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Muzaffarnagar--पहली बोर्ड बैठक को तैयार पालिका, मीनाक्षी लाईं दस गुना बड़ा बजट

यूपी की सबसे बड़ी पालिका में 1318 करोड़ के बजट पर मुहर लगायेंगे 55 सभासद, कर्मचारियों से आम जनमानस तक सभी के लिए राहत भरा एजेंडा जारी, करीब 90 करोड़ रुपये के भरे खजाने के साथ विकास कार्यों का आगाज करेंगी चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप, 14 जून के बाद पटरी पर लौटेगा पालिका का कामकाज

Muzaffarnagar--पहली बोर्ड बैठक को तैयार पालिका, मीनाक्षी लाईं दस गुना बड़ा बजट
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मुजफ्फरनगर। नगरपालिका परिषद् में करीब 10 महीनों से बेपटरी हुआ कामकाज अब पटरी पर लौटने जा रहा है। पालिका चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने शपथ ग्रहण के 18 दिन के बाद पालिका के निर्वाचित बोर्ड की पहली बैठक बुलाना तय कर दिया है। इसके लिए चेयरपर्सन के आदेश पर बोर्ड बैठक का एजेंडा जारी कर दिया गया है। बजट प्रस्ताव होने के कारण यह बैठक विशेष हो गयी है। एजेंडे में कुल 25 प्रस्ताव शामिल किये गये हैं। इसमें करीब 20 किलोमीटर लम्बे पालिका क्षेत्र के विकास के लिए चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप सबसे बड़ी पालिका के लिए सबसे बड़ा बजट लेकर आ रही हैं। इस बार पालिका का बजट करीब 10 गुना बड़ा है। पालिका ने 1318 करोड़ रुपये के आय का बजट प्रस्ताव तैयार किया है, जबकि पिछले साल 137 करोड़ रुपये का बजट पास कराया गया था। अपने बोर्ड में विकास कार्यों का आगाज करने के लिए चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप को पालिका का खजाना भरा हुआ मिला है। उनके पास विकास के लिए पालिका खजाने में इस समय करीब 90 करोड़ रुपये की धनराशि शेष है। इस बोर्ड बैठक में चेयरपर्सन ने पालिका कर्मियों से लेकर आम जनमानस के हितों को ध्यान में रखते हुए उनके लिए राहत भरा प्लान बनाया है।


नगरपालिका परिषद् में चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप के बोर्ड की पहली बैठक का दिन 14 जून तय किया गया है। पूर्वाहन 11 बजे टाउनहाल सभाकक्ष में चेयरपर्सन अपने 55 बोर्ड सदस्यों के साथ पालिका के बेपटरी हुए कामकाज को पटरी पर लाने के लिए सबसे पहले बजट प्रस्ताव को पारित कराने का काम करेंगी। ईओ पालिका हेमराज सिंह ने विशेष बजट प्रस्ताव के साथ ही कुल 25 प्रस्तावों वाला एजेंडा जारी कर दिया है। इस बार के बजट की बात करें तो 11 गांवों की आबादी पाकर करीब 5.20 लाख लोगों के हितों का संरक्षण करने वाली नगरपालिका परिषद् में बजट का दायरा खूब बढ़ाया गया है। प्रस्ताव के अनुसार एक अप्रैल 2023 तक पालिका के पास अपने खजाने में पहली बैठक में ही 89.83 करोड़ 38 लाख 815 रुपये की धनराशि उपलब्ध है। वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए पालिका प्रशासन ने 1318 करोड़ 70 लाख 10 हजार रुपये की अनुमाति आय का बजट पेश किया है। जबकि इस वित्तीय वर्ष में पालिका प्रशासन के द्वारा 1217 करोड़ 05 लाख रुपये का अनुमानित व्यय तैयार किया गया है। यानि कुल मिलाकर पालिका प्रशासन का यह बजट लाभ वाला रहेगा। पालिका प्रशासन का अनुमान है कि इस वित्तीय वर्ष की समाप्ति मार्च 2024 तक पालिका के खजाने में 191 करोड़ 48 लाख 48 हजार 815 रुपये की धनराशि शेष रहेगी। अगर देखा जाये तो इस बार का बजट दस गुना बड़ा है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में पालिका ने 137 करोड़ 60 लाख 10 हजार का अनुमाति आय बजट पेश किया था। इसमें 122 करोड़ 31 लाख 28 हजार रुपये की वास्तविक आय पालिका ने की थी। जबकि वित्तीय वर्ष 2021-22 में पालिका प्रशासन ने करीब 82.39 करोड़ रुपये की आय अर्जित की थी। अब पालिका प्रशासन द्वारा 1318 करोड़ रुपये की अनुमानित आय का बजट लाया गया है, जो पिछले बजट के मुकाबले दस गुना से ज्यादा बड़ा है। जिसको लेकर पालिका में चर्चा भी हो रही है।


