देश की अर्थव्यवस्था भयावह दौर में, जीडीपी में भारी गिरावट
दुनियाभर की अर्थव्यवस्था अपने सबसे खराब दौर में पहुंच गई है। भारत के लिए यह स्थिति काफी भयावह है क्यों कि सकल घरेलू उत्पाद यानि जीडीपी 40 साल में पहली बार नकारात्मक हो गई है।
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बीच देश की अर्थव्यवस्था बेहद खस्ता हालत में पहुंच गई है। इसे लेकर पूर्वानुमान काफी डरावने हैं।
विगत दिनों कारोना संकट के चलते दुनियाभर की अर्थव्यवस्था अपने सबसे खराब दौर में पहुंच गई है। भारत के लिए यह स्थिति काफी भयावह है क्यों कि सकल घरेलू उत्पाद यानि जीडीपी 40 साल में पहली बार नकारात्मक हो गई है। कोविड-19 संकट के बीच देश की अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष 2020-21 की अप्रैल-जून तिमाही में 23.9 प्रतिशत की भारी गिरावट आई है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने पहली तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े सोमवार को जारी किए थे। पिछले साल 2019-20 की इसी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद में 5.2 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली थी। वहीं आईएमएफ ने भी भारत की अर्थव्यवस्था में भारी गिरावट की आशंका जताई है। यह आंकडे देश की अर्थव्यवस्था की भयावह तस्वीर पेश करती है।