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भारतीय स्टेट बैंक ने छोटे कर्जदारों के लिए शुरू किया पोर्टल

भारतीय स्टेट बैंक ने छोटे कर्जदारों के लिए शुरू किया पोर्टल
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नयी दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने छोटे कर्ज दारों की सुविधा के लिए अपनी वेबसाइट में ही एक नया पोर्टल लॉन्च किया है।

इस पोर्टल का मकसद छोटे कर्जदारों को उनके लोन की रीस्ट्रक्चरिंग के बारे में जानकारी मुहैया कराना है। इस पोर्टल के जरिए यह पता चल सकेगा कि किसी ग्राहक का लोन रीस्ट्रक्चर हो सकता है या नहीं।

एसबीआई के मैनेजिंग डायरेक्टर सीएस शेट्टी ने कहा कि रिटेल ग्राहक सिर्फ एक क्लिक में 1 से दो साल तक के लिए लोन मोरटोरियम का ऑप्शन चुन सकते हैं। कस्टमर्स चाहें तो टॉप अप लोन भी चुन सकते हैं। ग्राहक अपने लोन की रीस्ट्रक्चरिंग भी कर सकते हैं लेकिन यह हर ग्राहक के लिए अलग-अलग है। हर ग्राहक का आकलन उनकी होने वाली कमाई के आधार पर किया जाएगा और उसी आधार पर लोन रीस्ट्रक्चरिंग की सुविधा दी जाएगी।

शेट्टी ने कहा, "हम उन लोगों की समस्याओं को दूर करना चाहेंगे जिनकी कोरोनावायरस संक्रमण और लॉकडाउन की वजह से नौकरी चली गई है और अगले 6, 8, 9 या 12 महीनों में नई नौकरी मिल सकती है। यह पूरी तरह उनका आकलन होगा क्योंकि उन्हें कब नौकरी मिलेगी ये उनके हाथ में हैं हमारे हाथ में नहीं।"

पोर्टल शुरू होते ही पहले ही दिन 3500 से ज्यादा रिटेल कस्टमर्स पोर्टल पर आए। इनमें से 111 ग्राहक रीस्ट्रक्चरिंग के लिए योग्य पाए गए। शेट्टी ने बताया कि जो ग्राहक रीस्ट्रक्चरिंग का विकल्प चुनेंगे उन्हें सामान्य ग्राहकों के मुकाबले 0.35 फीसदी ज्यादा ब्याज देना होगा। रीस्ट्रक्चरिंग के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख 24 दिसंबर 2020 है।

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