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जीएसटी नंबर की चैकिंग को चलेगा बड़ा अभियान

16 मई से शेरू होगी सघन चैकिंग, अभियान में कैंसिल होंगे फेक जीएसटी नंबर

जीएसटी नंबर की चैकिंग को चलेगा बड़ा अभियान
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नई दिल्ली/मुजफ्फरनगर। लोगों के आधार, पैनकार्ड और अन्य दस्तावेजों के आधार पर फर्जी जीएसटी नंबर लेकर इनपुट टैक्स क्रैडिट का फर्जीवाड़ा किया जा रहा था, फर्जी जीएसटी नंबर की पोल खुलने के बाद केेंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा जीएसटी नंबरों की जांच करने का फैसला लिया गया। इसी कड़ी में 16 मई से पहली बार देशभर में जीएसटी नंबरों की जांच शुरू हो जाएगी, करीब दो माह तक चलने वाली इस जांच में जितने भी जीएसटी नंबर फर्जी या गड़बड़ वाले मिलेंगे, उन्हें रद्द कर दिया जायेगा ताकि कोई भी ऐसे फर्जी नंबरों के आधार पर व्यापार नहीं कर सकें, दरअसल गुजरात में फर्जी जीएसटी नंबर से फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद ये बड़ा कदम उठाया जा रहा है। अब यह अभियान पूरे देश में चलाने की तैयारी है। इसमें जनपद मुजफ्फरनगर में भी वाणिज्य कर विभाग के अफसरों ने अभियान के लिए तैयारी शुरू कर दी हैं। पहले से ही जनपद में जीएसटी सर्वे टीमों की छापामार कार्यवाही को लेकर व्यापारियों और उद्योगपतियों के बीच हलचल मची हुई है। फेडरेशन तो खुलकर इसके विरोध में आ गयी और राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल तक भी मामला पहुंचाकर जनपद में जीएसटी की छापेमारी को रुकवाने की मांग की गयी है।

आपको बता दें कि केंद्रीय वित्त मंत्रालय के निर्देशानुसार देशभर में 16 मई से 15 जुलाई तक करीब दो माह तक जीएसटी नंबरों की जांच होगी, इस जांच में जो फर्जी जीएसटी नंबर पाए जाएंगे, उन्हें सीधे रद्द कर दिया जाएगा। इस मामले में केंद्र द्वारा पूरा सहयोग किया जाएगा, वहां से पहले ही सभी राज्यों को संदिग्ध जीएसटी नंबरों की लिस्ट भेज दी जाएगी। देशभर में जीएसटी प्राणाली लागू हुए करीब 6 साल से अधिक समय हो गया है, अभी तक इन नंबरों की जांच को लेकर कोई अभियान नहीं चलाया गया, यही कारण है कि गुजरात में हजारों फर्जी जीएसटी नंबर पकड़ाए गए हैं, जिसमें आम लोगों के आधार, पैनकार्ड और अन्य दस्तावेजों के आधार पर फर्जी जीएसटी नंबर लेकर इनपुट टैक्स क्रैडिट का फर्जीवाड़ा किया जा रहा था, फर्जी जीएसटी नंबर की पोल खुलने के बाद केेंद्रीय वित्त मंत्रालय द्वारा जीएसटी नंबरों की जांच करने का फैसला लिया गया। जिन लोगों द्वारा अपने आधार, पैन कार्ड आदि जरूरी दस्तावेज किसी परिचित या अन्य लोगों को आसानी से दे दिए जाते हैं, वे सावधान हो जाएं, अगर आपके द्वारा दी गई आईडी पर आप व्यापार नहीं कर रहे हैं उस जीएसटी नंबर का अन्य कोई उपयोग कर रहा है, तो आप पर भी कार्रवाई हो सकती है। इसलिए ये अभियान देशभर में चलाया जाएगा। ताकि गलत तरीके से जीएसटी नंबर लेने वालों पर नकेल कसी जा सके।

इस मामले में ज्वाइंट कमिश्नर जीएसटी ज्योति स्वरूप शुक्ला ने बताया कि वित्त मंत्रालय की ओर से आदेश प्राप्त हुए हैं। जनपद में भी 16 मई से जीएसटी रजिस्ट्रेशन की जांच के लिए अभियान चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान फेक रजिस्ट्रेशन पाये जाने या गड़बड़ी मिलने पर कार्यवाही भी होगी। उन्होंने बताया कि इस अभियान के लिए जनपद में टीमों का निर्धारण किया जा रहा है। अभियान के दौरान मुख्य रूप से जनपद में एक माह तक छापामार कार्यवाही होगी। इसमें जीएसटी नंबर की जांच करने के साथ ही गड़बड़ या फर्जी नंबरों को तुरंत रद्द किया जायेगा। जिन लोगों द्वारा आधार और पैन नंबर दिए गए हैं, उन पर भी होगी कार्रवाई।जिनकी गड़बड़ पाई जाएगी, उनसे रिकवरी बैंक खाते और संपत्ति से की जाएगी। वहीं इनकम टैक्स एवं जीएसटी के वरिष्ठ अधिवक्ता अमरकांत गुप्ता ने बताया कि इस अभियान के दौरान व्यापारियों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। वो अपने रिकार्ड को अभी से दुरूस्त कर लें। इस दौरान व्यापारी अपने ई-वे बिल का पूरा पूरा रिकार्ड सही कर लें। साथ ही खरीद और फरोख्त के तमाम रिकार्ड और आॅनलाइन फीडिंग को भी दुरुस्त कर लें। उन्होंने व्यापारियों को सलाह दी है कि वो जिस फर्म से माल खरीद रहे हैं या बेच रहे हैं, उसके भी सही होने का प्रमाण प्राप्त कर लें। इसमें टीमों को सही जानकारियां दे ताकि भविष्य में भी कोई मुश्किल पैदा न होने पाये।

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