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कोरोना को हराने के लिए अब 'फोकस सैम्पलिंग'

12 नवम्बर तक जनपद में चलेगा विशेष सैम्पलिंग अभियान, हर दिन 600 सैम्पल करने का शासन से मिला टारगेट। ब्यूटी पार्लर, हलवाई, नाई की दुकानों पर पहुंचकर विशेष टीम ले रही कोविड-19 के सैम्पल। सोमवार को जनपद में मंदिर-मस्जिद पर चलेगा विशेष अभियान, कोविड टेस्ट कराने की तैयारी

कोरोना को हराने के लिए अब फोकस सैम्पलिंग
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मुजफ्फरनगर। दुनिया में कोरोना नोवल वायरस संक्रमण दूसरा दौरा शुरू होने के साथ ही कई देशों में लाॅक डाउन लागू होने लगा है। ऐसे में भारत में भी दिल्ली सहित कुछ एक राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण में पिछले दिनों से बढोतरी नजर आ रही है। इसी को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में अभी से कोरोना वायरस के प्रसार पर नियंत्रण हेतु पूरे प्रदेश में विशेष अभियान आरम्भ किया गया है। इस विशेष अभियान को 'फोकस सैम्पलिंग' का नाम दिया गया है। इस अभियान में उन लोगों का कोविड टेस्ट कराने का प्रबंध किया गया है, जो आम लोगों के साथ ज्यादा सम्पर्क में आ रहे हैं। इनमें ब्यूटी पार्लर, हलवाई, नाई, टैम्पो और रिक्शा चालक, मेहंदी आर्टिस्ट, स्ट्रीट वेंडर्स आदि शामिल हैं। जनपद मुजफ्फरनगर में इस विशेष अभियान के अन्तर्गत प्रतिदिन करीब 600 फोकस सैम्पलिंग टेस्ट कराने का लक्ष्य मिला है। इस अभियान से जनपद भर में खलबली मची हुई है। स्वास्थ्य विभाग की टीमों को पुलिस प्रशासनिक अफसरों का सहारा लेकर यह 'फोकस सैम्पलिंग' के अन्तर्गत मिले टारगेट को पूरा करना पड़ रहा है। यह विशेष अभियान 12 नवम्बर तक चलाया जायेगा।

जनपद में कोरोना संक्रमण को पराजित करने के लिए वैसे तो प्रतिदिन आ रहे रिजल्द ही सुकून प्रदान करने वाले साबित हो रहे हैं, लेकिन दुनिया में फिर से कोरोना वायरस के लौटने का भय बनने लगा है। ऐसे में राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण को पहले ही रोकने के लिए विशेष अभियान छेड़ दिया है। इसके अंतर्गत जनपद में 'फोकस सैम्पलिंग' का नया दौर शुरू किया गया है। हालांकि यह शुरूआत 29 अक्टूबर से हो चुकी है, लेकिन यह दौर 12 नवम्बर तक चलेगा। अभी तक कोविड-19 टेस्ट कराने के लिए स्वैच्छिक व्यवस्था थी, लोग अपनी मर्जी से अपना टेस्ट करा सकते थे। अब ऐसा नहीं है। लोगों को 'फोकस सैम्पलिंग' के अन्तर्गत स्वास्थ्य विभाग की मर्जी के अनुसार अपना सैम्पल देना पड़ रहा है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम इस अभियान के लिए बनाये गये नियम कायदों के अनुसार संबंधित लोगों के पास पहुंच रही है। इन लोगों के सैम्पल लेने का काम किया जा रहा है। सीएमओ डा. प्रवीण कुमार चोपडा के अनुसार इस विशेष सैंपलिंग अभियान के अंतर्गत आमजन से नियमित रूप से व अधिक सम्पर्क में रहने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए कोविड 19 टेस्ट के लिए सैम्पलिंग की व्यवस्था की गई है। टीमें अपना काम कर रही हैं। 29 अक्टूबर से 15 दिन तक फोकस सैम्पलिंग का अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान 12 नवम्बर, 2020 को सम्पन्न होगा, जिसमें 29 अक्टूबर को टैम्पों थ्री व्हीलर व रिक्शा चालकों, 30 अक्टूबर को मेंहदी आर्टिस्ट व ब्यूटी पार्लर, 31 अक्टूबर को स्वीट शाॅप पर पहुंचकर हलवाई और वहां कार्यरत कर्मचारियों की सैम्पलिंग की गयी है। इसके साथ ही रविवार को टीमों के द्वारा जनपद के रेस्टोरेंट्स व होटलों पर पहुंचकर यह विशेष अभियान चलाया गया है।

कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए चलाया गया फोकस अभियान के अन्तर्गत 12 नवम्बर तक चलेगा, इसमें ब्यूटी पार्लर, मेहंदी आर्टिस्ट, टैम्पो व रिक्शा चालक को छोड़कर बाकी अन्य टारगेट क्लाइंट को दो-दो बार रिपीट किया जायेगा। ताकि इन क्लाइंट के ज्यादा से ज्यादा सैम्पल कराये जा सकें। सोमवार 02 नवम्बर को धार्मिक स्थलों ;मन्दिर और मस्जिदद्ध पर विशेष टीमों के द्वारा पहुंचकर कोविड-19 टेस्ट के लिए सैम्पलिंग कराई जायेगी। इसके अलावा 03 नवम्बर को माॅल इस अभियान से जुड़ेंगे और वहां पर अन्य कर्मचारियों के साथ ही सिक्योरिटी स्टाॅफ की सैम्पलिंग होगी। इसके अलावा 04 नवम्बर को सभी इलेक्ट्रानिक शाॅप व व्हीकल शोरूम, 05 नवम्बर को दीया, मूर्ति व गिफ्ट आदि बेचने वाले फुटकर विक्रेता आदि, 06 नवम्बर को पटाखा मार्केट, फल और सब्जी विक्रेता, 07 नवम्बर को फिर धार्मिक स्थलों, 08 नवम्बर को स्वीट शाॅप, 09 नवम्बर को फुटकर विक्रेता, 10 नवम्बर को पटाखा मार्केट, फल और सब्जी विक्रेता, 11 नवम्बर को माॅल सिक्योरिटी स्टाॅफ सहित तथा 12 नवम्बर को सभी इलेक्ट्रानिक शाॅप और व्हीकल शोरूम में काम करने वाले व्यक्तियों की फोकस सैम्पलिंग की जाएगी। फोकस सैम्पलिंग के माध्यम से कोविड संक्रमित लोगों की पहचान की जाएगी और इस चैन को पकड़कर कोरोना वायरस संक्रमण का प्रभाव कम से कम करने का प्रयास होगा।

सीएमओ डा. प्रवीण कुमार चोपडा ने लोगों से जागरुकता के साथ ही सावधानी बरतने की अपील करते हुए कहा कि आगामी दिनों में जनपद में भी कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने की ज्यादा संभावना है। उन्होंने बदल रहे मौसम को भी इसके लिए बड़ा कारण बताते हुए कहा कि अभी कोरोना वायरस संक्रमण के प्रति लापरवाही भारी पड़ सकती है, इसलिए सावधान रहना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जनपद में स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा करीब 2 हजार कोविड टेस्ट के लिए सैम्पल लिये जा रहे हैं। इसमें ही 'फोकस सैम्पलिंग' के लिए 30 प्रतिशत टेस्ट का टारगेट शासन से मिला है। इसके तहत करीब 600 फोकस सैम्पलिंग कराई जा रही हैं।

कोरोना लाॅक डाउन के बाद अब पुलिस के जिम्मे टेस्टिंग का काम


मुजफ्फरनगर। कोरोना संकट के दौरान पुलिस ने बड़ी जिम्मेदारी निभाई है। लाॅक डाउन का पालन कराने के लिए पुलिस कर्मी जीवन संकट में डालकर जुटे रहे। अब फिर से पुलिस को 'फोकस सैम्पलिंग' अभियान को सफल बनाने की जिम्मेदारी मिली है। कोरोना का भय लोगों में इतना है कि वह मजबूरी या किसी आवश्यकता के कारण ही अपना टेस्ट कराने के लिए कोविड जांच केन्द्रों पर पहुंचते हैं, लेकिन इस 'फोकस सैम्पलिंग' अभियान में कोविड टेस्ट करने के लिए टीम उन तक पहुंच रही है। लोगों के आचरण को देखते हुए पहले ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीमों की सुरक्षा और सैम्पलिंग के लिए पुलिस सुरक्षा की मांग की गयी है। अभी तक जनपद में जहां जहां अभियान चलाया गया, वहां पर पुलिस और प्रशासनिक अफसरों को फोर्स के साथ तैनात रहना पड़ा है।

फूड विभाग की टीमें भी फोकस सैम्पलिंग में लगीं


मुजफ्फरनगर। कोरोना वायरस संक्रमण रोकने को शासन के विशेष 'फोकस सैम्पलिंग' अभियान को सफल बनाने के लिए पुलिस के साथ ही फूड विभाग भी स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय बनाकर जुटा हुआ है। एफएसडीए विभाग के अभिहित अधिकारी डा. चमन लाल ने बताया कि फोकस सैम्पलिंग के लिए उनके विभाग को जोड़ा गया है। विभागीय स्तर पर तीन टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें स्वास्थ्य विभाग के जांच दल के साथ कार्य कर रही है। टीमों को स्वीट्स शाॅप, रेस्टोरेंट, होटल आदि स्थानों पर जाकर सैम्पलिंग करानी पड़ रही है।

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