्वार जाने के लिए रामपुर तिराहा और मेरठ दिल्ली जाने वाले यात्रियों को वहलना चैक जाकर बस पकड़नी पड़ी।


कारों को देखकर भड़के टिकैत, मैदान से गाड़ियों को बाहर निकलवायाः जीआईसी मैदान पर आंदोलन शुरू करने के पहले ही दिन से किसानों और किसान नेताओं के कारों से यहां पहुंचने को लेकर भाकियू प्रवक्ता चै. राकेश टिकैत लगातार कड़ी नाराजगी व्यक्त कर चुके है। आज भी महापंचायत के आयोजन से पहले सवेरे ही उन्होंने यूनियन के नेताओं के साथ मैदान का भ्रमण करते हुए जायजा लिया। ऐसे में यहां अपनी अपनी कारों से पहुंचे यूनियन के पदाधिकारियों और किसानों को देखकर वह भड़क गये। उन्होंने आज एक बार फिर से दोहराया कि आंदोलन ट्रैक्टरों से चलता है, कारों से नहीं चला करता। इस दौरान राकेश टिकैत ने अपनी कारों से आये लोगों की गाड़ियों को मैदान से बाहर निकलवाकर सड़क पर ही पार्क कराया और कहा कि मैदान पर केवल किसानों के वाहन ट्रेक्टरों को ही जाने दिया जायेगा।

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