पीएम मोदी ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को खींचकर बगल में खड़ा किया, पीठ भी थपथपाई
चीनी सैनिकों के मामले में विपक्ष चाहे कितने भी हंगामे भले ही कर रहा हो, किन्तु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संसद भवन में आयोजित भाजपा संसदीय दल की बैठक में जो किया, वो इसी बारीक कदम का एक उदाहरण माना जा सकता है।

नई दिल्ली। चीनी सैनिकों के मामले में विपक्ष चाहे कितने भी हंगामे भले ही कर रहा हो, किन्तु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संसद भवन में आयोजित भाजपा संसदीय दल की बैठक में जो किया, वो इसी बारीक कदम का एक उदाहरण माना जा सकता है। दरअसल, शीत सत्र के छठे दिन संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले बीजेपी ने संसदीय दल की बैठक बुलाई। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भाग लिया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी इस बैठक में उपस्थित रहे। मीटिंग रूम में तमाम बड़े नेताओं का जमावड़ा लगा था। फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आए। सभी ने उनका जोरदार स्वागत किया। प्रधानमंत्री सबका अभिवादन करते हुए वहां पहुंचे जहां गृह मंत्री शाह, रक्षा मंत्री सिंह और बीजेपी अध्यक्ष नड्डा थे। पीएम मोदी के वहां पहुंचते ही कैमरों की क्लिक-क्लिक होने लगी। तस्वीर लिए जा रहे थे, तभी पीएम ने दो कदम की दूरी पर खड़े राजनाथ सिंह को साथ आने का इशारा किया। अगले ही पल पीएम ने रक्षा मंत्री का हाथ पकड़ा और खींचकर अपने बगल में ले आए। आप कहेंगे, ये कौन सी बड़ी बात है? बड़ी बात नहीं, बड़ा संकेत है। आपने कितनी बार पीएम मोदी को किसी को खींचकर अपने साथ खड़ा करते हुए देखा है? ऐसे मौके बहुत कम आए होंगे। दरअसल, ऐसा तभी होता है जब पीएम को यह संदेश देना हो कि सरकार चट्टान की तरह आपके साथ खड़ी है। विरोधी दलों के नेता यूं तो सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ही हमला कर रहे हैं, लेकिन चीनी सैनिकों के साथ झड़प का विषय तो रक्षा मंत्रालय के अधीन आता है। और मंत्री हैं- राजनाथ सिंह। अगर सरकार ने विपक्ष के दबाव में कुछ फैसला लिया तो निश्चित रूप से राजनाथ सिंह सीधे तौर पर प्रभावित होंगे, हो सकता है वो नप भी जाएं।