सीमा विस्तार से पालिका का खर्च बढ़ा, आमदनी अभी जीरोः पहली बोर्ड बैठक में चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप पर व्यवस्था बनाने के लिए खर्च का दबाव भी बन गया है, क्योंकि सीमा विस्तार में 11 गांव शामिल होने के बाद वहां पर सुविधा देने के लिए पालिका प्रशासन की जिम्मेदारी बढ़ने लगी हैं। ऐसे में इन गांवों के कारण खर्च तो पालिका के जिम्मे तय हो गया है, लेकिन यहां से आमदनी अभी जीरो ही है। शहरी क्षेत्र की बात करंे तो मदनी चौक से सूजडू चुंगी तक के दायरे वाले शहर की सीमा बांहे फैलाकर अब वहलना चौक तक पहुंच चुकी हैं। शहरी क्षेत्र की लम्बाई इस कारण अब करीब दो गुनी होने के कारण करीब 20 किलोमीटर हो चुकी है। ऐसे में इस क्षेत्र में सुविधा देने के लिए खर्च का दबाव भी बना है।


कांवड यात्रा की तैयारी पर खर्च होंगे 50 लाख, बकरीद पर भी की जायेगी व्यवस्थाः पालिका चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने जुलाई माह में शुरू हो रही श्रावण मास की कांवड यात्रा में शिवभक्तों के लिए सेवा और सुविधा पर करीब 50 लाख रुपये खर्च करने की तैयारी की है। इसके लिए बोर्ड बैठक में बेरिकेडिंग, अस्थाई सीसीटीवी कैमरे, शिव चैक पर लोहे की बेरिकेडिंग, ड्रोन, कांवड कंट्रोल रूम, खोया पाया केन्द्र, मदनी चैक से वहलना चैक तक बेरिकेडिंग और सड़कों के पेंच वर्क आदि पर खर्च के लिए करीब 30 लाख रुपये का व्ययानुमान तैयार किया है। इसके अतिरिक्त जुलाई माह के प्रथम सप्ताह में शुरू हो रही कांवड यात्रा के दौरान मदनी चैक से वहलना चैक और शिव चैक से पीनना बाईपास तक अस्थाई इमरजेंसी लाइट की व्यवस्था पालिका को करनी होगी। पहले यह यह व्यवस्था काली नदी पुल और सूजडु चुंगी तक की जाती रही है। इस बार सीमा विस्तारक े कारण दो गुना क्षेत्र बढ़ जाने से खर्च ज्यादा किया जायेगा। इसके लिए अब बझेडी रोड पर रेलवे लाइन अण्डर पास से सरवट शिव चैक होते हुए वहलना चैक तक और शिव चैक से भगत सिंह रोड होते हुए पीनना बाईपास तक लाइट लगवाई जायेंगी। इस पर 13.61 लाख रुपये खर्च का प्रस्ताव बनाया गया है। इसके साथ ही शिव चैक पर कंट्रोल रूम में इमरजेंसी लाइट की व्यवस्था पर 1.21 लाख खर्च होंगे। वहीं कांवड यात्रा के दौरान अस्थाई स्टैण्ड पोस्ट लगाने और अन्य व्यवस्थाओं के लिए 20 कर्मचारियों को 15 दिन के लिए रखे जाने पर करीब 3 लाख रुपये का खर्च पालिका करने जा रही है। वहीं जुलाई माह में ही बकरीद (ईद उल अजहा) होने के कारण कुर्बानी के अवशेष का निस्तारण करने के लिए पालिका प्रशासन 7 दिनों के लिए 40 श्रमिकों का बंदोबस्त इस बार कर रहा है। इसके साथ ही सफाई व्यवस्था के लिए 100 सफाई कर्मी भी रखे जायेंगे। इन पर 10 लाख रुपये खर्च होंगे।


