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शुकतीर्थ में फिलमाया गीत किसान तेरी कौन सुनेगा 16 फरवरी को रिलीज होगा

किसानों के मुद्दों को लेकर बनी इस फिल्म की शूटिंग शुकतीर्थ क्षेत्र में हुई है। गाने के बोल राजीव अजनबी ने लिखे हैं। संगीत और स्वर प्रदीप पंचाल ने दिए हैं।

शुकतीर्थ में फिलमाया गीत किसान तेरी कौन सुनेगा 16 फरवरी को रिलीज होगा
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मुजफ्फरनगर। जिले के शुकर्तीर्थ में फिल्माया गया राजलक्ष्मी म्यूजिक चैनल पर धाकड़ छोरा उत्तर कुमार द्वारा निर्देशित और रचित गीत किसान तेरी कौन सुनेगा कल 16 फरवरी को यूट्यूब चैनल पर रिलीज होगा।

किसानों के मुद्दों को लेकर बनी इस फिल्म की शूटिंग शुकतीर्थ क्षेत्र में हुई है। गाने के बोल राजीव अजनबी ने लिखे हैं। संगीत और स्वर प्रदीप पंचाल ने दिए हैं। गीत के छायाकार है योगेंद्र शेरावत, पंकज तेजा और कन्हैया बघेल पिसी मोनू धनकड़ और गीत का संपादन हरीश चंद्रा ने किया है। इस गीत में उत्तर कुमार और मुजफ्फरनगर के विकास बालियान ने भूमिपुत्रों का जोरदार अभिनय किया है। किसानों के ऊपर बने इस गीत को लेकर लोगों में काफी उत्साह है। निश्चित तौर पर यह गीत लोगों को बहुत पसंद आएगा।

इस गीत में किसान हुकूमत से किसान नेताओं से सवाल कर रहा है वह अपने जननायक को ढूंढ रहा है परंतु उसे कुछ भी नहीं मिल रहा वह दिग्भ्रमित है कि उसे क्या करना चाहिए उसे मालूम है कि वह अन्न उगाकर कर सब का पेट भरता है परंतु उसकी कोई क्यों नहीं सोच रहा। यह गीत आने वाले समय में ऊंचाइयों को छुएगा ऐसा गीत बनते हुए देखने वाले लोगों का कहना है। कोई देहाती फिल्में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में बना चुके उत्तर कुमार का कहना है कि यह गीत बहुत कुछ कहता है जिसका फिल्मांकन अलग तरह से हुआ है लोगों को यह बहुत पसंद आएगा।

बताते चलें कि जनपद मुजफ्फरनगर में कई देहाती फिल्मों और गीतों का निर्माण हो चुका है। यह क्षेत्र फिल्मांकन की दृष्टि से देहाती फिल्म इंडस्ट्री को बहुत भा रहा है। कभी ऐतिहासिक फिल्म धाकड़ छोरा भी मुजफ्फरनगर के बुढाना क्षेत्र के कुरालसी गांव में ही बनी थी जिसने उत्तर कुमार को धाकड़ छोरा के रूप में एक अमिट पहचान दी। सामाजिक कार्यकर्ता, व्यवसाय, पत्रकारिता, किसान राजनीति को करीब से जीने वाले विकास बालियान पिछले ढाई बरस से देहाती फिल्मों में काम कर रहे हैं। अब तक वह 2 दर्जन के लगभग फिल्मों में काम कर चुके हैं और देहाती फिल्म इंडस्ट्री में अपना एक बड़ा मुकाम बना चुके हैं। उनके द्वारा इस गीत में एक दुखी किसान का अभिनय किया गया है।

विकास बालियान कहते हैं कि यह गीत करने में उन्हें बहुत आनंद आया साथ ही किसान के हालात को जीते हुए एहसास भी हुआ कि वास्तव में किसान को वह हासिल नहीं है जो उसे होना चाहिए था। उन्होंने बताया कि शीघ्र ही उनकी लफंडर, क्लेश फिल्म रिलीज होने वाली है और उसके बाद वह पगली फिल्म में नजर आएंगे। शुकतीर्थ क्षेत्र में किसान तेरी कौन सुनेगा गीत के निर्माण के बाद उत्तर कुमार की टीम मंसूरपुर भी ओमजी भोज पर और देवराना रिसोर्ट पर भी रुकी। इस दौरान टीम के साथ अयोध्या की रामलीला में माता सीता का रोल करने वाली अभिनेत्री कविता जोशी भी शामिल थी। कविता जोशी ने बताया कि उन्हें मुजफ्फरनगर में शूटिंग करते हुए बहुत आनंद आता है यह क्षेत्र वास्तव में गुड और शक्कर का क्षेत्र है और यहां मिठास बहुत है।

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