संत की हत्या से आक्रोशित सकल जैन समाज ने घेरी कलेक्ट्रेट
बारिश के बीच ही सैंकड़ों लोगों ने डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन, आंदोलन की दी चेतावनी
मुजफ्फरनगर। कर्नाटक में जैन संत का अपहरण और उसके बाद उनकी नृशंस हत्या की घटना के बाद जैन समाज में आक्रोश थम नहीं रहा है। बुधवार को बारिश के बीच ही सकल जैन समाज के आह्नान पर समाज के सैंकड़ों लोगों ने कलेक्ट्रेट का घेराव करते हुए प्रदर्शन किया और घटना की घोर निंदा करते हुए हत्यारोपियों को जल्द एवं कठोर सजा दिये जाने के साथ ही जैन साधु संतों की सुरक्षा के लिए व्यवस्था की मांग को लेकर ज्ञापन दिया।
गौरतलब है कि कर्नाटक में जैन संत कामकुमार नंदी की हत्या से पूरे देश का जैन समाज आक्रोशित हो गया है, इसी कड़ी में आचार्य पुष्पदन्त सागर जी महाराज की प्रेरणा से बुधवार को सकल जैन समाज के बैनर तले समाज के सैंकड़ों लोगों ने एकत्र होकर कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री, केंद्रीय अल्पसंख्यक आयोग, राज्यपाल कर्नाटक, मुख्यमंत्री कर्नाटक व डी. जी. पी. कर्नाटक पुलिस को संबोधित एक मांगपत्र जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी के माध्यम से दिया। यह ज्ञापन कलेक्ट्रेट में एडीएम वित्त गजेन्द्र कुमार को सौंपा गया। ज्ञापन के माध्यम से जैन समाज ने सरकारों से मुख्य रूप से यही मांग की है कि मुनि श्री 108 कामकुमार नंदी जी मुनिराज की हत्या की साजिश का जल्द से जल्द खुलासा हो, निर्मम हत्या का मुकदमा फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुना जाएँ, राष्ट्रीय स्तर पर विहार के दौरान व चातुर्मास में जैन संतों की एवम जैन धर्मावलंबियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो, केंद्र व सभी प्रदेशों में जैन संरक्षण एवं सुरक्षा आयोग का गठन हो, जैन धर्म विरोधी मानसिकता को बढ़ावा देने वाले अनूप मण्डल व अन्य संगठनों पर प्रतिबंध लगाया जाए, सामाजिक-धार्मिक अधिकारों की रक्षा सरकारें सुनिश्चित करें। इसके साथ ही आचार्य पुष्पदन्त सागर जी महाराज के द्वारा प्रधानमंत्री को संबोधित एक हस्तलिखित पत्र भी ज्ञापन के साथ सौंपा गया।
इस प्रदर्शन से पूर्व सुबह तय समय पर जैन समाज के सैंकड़ों पुरूष, महिलाएं व बच्चे जैन औषधालय में प्रवचन लाभ लेने पहुँचे, जहां आचार्य श्री ने प्रवचन के पश्चात जैनो पर हो रहे अत्याचार व मुनि श्री कामकुमार नन्दी की बर्बर हत्या के विरु( भी अपने विचार रखे व आचार्य श्री के आदेश से ही जैन एकता मंच युवा शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौरव जैन ने पूरा ज्ञापन समाज के बीच पढ़ कर सुनाया तत्पश्चात सभी लोग भारी बारिश के बावजूद कलेक्ट्रट पहुंचे और विरोध में घेराव प्रदर्शन किया। वक्ताओं ने कहा कि जैन समाज अपने धार्मिक तीर्थो, धार्मिक स्थलों, जैन सन्तों व धर्मावलंबियों की सुरक्षा के लेकर पहले ही बहुत चिंतित है। ऐसे में सन्त की निर्मम हत्या आक्रोशित करने वाली व चिंता बढ़ाने वालीa घटना है। साथ ही ऐसे में कर्नाटक समेत सभी केंद्र सरकार व सभी मुख्य दलों की खामोशी निराशाजनक है। जैन समाज इस सब को अब सहने वाला नही है अगर समाज की मांगे नहीं मानी गयी तब अपने लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए फिर से शिखरजी आंदोलन जैसा बड़ा आंदोलन पुनः खड़ा करना पड़ा तो हम पीछे नहीं हटेंगे।
प्रदर्शन में गौरव जैन, पुनीत जैन, भाजपा नेता रोहित जैन अप्पू, सुनील जैन, नितिन जैन मोंटू, निपुण जैन एडवोकेट, अमित जैन, प्रवीण जैन, पंकज जैन गांधी टेंट, प्रदीप जैन, मनोज जैन, कुलदीप जैन, महिपाल जैन, कंवर सेन जैन, गुणपाल जैन, विपिन जैन, वैभव जैन, अजय जैन, नितेश जैन, राजीव जैन, वरुण जैन, अक्षत जैन, सौरभ जैन, डॉ अमित जैन, वर्धमान जैन, राजेश जैन, अनमोल जैन, विकास जैन, अनिल जैन, अखिलेश जैन एडवोकेट, राहुल जैन एडवोकेट, चुनमुन जैन, सि(ांत जैन, अजय जैन, सुनील जैन, विपिन जैन, अर्चित जैन, संजय जैन, मुकेश जैन, नितिन जैन, सम्यक जैन, वर्धन जैन, आकर्ष जैन, संयम जैन, अनंत जैन, प्रियांशु जैन, वैभव जैन, हर्षित जैन, )तिक जैन, भव्य जैन, प्रथम जैन, अंशु जैन, वंश जैन, नमन जैन, संदीप जैन, प्रवीण जैन, राहुल जैन, कुलदीप जैन, राजीव जैन, राजेंद्र जैन ओर जगदीश जैन आदि शामिल रहे।