कर्मचारियों को बड़ी राहत बोनस-एरियर को मिलेगी हरी झण्डीः इस बोर्ड बैठक में चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप कर्मचारियों के हितों को भी साधने का काम कर रही हैं। इसमें कर्मचारियों को महंगाई भत्ता, तदर्थ बोनस और महंगाई भत्ता एरियर की बकाया राशि का भुगतान कराने के साथ ही भुगतान का अनुमोदन भी बोर्ड करेगा। वहीं आउट सोर्सिंग पर रखे गये कर्मचारियों को करीब चार माह से लंबित वेतन जारी करने का प्रस्ताव भी चेयरपर्सन ने एजेंडे में शामिल किया है। करीब 7 लाख से ज्यादा का भुगतान इन ठेका कर्मियों को वेतन के रूप में किया जाना है। 571 कर्मियों को वर्ष 2021-22 के तदर्थ बोनस के रूप में 39.65 लाख, पालिका के स्थाई और संविदा कर्मियों को महंगाई भत्ता में 39.84 लाख और महंगाई भत्ता 26.68 लाख रुपये का भुगतान 1 जनवरी 2022 से 30 सितम्बर 2022 तक प्रशासक नगर मजिस्ट्रेट के द्वारा कराया जा चुका है। इसका अनुमोदन किया जायेगा। इसके साथ ही 01 जनवरी 2023 से अपै्रल 2023 तक पालिका के सभी कर्मचारियों व संविदा सफाई कर्मचारियों का महंगाई भत्ता एरियर भुगतान जो लंबित चल रहा था, उसमें 35.26 लाख रुपये के भुगतान की स्वीकृति चेयरपर्सन ने दे दी है। इसके साथ ही कर्मचारियों के हितों को लेकर कई प्रस्ताव इसमें शामिल हैं, जिन पर चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप की अध्यक्षता में 14 जून को बोर्ड के 55 सदस्य विचारोपरांत मुहर लगाने का काम करेंगे।




पालिका के शहर में लगे 46 में से 34 वाटर कूलर निरीक्षण में मिले खराब


मुजफ्फरनगर। शहरी क्षेत्र में लोगों को गर्मी के मौसम में शीतल और शु( पेयजल उपलब्ध कराने के लिए करोड़ों रुपये का बजट खर्च कर लगाये गये वाटर कूलर पालिका प्रशासन की लापरवाही के कारण हकीकत में सफेद हाथी बने हुए हैं। चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप को इन वाटर कूलर की स्थिति दयनीय होने और आम जनता को लाभ नहीं मिलने की शिकायत प्राप्त हुई थी। इसके बाद उन्होंने वाटर कूलर का भौतिक सत्यापन कराने के निर्देश जारी किये थे।


भाजपा नेता गौरव स्वरूप ने बताया कि चेयरपर्सन के निर्देश पर पालिका के जलकल विभाग के अवर अभियंता द्वारा नगर के विभिन्न वार्डों में अधिष्ठाापित कराये गये 46 वाटर कूलरों के द्वारा लोगों को शीतल और शु( पेयजल की आपूर्ति की जा रही थी, लेकिन जेई जलकल के निरीक्षण में इनमें से 34 वाटर कूलर खबरा और अक्रियाशील स्थिति में मिले हैं। उन्होंने बताया कि चेयरपर्सन ने जनहित को देखते हुए इन खराब वाटर कूलरों को क्रियाशील बनाने के आदेश दिये हैं, इसके लिए करीब 5 लाख से ज्यादा का व्ययानुमान विभागीय स्तर पर तैयार किया गया है। इस बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव को पारित कराकर वाटर कूलरों का सदुपयोग कराया जायेगा।


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