लद्दाख में हमारे जवानों को पेट्रोलिंग से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकतीः राजनाथ
हम किसी भी चुनौती से पीछे नहीं हटेंगे। हम शांति चाहते हैं, लेकिन देश की रक्षा से पीछे नहीं हटेंगे। 130 करोड़ देशवासियों को भरोसा देता हूं कि देश का सिर झुकने नहीं देंगे।
नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के चैथे दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि लद्दाख में दुनिया की कोई ताकत भारतीय सेनाओं को पेट्रोलिंग से नहीं रोक सकती।
राज्यसभा में भी चीन विवाद पर बयान देते हुए उन्होंने कहा कि चीन के साथ सीमा का प्रश्न अभी तक अनसुलझा है। दुनिया की कोई ताकत लद्दाख में भारतीय जवानों को पेट्रोलिंग करने से नहीं रोक सकती। चीन ने बातचीत के बीच ही 29-30 अगस्त को लद्दाख में उकसावे की कार्रवाई की। उसकी कथनी और करनी में फर्क है। चीन के रवैए से पता चलता है कि वह दोनों देशों के समझौतों का सम्मान नहीं करता। चीन की सेना ने 1993 और 1996 के समझौते तोड़े। बाॅर्डर पर शांति रखने के लिए एलएसी का सम्मान करना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि चीन ने अवैध तरीके से लद्दाख में 38 हजार वर्ग किमी हिस्से पर कब्जा कर रखा है। चीन-पाकिस्तान के 1963 के कथित समझौते के तहत पाकिस्तान ने उसके कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) का 5,180 वर्ग किमी हिस्सा अवैध रूप से चीन को दे दिया है। चीन अरुणाचल से सटे 90 हजार वर्ग किमी के इलाके पर भी अपना दावा करता है। चीन पिछले कई दशकों से बाॅर्डर के इलाकों में सैनिकों की तैनाती बढ़ा रहा है। उसने कंस्ट्रक्शन से जुड़ी एक्टिविटी भी बढ़ाई हैं। हम किसी भी स्थिति के मुकाबलेके लिए तैयार हैं। हमारी सरकार ने भी बॉर्डर इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए बजट दोगुना किया है। हम किसी भी चुनौती से पीछे नहीं हटेंगे। हम शांति चाहते हैं, लेकिन देश की रक्षा से पीछे नहीं हटेंगे। 130 करोड़ देशवासियों को भरोसा देता हूं कि देश का सिर झुकने नहीं देंगे।