undefined

वीडियो वायरल-मुजफ्फरनगर का कोविड हाॅस्पिटल बदहाल, जानिए क्या बोले मरीज

वीडियो वायरल-मुजफ्फरनगर का कोविड हाॅस्पिटल बदहाल, जानिए क्या बोले मरीज
X

मुजफ्फरनगर। जनपद में कोरोना मरीजों के उपचार के लिए एक बार फिर से स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाये गये हैं। बेगराजपुर मेडिकल काॅलेज में बनाये गये कोविड-19 एल-1 अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीजों की आज एक बार फिर से वीडियो वायरल हुई है। इस वीडियो में बताया गया कि 21 मरीजों पर एक ही शौचालय है और खाना भी ठण्डा मिलता है। ना सफाई कर्मचारी आता है और ना ही डाक्टर के दर्शन वहां पर होते हैं। यहां तक की वार्ड को सेनिटाइज कराने में भी कोई रूचि नहीं ली जा रही है। बदहाल व्यवस्था में मरीज अपना उपचार कराने को विवश हो रहे हैं।

बता दें कि जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण से पीड़ित मरीजों के उपचार के लिए बेगराजपुर स्थित मुजफ्फरनगर मेडिकल काॅलेज में कोविड-19 एल-1 अस्पताल बनाया गया है। इसमें ही जनपद में सामने आ रहे कोरोना मरीजों को उपचार के लिए भर्ती किया जा रहा है। यहां पर स्वास्थ्य विभाग के अधीन सारी व्यवस्था की जा रही है। शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक वीडिया इसी हाॅस्पिटल के कोरोना वार्ड से जारी की गयी है। वीडियो बना रहे व्यक्ति ने पूरे वार्ड और वहां हो रही बदहाल व्यवस्था के साथ ही भर्ती मरीजों से हुई बातचीत को जाहिर किया है। यह कोरोना मरीज वार्ड हाॅस्पिटल की पांचवीं मंजिल पर कमरा नम्बर 906 में बनाया गया है। यहां पर बिस्तर पर ही कूड़ा और गन्दगी का आलम है। वीडियो में बताया गया कि इस वार्ड के उपरोक्त कमरे में 21 कोरोना मरीज भर्ती बताये गये हैं। इनमें से एक मरीज जोकि चार दिनों से वहां पर भर्ती है, ने बताया कि 21 मरीजों को एक ही शौचालय प्रयोग करना पड़ रहा है। इसके साथ ही 6 दिनों से वहां पर भर्ती मरीज ने बताया कि उनको सवेेरे चाय नाश्ते से लेकर भोजन तक सभी कुछ ठण्डा मिल रहा है। ना गर्म पानी मिलता है और ना ही अन्य सुविधाएं यहां पर नजर आती हैं। वार्ड को सैनिटाइज भी नहीं किया जाता है। एक मरीज ने बताया कि यहां पर डाक्टर के दर्शन ही नहीं होते हैं। जो लोग यहां पर आते हैं, उनमें पता ही नहीं चलता वह सफाई कर्मचारी हैं या डाक्टर हैं। इस वीडियो के सहारे कोविड एल-1 हाॅस्पिटल की बदहाल तस्वीर पेश करने की कोशिश की गयी है। इन मरीजों में से कुछ लोगों ने कहा कि उनको लगता है कि बीमार करने के लिए ही उनको यहां पर लाया गया है। एक ही शौचालय प्रयोग करने के कारण संक्रमण फैल सकता है।

इस वीडियो के वायरल होने पर सीएमओ डा. प्रवीण चोपडा ने कहा कि कोविड हाॅस्पिटल में व्यवस्थाओं को लेकर पूरा ध्यान दिया जा रहा है। जिस वार्ड की बात की जा रही है, उसमें 21 मरीज भर्ती हैं और वहां पर दो शौचालय एक इंग्लिश सीट और एक इंडियन सीट हैं। उन्होंने कहा कि हम ऐसे संकट में सभी व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं, कोविड एल-1 हाॅस्पिटल के लिए बेगराजपुर में जैसी व्यवस्था हैं, वह सही हैं। उन्होंने कहा कि खाने की गुणवत्ता से कोई भी समझौता नहीं किया जा रहा है। वह पैकेट में मरीजों को उपलब्ध कराया जा रहा है। नीचे से ऊपर खाना ले जाने और पहले से अंतिम व्यक्ति तक जाने में वह कुछ ठण्डा हो सकता है, उन्होंने कहा कि 250-300 मरीजों के लिए व्यवस्था करना चुनौती भरा काम है, लेकिन फिर भी खाना सप्लाई करने वाली एजेंसी को निर्देशित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि आरोप लगाने का कारण एक 60 वर्षीय कोरोना पेशेंट है। इस पेशेंट के परिजनों ने होम आइसोलेट करने की मांग की थी, लेकिन गाइड लाइन के अनुसार उनको होम आइसोलेट नहीं किया जा सकता था।

पाबंदी के बाद भी वार्ड में कैसे पहुंचा मोबाइल!

मुजफ्फरनगर। कोरोना मरीजों के उपचार के लिए कोविड एल-1 हाॅस्पिटल में हो रही लापरवाही को लेकर मरीजों के द्वारा वीडिया वायरल करने के बाद प्रदेश सरकार ने ऐसे अस्पतालों में मरीजों के व अन्य व्यक्तियों के द्वारा मोबाइल फोन ले जाने पर पाबंदी लगा दी गई थी, लेकिन बेगराजपुर कोविड हाॅस्पिटल से यह वीडिया वायरल होने पर सवाल यही उठ रहा है कि इस पाबंदी के बाद भी आखिरकार पांचवीं मंजिल पर बने कोरोना वार्ड में मरीजों तक मोबाइल फोन कैसे पहुंचा। सीएमओ डा. प्रवीण चोपडा का कहना है कि इस संबंध में भी जांच करायी जा रही है।

Next Story