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फटाफट कर्ज ले तो लिया, लेकिन अदा ना कर पाने पर कर रहे आत्महत्या

कई युवाओं का रोजगार चला गया। ऐसे में कुछ कंपनियों ने फटाफट लोग की ऐप्स लांच करते हुए युवाओं को इसकी ओर आकर्षित किया। अब कर्ज अदा ना कर पाने पर कंपनियां इन पर दबाव बना रही हैं और इसके चलते यह लोग मौत को गले लगा रहे हैं।

फटाफट कर्ज ले तो लिया, लेकिन अदा ना कर पाने पर कर रहे आत्महत्या
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नई दिल्ली। कोविड-19 महामारी से जूझ रही निजी अर्थव्यवस्था के दौरान कई युवाओं का रोजगार चला गया। ऐसे में कुछ कंपनियों ने फटाफट लोग की ऐप्स लांच करते हुए युवाओं को इसकी ओर आकर्षित किया। अब कर्ज अदा ना कर पाने पर कंपनियां इन पर दबाव बना रही हैं और इसके चलते यह लोग मौत को गले लगा रहे हैंे।

पिछले दिनों इंस्टेंट लोन देने के लिए कई ऐप्स सोशल मीडिया के जरिए छा गए। ऐसे में आर्थिक तंगी से जूझ रहे इज्जतदार युवाओं ने इन एप्स के जरिए लोन लिया और सोचा कि कोविड काल के बाद फिर से नौकरी करेंगे और पैसा लौटा देंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं। अब उनके डिफाॅल्टर होने के बाद लोन देने वाली कंपनियों ने उनकी निजी जानकारी को सार्वजनिक करना शुरू कर दिया है। ऐसे में डिप्रेशन में आकर तेलंगाना में ही 3 लोग आत्महत्या कर चुके हैं। यहां आत्महत्या करने वालों में मेडक जिले के निवासी एड्डु श्रवण यादव (23), सिद्दिपेट की किरणि मोनिका (28) और रंगारेड्डी जिले के पी सुनील (29) शामिल हैं। श्रवण ने यूयू कैश, किरणि ने स्नैप इट और पी सुनील ने कई लोन ऐप्स से लोन लिया हुआ था। इसे अदा करने में विफल रहने के बाद जब कंपनियों ने उन पर दबाव बनाना शुरू किया तो 6 दिसंबर को किस्मतपुर में रहने वाले 29 साल के साफ्टवेयर इंजीनियर पी सुनील ने अपने घर ही फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। सुनील हैदराबाद में मधापुर की एक प्राइवेट कंपनी में जाब करता था लेकिन कोविड-19 दौर में उसकी जाब चली गई। उसने कई लोन ऐप्स से 2 लाख रुपये लिए लेकिन जाब न मिलने की वजह से वह किश्त और भारी ब्याज नहीं चुका पाया । अपने ही फ्लैट में 16 दिसंबर को दोपहर डेढ़ बजे फांसी से लटककर जान दे दी।

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