कोरोना जागरूकता कार्यक्रम में ही कोरोना फैलाने पहुंच गए नगर आयुक्त
सवाल यह है कि यदि आयुक्त बीमार थे तो उन्होंने होम क्वॉरंटीन क्यो नहीं अपनाया। क्यों कार्यक्रम में शरीक होकर उन्होंने सैंकड़ों लोगों की जान को जोखिम में डाला।
सीकर.। जिले में कोरोना काल में नगर परिषद सभापति जीवण खां के बिना मास्क के सार्वजनिक कार्यक्रम दिखने के बाद अब नगर परिषद के ही आयुक्त श्रवण कुमार विश्नोई की बड़ी लापरवाही सामने आई है। आयुक्त विश्नोई मंगलवार को कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बावजूद सार्वजनिक समारोहों में उनकी मौजूदगी लापरवाही दिखाती है। सोमवार को सैंपल देने वाले दिन कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा व प्रभारी मंत्री सुभाष गर्ग के अतिथ्य में आयोजित कोरोना जागरुकता कार्यक्रम में शरीक हुए थे। गजब की बात यह है कि उन्होंने सैंपल देने के बाद आयुक्त ने अपने मोबाइल नंबर व पता सहित अन्य जानकारी भी स्वास्थ्य विभाग को गलत दी थी। ऐसे में आयुक्त की लापरवाही के चलते जहां सोमवार को कार्यक्रम में शामिल लोगों के लिए परेशानी बढ गई है। सवाल यह है कि यदि आयुक्त बीमार थे तो उन्होंने होम क्वॉरंटीन क्यो नहीं अपनाया। क्यों कार्यक्रम में शरीक होकर उन्होंने सैंकड़ों लोगों की जान को जोखिम में डाला। वहीं, सवाल ये भी है कि मोबाइल सहित अन्य जानकारी गलत क्यों व किस तरह से दी गई। सूची में दिए आयुक्त के मोबाइल नंबर भी उनके भाई के मिले हंै। कोरोना जागरुकता कार्यक्रम में पीसीसी चीफ व शिक्षा राज्य मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा व प्रभारी मंत्री सुभाष गर्ग के अलावा प्रभारी सचिव दिनेश कुमार, विधायक वीरेंद्र सिंह, सुरेश मोदी, जिला कलक्टर अविचल चतुर्वेदी सहित कई अन्य लोग शामिल हुए थे।