महाराष्ट्र में कोरोना टीके पर शिवसेना का 'खेला'
इस मुद्दे खुद शरद पवार ने केंद्र सरकार का समर्थन किया है और कहा है कि केंद्र हर तरह से राज्य की मदद कर रहा है। शरद पवार का केंद्र सरकार के समर्थन में आए इस बयान के बाद को फिर से महाराष्ट्र में सियासी हलचल शुरू हो चुकी है।
मुंबई। महाराष्ट्र में अब कोरोना वैक्सीन सियासत का मुद्दा बन गई है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि राज्य में कोरोना वैक्सीन का स्टाॅक सिर्फ 3 दिन के लिए ही बचा है। इस पर सरकार की सहयोगी एनसीपी नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा है कि केंद्र सरकार कोरोना महामारी से निपटने के लिए महाराष्ट्र सरकार के साथ पूरा सहयोग कर रही है। पवार का यह बयान राज्य मेे फिर चर्चाओं का विषय बना है।
महाराष्ट्र में कोरोना के बढते मामलों के बीच महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के मुताबिक राज्य में कोरोना वैक्सीन की भारी कमी है बुधवार को उन्होंने कहा था कि राज्य में सिर्फ 3 दिनों का स्टाॅक है ऐसे में केंद्र सरकार को तत्काल कोरोना वैक्सीन की 40 लाख डोज मुहैया करवानी चाहिए। टोपे के इस बयान के बाद राज्य के कुछ इलाकों में कोरोना वैक्सीनेशन को भी बंद कर दिया गया। इसकी वजह यह बताई गई कि इन जगहों पर वैक्सीन खत्म हो चुकी है। लिहाजा वैक्सीन आने तक टीकाकरण का अभियान बंद करना पड़ेगा। ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या महाराष्ट्र सरकार कोरोना वैक्सीन के मुद्दे पर सियासत कर रही है? महाराष्ट्र सरकार के मुखिया उद्धव ठाकरे वैक्सीन के मुद्दे के जरिए केंद्र सरकार को घेरना चाहते हैं।
अब इस मुद्दे खुद शरद पवार ने केंद्र सरकार का समर्थन किया है और कहा है कि केंद्र हर तरह से राज्य की मदद कर रहा है। शरद पवार का केंद्र सरकार के समर्थन में आए इस बयान के बाद को फिर से महाराष्ट्र में सियासी हलचल शुरू हो चुकी है। फिर से यह कयास लगने शुरू हो चुके हैं कि क्या एनसीपी और बीजेपी की नजदीकियां बढ़ रही हैं? क्या महाराष्ट्र में वाकई बंगाल चुनाव के नतीजों के बाद खेला होगा? इसके पहले गुजरात में शरद पवार और अमित शाह के बीच मुलाकात की खबरें अखबारों की सुर्खियां बनी थीं। तब भी महाराष्ट्र के नए सियासी समीकरण की इबारत गुजरात में लिखे जाने की बात सामने आई थीं।
दूसरी ओर शिवसेना के सांसद और नेता संजय राउत ने कहा है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को महाराष्ट्र के संदर्भ में ऐसी बात नहीं करनी चाहिए थी। महाराष्ट्र को बदनाम करने की साजिश केंद्र सरकार की तरफ से की जा रही है। कुछ लोग महाराष्ट्र सरकार को गिराने के लिए पहले दिन से ही सपने देख रहे हैं जो अभी तक पूरा नहीं हुआ है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना और महाविकास अघाड़ी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि कोरोना वैक्सीन की सियासत बंद होनी चाहिए।