undefined

नौचंदी मेले में आयोजित ऐतिहासिक मुशायरा का खतौली के विश्व विख्यात शायर रियाज सागर ने किया संचालन

नौचंदी मेले में आयोजित ऐतिहासिक मुशायरा का खतौली के विश्व विख्यात शायर रियाज सागर ने किया संचालन
X

मुजफ्फरनगर/खतौली। नौचंदी मेला, मेरठ के पटेल मंडप सभागार में शुक्रवार की रात एक ऐतिहासिक मुशायरे का आयोजन हुआ, जिसमें देशभर के मशहूर शायरों ने अपनी शायरी से समा बांध दिया। इस भव्य आयोजन का संचालन खतौली के अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त शायर रियाज़ सागर ने किया, जिन्होंने अपनी बेजोड़ नज़ाकत और प्रस्तुति शैली से कार्यक्रम को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।

"क़ौमी एकता की एक शाम, 1857 की क्रांति के शहीदों के नाम" शीर्षक से आयोजित इस मुशायरे की सदारत शहर क़ाज़ी डॉ. ज़ैनुस सालिकीन ने की और मुख्य अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिद मंज़ूर रहे। कार्यक्रम का उद्घाटन अंतरराष्ट्रीय कवि डॉ. हरिओम पंवार द्वारा ‘शमा’ रोशन कर किया गया।

कन्वीनर एडवोकेट इरशाद बेताब और हमख्याल फाउंडेशन की अथक मेहनत से सजे इस कार्यक्रम में शायर मंज़र भोपाली, शकील आज़मी, पॉपुलर मेरठी, चरण सिंह 'बशर', डॉ. तारिक़ क़मर, मोहतरमा चांदनी शबनम, मुमताज़ नसीम, सिकंदर हयात 'गड़बड़', ऐन मीम कौसर, फारूक बख्शी, राकेश तूफान और इरशाद बेताब जैसे नामचीन शायरों ने अपने कलाम से महफिल में जोश भर दिया। श्रोताओं ने हर शेर पर तालियों की गड़गड़ाहट से शायरों का दिल खोलकर स्वागत किया। यह मुशायरा अदब पसंद समाईन को वर्षों बाद एक यादगार और बेहतरीन साहित्यिक शाम के रूप में मिला, जिसकी गूंज देर रात तक सुनाई देती रही।

कार्यक्रम की सफलता का श्रेय कन्वीनर एडवोकेट इरशाद बेताब और उनकी टीम के साथ-साथ अपर नगर आयुक्त लवी त्रिपाठी, एसपी ग्रामीण डॉ. राकेश तूफान व पॉपुलर मेरठी को भी जाता है, जिनके मार्गदर्शन व सहयोग से यह आयोजन ऐतिहासिक बन सका।‌ मुशायरे में रियाज सागर ने कुछ इस अंदाज में शेर पढ़ा

मोहब्बत और वफ़ाओ की कहानी छोड़ आते हैं!
जहां जाते हैं हम कोई निशानी छोड़ आते हैं!!
हमें क़ुदरत ने बख्शी है कुछ ऐसी शान ए ख़ुद्दारी!
ज़रा सी बात पर हम राजधानी छोड़ आते हैं!!

यह मुशायरा न केवल साहित्यिक बल्कि सामाजिक सौहार्द और राष्ट्रीय एकता का संदेश भी लेकर आया। खतौली पहुंचने पर शायर रियाज सागर का कस्बे वासियों ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया।

Next Story